किसानों का भारत बंदः शाम चार बजे खुला दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, उत्तराखंड के दून में रैली, डोईवाला व उधमसिंह नगर में व्यापक बंद
वहीं, आंदोलन को समर्थन देने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष और कई नेताओं को किसानों ने लौटा दिया। उन्होंने साफ कहा कि वे अपने मंच को राजनीतिक मंच नहीं बनने देंगे। इस दौरान दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर कारों का लंबा रैला जमा हो गया है। सैकड़ों मीटर तक सिर्फ कारें ही कारें दिखाई पड़ रही थीं।
कई ट्रेने प्रभावित
किसान आंदोलन की वजह से कई ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है। दिल्ली से जाने वाले कई ट्रेनें रेलवे ने रद्द कर दी हैं। रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, नई दिल्ली अमृतसर- शान ए पंजाब कैंसिल कर दी गई। यह ट्रेन सुबह 6:40 बजे नई दिल्ली से चलती थी। नई दिल्ली- मोगा और पुरानी दिल्ली- पठानकोट एक्सप्रेस भी रद्द कर दी गई है। वंदे भारत एक्सप्रेस (कटरा- नई दिल्ली) से सुबह 6 बजे चली लेकिन पानीपत स्टेशन पर खड़ी रहीं। नई दिल्ली से सुबह 7 :20 अमृतसर जाने वाली शताब्दी रद्द हो गई है। नई दिल्ली से सुबह 7:40 बजे चलने वाली कालका शताब्दी भी आज नहीं चली। उत्तर रेलवे के मुताबिक- दिल्ली, अंबाला और फिरोजपुर मंडलों में ट्रेनों प्रभावित हैं, क्योंकि लोग रेल पटरियों पर बैठे हैं। दिल्ली में 20 से ज्यादा जगहों पर जाम लगाया जा रहा है। अंबाला और फिरोजपुर मंडल में करीब 25 ट्रेनें प्रभावित रहीं।
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर ट्रैफिक को लेकर अलर्ट किया। उसने कहा है कि यूपी से गाजीपुर की ओर ट्रैफिक मूवमेंट फिलहाल रोक दिया गया है। उधर गाजियाबाद पुलिस ने भी ट्रैफिक डायवर्जन को लेकर यात्रियों को अलर्ट जारी किया है। वहीं हरियाणा के बहादुरगढ़ में किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं। इससे रेलगाड़ियों का आवागमन प्रभावित हुआ है। कृषि मंत्री ने भी किसानों से अपील की। उन्होंने किसानों से कहा कि आंदोलन को छोड़कर बातचीत का रास्ता अपनाएं।
उधर, दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा पुलिस ने पहले ही किसानों के भारत बंद को देखते हुए ट्रैफिक डायवर्जन रूट जारी किया है। किसान कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान, पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, जिसको लेकर उन्हें डर है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को खत्म कर दिया जाएगा तथा उन्हें बड़े कार्पोरेट की दया पर छोड़ दिया जाएगा। हालांकि, सरकार तीन कानूनों को प्रमुख कृषि सुधारों के रूप में पेश कर रही है। दोनों पक्षों के बीच 10 दौर से अधिक की बातचीत गतिरोध को तोड़ने में विफल रही है।
उधमसिंह नगर में बंद का व्यापक असर
कृषि कानून के विरोध में किसान संयुक्त मोर्चा के भारत बंद का उधमसिंह नगर जिले में सुबह से ही असर दिखा। सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकान खुली। सड़कों पर सामान्य दिनों की अपेक्षा सन्नाटा पसरा है। बाजपुर में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बंद को व्यापारियों ने समर्थन दिया और अपनी दुकानें बंद रखीं।
किसानों ने प्रदेश के बॉर्डर के साथ ही नगरीय क्षेत्र में भगत सिंह चौक व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर टेंट लगाकर धरना-प्रदर्शन किया। इसी बीच सुबह करीब 11 बजे दोराहा स्थित प्रदेश के बॉर्डर पर पहुंचे एसएससी दलीप सिंह कुंवर ने स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही आंदोलनरत किसानों को अपना आंदोलन शांतिपूर्ण चलाने के धरना दोपहर में समाप्त करने की बात कही।
देहरादून में निकाली रैली
संयुक्त किसान मोर्चे के बैनर तले तीन किसान कानूनों के खिलाफ भारत बन्द के समर्थन में देहरादून में रैली निकाली गई। रैली गांधी पार्क से शुरू की गई और घंटाघर में अंबेडकर पार्क में सभा में बदल गई। इस रैली में संयुक्त किसान मोर्चा, विभिन्न राजनैतिक दलों तथा संयुक्त ट्रेड यूनियन के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। वहीं देहरादून में काफी व्यापारियों ने स्वैच्छा से दोपहर दो बजे तक दुकानों को बंद रखा।
आज लगभग 11:30 बजे किसान आन्दोलन के समर्थन में बड़ी संख्या में विभिन्न किसान संगठनों, ट्रेड यूनियनों तथा राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता गांधी पार्क में एकत्रित हुए तथा मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। भारत बंद के समर्थन में जोरदार नारेबाजी करते हुए अंबेडकर पार्क पहुंचे।
इस अवसर सभा में वक्ताओं ने भारत बंद का समर्थन किया तथा तीन किसान कानून वापस लेने की मांग की।
इस अवसर पूर्व मन्त्री हीरा सिंह बिष्ट, किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिइ सजवाण, पूर्व आयुक्त एसएस पांगती ,किसान यूनियन के सोमदत्त शर्मा लालसिंह गुजर ,अनिल शर्मा ,समाजवादी किसान मोर्चा सर्वोदय मण्डल यशवीर आर्य, बीज बचाओ आन्दोलन के बीजू नेगी, सीआईटीयू राज्य सचिव लेखराज, अध्यक्ष किशन गुनियाल, एटक के महामंत्री अशोक शर्मा, एक्टू के इन्देश मैखुरी, इंटक संग्राम सिंह पुण्डीर, पंकज क्षेत्री आदि शामिल थे ।
राजनैतिक दलों ने भी किसानों के आन्दोलन का समर्थन किया जिनमें सपा के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर एस एन सचान, आभा बड़र्थ्वाल, सीपीआइ के राज्य सचिव समर पुण्डीर, सीपीएम देहरादून महानगर सचिव अनन्त आकाश, राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी के अध्यक्ष नवनीत गुसांई, वालेश बवानिया आदि शामिल थे ।
इस अवसर पर कर्मचारी नेता एस एस नेगी, भगवन्त पयाल, नुरैशा अंसारी, हरबीर कुशवाहा, हिमांशु चौहान, नितिन मलेठा, सैदुल्लाह अंसारी, ईश्वर, शम्भू प्रसाद ममंगाई, रवीन्द्र नौडियाल, अर्जुन रावत, एन एस पंवार, बीरेन्द्र, निर्मला बिष्ट शर्मा, दीपक शर्मा जयकृष्ण कण्डवाल, रामसिंह भण्डारी, राजेंद्र थापा, सुरजीत सिंह, मोहन पंवार, विजयकुमार आदि शामि थे।
डोईवाला का बाजार सुबह पूरी तरह से बंद
हरिद्वार में भारत बंद के समर्थन में जुलूस निकाला गया। इस दौरान पुलिस ने किसानों को ज्वालापुर से पहले एकड़ कला गांव में रोका। जिस पर किसान वहीं पर धरना करने लगे। हरिद्वार में भी बाजार खुले हैं। रुड़की में फिलहाल बंद का खास असर नहीं देखने को मिल रहा है। यहां बाजार खुले हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के तहत सोमवार को डोईवाला का बाजार सुबह पूरी तरह से बंद रहा। केंद्रीय कृषि बिल के विरोध में किसानों ने डोईवाला चौक पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान मोर्चा अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खालसा, गुरदीप सिंह, जाहिर अंजुम, याकूब अली, इंद्रजीत सिंह, लाडी बलवीर सिंह समेत काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।
दून में डीएम ऑफिस तक शांतिपूर्ण ढंग से निकाला मार्च
कृषि कानूनों को तत्काल वापस लेने, एमएसपी पर कानून बनाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के बंद के दौरान भाकियू टिकैत ने देहरादून में घंटाघर से डीएम ऑफिस तक शांतिपूर्वक मार्च निकाला और डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
मंत्री यशपाल आर्य जाम में फंसे, किसानों ने वाहन घेरा
जसपुर में प्रदर्शन के दौरान अल्पसंख्यक एवं समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य जाम में फंस गए। इस दौरान उन्हें किसानों का विरोध झेलना पड़ा। किसानों ने उनका वाहन घेर लिया और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने उन्हें दूसरे रास्ते से राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचाया। वहीं प्रदर्शनकारियों ने बाजपुर में हाईवे पर वाहनों को रोक दिया है। जिसकी सूचना पर पुलिस बल के साथ सीओ मौके पर पहुंचे। बाजपुर के दोराहा में रुद्रपुर हाईवे पर ट्रैक्टर-ट्राली को खड़ा कर मार्ग बंद कर दिया गया। जसपुर में जुलूस निकालकर बाजार बंद कराए गए।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।