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November 11, 2024

यूथ-20 कंन्सल्टेशन समिट में होलेस्टिक हेल्थ को बढ़ावा देने पर जोर

एम्स ऋषिकेश में आयोजित यूथ-20 कंन्सल्टेशन समिट के दूसरे दिन उद्घाटन के दौरान होलेस्टिक हेल्थ को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीन पवार ने कहा कि स्वस्थ युवा ही देश के विकास में अपनी शक्ति लगा सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि देश का प्रत्येक युवा शारीरिक और मानसिक तौर से पूर्ण स्वस्थ हो। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरू बनाने के लिए हमें युवाओं का भविष्य संवारना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

जी-20 देशों के विभिन्न युवा प्रतिनिधियों द्वारा स्वास्थ्य और युवाओं के समग्र विकास पर आधारित सामूहिक परिचर्चा यूथ-20 समिट के दूसरे दिन विभिन्न सत्रों में देर सांय तक जारी रही। शुक्रवार को समिट के मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीन पवार ने यूथ-20 सम्मेलन की प्राथमिकताओं पर व्यापक प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी का विजन है कि हमारे देश के युवा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश को विशेष पहिचान दिलाएं। यह तभी संभव है जब देश के युवा स्वस्थ रहेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि स्वस्थ युवा ही देश के विकास में अपनी शक्ति लगा पाएंगे। कहा कि मोदी जी के विजन का ही परिणाम है कि आज देश में डेढ़ लाख से अधिक हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। खेलों के माध्यम से युवाओं को अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पहंुचाने के उद्देश्य से वर्ष 2018 में शुरू की गयी खेलो इंडिया योजना को उन्होंने युवाओं के भविष्य के लिए विशेष कल्याणकारी योजना बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

केन्द्रीय मंत्री भारती पवार ने ऋषिकेश एम्स द्वारा संचालित टेलिकंन्सलटेशन और ड्रोन द्वारा सुदूर इलाकों तक दवा पहुंचाने की सुविधा का जिक्र करते हुए इसे स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बहुलाभकारी योजना बताया और इस योजना के संचालन के लिए एम्स ऋषिकेश की सराहना की। उन्होने युवाओं से आह्वान किया कि वह अपने हौसले को मजबूत बनाना सीखें। मजबूत हौसले से ही हमें कामयाबी मिलती है। यूथ-20 के आयोजन को उन्होंने युवाओं के लिए एक वैश्विक मंच बताया और कहा कि केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के मार्गदर्शन में देश भर के विभिन्न स्थानों में आयोजित किए जा रहे यूथ-20 सम्मेलन से हमारे देश के युवाओं एक नई दिशा और विकास परक सोच हासिल होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इससे पूर्व केन्द्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती पवार का स्वागत करते हुए एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने यूथ-20 समिट के अन्तर्गत आयोजित किए जा रहे विभिन्न इंवेट कार्यक्रमों को युवाओं का भविष्य सुधारने की दिशा में विशेष अवसर बताया। कहा कि इस समिट में देश और विदेशों के 700 से अधिक युवा प्रतिभागियों ने अपने विचार साझा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकुम की भावना से आयोजित यह समिट देश को एक नई पहिचान दिलाने में कामयाब होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

कार्यक्रम को यूथ-20 के अध्यक्ष अनमोल सोवित ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार का विजन है कि देश को वर्ष 2050 तक स्वर्णिम राष्ट्र बनाना है। यह तभी संभव होगा जब देश के युवा हेल्थ एण्ड स्पोटर््स के एजेन्डे पर स्वयं को मजबूत करते हुए आगे बढ़ेंगे। उन्होंने चिन्ता जताते हुए कहा कि देश के 30 प्रतिशत युवा वर्तमान में विभिन्न कारणों से डिपे्रशन का शिकार हैं। इसके लिए जरूरी है कि वह मानसिक तौर से अपने को स्वस्थ बनाए रखने के लिए योगा और आध्यात्म को अपनाएं। उन्होंने युवाओं को स्वस्थ, मस्त और व्यस्त रहने का 3 सूत्रीय मंत्र अपनाने की सलाह दी। कहा कि इन मंत्रों को अपनाते हुए प्रत्येक युवा की जिम्मेदारी है कि वह देश के विकास में अपना योगदान दें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

विशिष्ट अतिथि उत्तराखंड सरकार के वित्त और नगर विकास मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने उम्मीद जतायी कि इस सम्मेलन से देश के युवा देश हित में अपनी सोच विकसित करने की प्रेरणा हासिल करेंगे और विश्व को नई दिशा प्रदान करने में सक्षम होंगे। उन्होंने एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित हेली एम्बुलेन्स सेवा को चारधाम यात्रियों सहित राज्यवासियों के लिए वरदान बताया और कहा कि इस सुविधा से ऋषिकेश एम्स को देश के अन्य एम्स से अलग पहिचान मिली है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री भारती पवार ने एम्स के हेलीपैड सहित अस्पताल का निरीक्षण किया और अधिकारियों सहित चिकित्सकों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस दौरान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल, डीन एकेडेमिक्स प्रो जया चतुर्वेदी, दिल्ली एम्स के निदेशक प्रो श्रीनिवास, मंगलागिरी एम्स के निदेशक प्रो मुकेश त्रिपाठी, एम्स रायबरेली के निदेशक प्रो अरविन्द राजवंशी, एम्स गुवाहाटी के निदेशक प्रोफेसर अशोक पुराणिक, एम्स ऋषिकेश के वित्तीय सलाहकार ले कर्नल एस सिद्धार्थ, प्रशाशनिक अधिकारी गौरव बडोला सहित डॉक्टर गीता नेगी, डॉक्टर मोनिका पठानिया, डॉक्टर नीति गुप्ता, डॉक्टर मयंक मिश्रा, डॉक्टर भावना गुप्ता, डॉक्टर दलजीत, डॉक्टर प्रियंका, डॉक्टर मृदुल धर, डॉक्टर कल्याणी, डॉक्टर अनीश गुप्ता, डॉक्टर शाजिया, डॉक्टर आशीष भूते, डॉक्टर प्रखर शर्मा, डॉक्टर वंदना धींगरा, डॉक्टर विनोद सहित संस्थान का विभिन्न स्टॉफगण मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

सुबह किया योगाभ्यास
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान में शुक्रवार को यूथ 20 कन्सल्टेशन इवेन्ट के अन्तर्गत प्रातःकालीन सत्र में प्रतिभागियों, साधकों ने विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास किया। यूथ 20 कन्सल्टेशन इवेन्ट के दूसरे दिन एम्स के ऑडिटोरियम में प्रातःकाल योग सेशन आयोजित किया गया। जिसमें लगभग 70 देशी-विदेशी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर फिनलैंड की योग मर्मज्ञ मैडम हैडी ने युवा साधकों से योग विधा को अपनी दिनचर्या में अनिवार्य रूप से शामिल करने का आह्वान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि योग को आत्मसात कर ही मनुष्य निरोगी काया और दीर्घ जीवन प्राप्त कर सकता है। उन्होंने योग को आत्मा से परमात्मा के मिलन का माध्यम बताया। इस अवसर पर उन्होंने सत्र में शामिल हुए प्रतिभागियों से मडूंकासन, कपालभाती, अनुलोम-विलोम, सूर्यनमस्कार, उत्तमासन्न, भुजंगासन्न, सुप्तासन्न, पश्चिमोत्तानासन आदि योग क्रियाओं का अभ्यास कराया। योग सत्र का सम्मापन प्रतिभागियों/साधकों ने ओम के सामुहिक उच्चारण से किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

योग सत्र में एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉं. मीनू सिंह, डॉं. वंदना ढींगरा, डॉं. प्रखर शर्मा, डॉं. रोहित गुप्ता, डॉं. पंकज शर्मा, डॉं. विनोद, डॉं. पूजा भदोरिया, एम्स आयुष विभाग के योग इंसट्रक्टर दीपचंद जोशी, संदीप भण्डारी, अमित भारद्वाज, बीना आदि मौजुद थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

योगा एंड मेंटल हैल्थ विषय पर पैनल डिस्कशन सत्र
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय यूथ 20 कन्सल्टेशन इवेन्ट के तहत शुक्रवार को योगा एंड मेंटल हैल्थ विषय पर पैनल डिस्कशन सत्र आयोजित किया गया जिसमें विशेषज्ञों ने योग से जीवन में आने वाले सकारात्मक बदलावों पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस सत्र में पेनलिस्ट फिनलेंड की प्रमुख योगाचार्य व आध्यात्मिक शिक्षिका हैडी सोक्का, न्यूरोसाइक्रेटिक हैदराबाद डॉ. चरण तेजा कोगांत, योगा एक्सपर्ट एंड एंटरप्रेन्योर गोवा श्रद्धा जैन, इंडियन फॉरन सर्विस (आईएफएस) स्वेता बंसल, निदेशक एआईएमएस मोहाली डॉ. भवनित भारती, प्रमुख योगा दर्शन शिक्षक हरे कृष्णा दास, दिल्ली एम्स के निदेशक प्रो. एन.श्रीनिवासन व डॉ. अशोक खुराना शामिल थे । जबकि विशेषज्ञों से सवाल करने वाले मॉडरेटर डॉ. मयंक मिश्रा व रूचिता मिश्रा थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस सत्र में मॉडरेटर रूचिता मिश्रा ने डॉ. चरण तेजा से सवाल किया कि हम अपने लक्ष्य पर योगा द्वारा ध्यान कैसे केंद्रीत करें। उसके जवाब में डॉ. चरण ने बताया कि योग से ध्यान केंद्रीत करने के लिए सबसे पहले हमें अपने चित्त को एकाग्र करना होगा। उन्होंने युवाओं को मानसिक शक्ति को बढ़ाने पर भी जोर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दूसरा सवाल श्रद्धा जैन से गर्भावस्था के समय महिला को योग से क्या-क्या लाभ हो सकते है। इस अवस्था में महिला को कौनसे योगासन करने चाहिए। उसके जवाब विशेषज्ञ ने बताया कि गर्भावस्था के समय भी सामान्य योग क्रियाएं जारी रखने से महिला की सामान्य डिलीवरी होने की संभावना काफी अधिक रहती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

तीसरा सवाल हैडी सोक्का से क्या भागवत गीता और योगा में तनाव, प्रतिस्पर्धा तनाव को कम करने का कोई उपाय है। उसके जवाब में उन्होंने चारि़ित्रक गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिये जाने पर जोर दिया। चौथा सवाल स्वेता बंसल से विदेशी राजनयिक देशों के लिए योगा किस तरह से महत्वपूर्ण है। उसके जवाब में विशेषज्ञ ने बताया कि दुनिया भारतीय संस्कृति की ओर आकर्षित होती है। चूंकि योग ऋषि मुनियों की देन है और भारतीय प्राचीन पद्धति है जिससे मनुष्य अनेक तरह के विकारों से दूर हो सकता है। लिहाजा दुनिया के देश योग पद्धति की ओर आकर्षित है। अगला सवाल हरे कृष्णा दास से पूछा गया कि क्या मंत्र जाप करने से तनाव को दूर किया जा सकता था। उसके जवाब में विशेषज्ञ ने बताया कि मंत्र जाप के लिए उपयोगी है और इससे हम तनाव मुक्त होते है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पैनल डिस्कशन के माध्यम से युवाओं ने साझा किए विचार
डिस्कशन सेशन एक पहले सत्र में समग्र और आध्यात्मिक स्वास्थ्य विषय पर हुए पैनल डिस्कशन में नशे की लत की वजह पर प्रश्न किए गए। इस सत्र के चेयरपर्सन प्रो. सुनील सैनी और डॉ. राजेंद्र डोभाल और मॉडरेटर डॉ. वेणुगोपाल दमरेला तथा नीतू कैंथ थी। पैनलिस्टों में डॉ. सरस्वती हेगड़े, जीवा जी हैमंड, निशांत शर्मा, डॉ शीतल सोनी, इंद्र धर और मणिदीपा मांजी ने प्रतिभाग किया। इस दौरान समग्र स्वास्थ्य और चर्चा पर चर्चा के बाद कई प्रश्नों के माध्यम से युवाओं ने अपनी बात रखी। मॉडरेटर्स ने नशे की लत की परिभाषा पर सवाल किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

जीवा हैमंड द्वारा बताया गया कि लत या व्यसन एक ही गतिविधि को बार-बार करने की प्रक्रिया है। बताया कि शरीर में आध्यात्मिक असंतुलन होने से मन नशे की लत की ओर बढ़ता है। इसे बड़े आध्यात्मिक संकट का लक्षण बताया गया। बताया गया कि इसके उपचार के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मॉडरेटर्स द्वारा अगला सवाल किया गया कि क्या पुरानी बीमारियों को ठीक करने के लिए वैकल्पिक उपचार का तरीका अपनाया जाना चाहिए। इस पर डॉक्टर सरस्वती ने जबाव दिया कि योग और मेडिटेशन पद्धति में बताए गए पंच तत्व को ठीक रखकर शारीरिक रोग से निदान पाया जा सकता है। निशान्त शर्मा ने औरा थेरेपी के विषय में बताया कि यह व्यक्ति के एनर्जी क्षेत्र में मौजूद सकारात्मक और नकारात्मक उर्जा को पहिचानकर उसे ठीक करने में उपयोगी होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पैनल डिस्कसन में खेल और फिटनेस पर चर्चा
यूथ .20 समिट के तीसरे सत्र में आयोजित पैनल डिस्कसन में खेल और फिटनेस विषय पर चर्चा की गई। इस सत्र में पेनलिस्ट कर्नल आर एस जामवाल, प्रख्यात पर्वातारोही, ले कर्नल डी डी गोयल, विदिषा बालियान ऐथलीट, भरत सचदेवा हेल्थ कनस्लटेंट, इलयाष पटेल, डॉ साइकत मन्डल सीनियर क्लीनिकल फैलो शामिल थे। जबकि सवाल करने वालों में मोडरेटर सेवानिर्वत प्रो ले0 कर्नल अकुंर सब्बरवाल साइकोलोजिस्ट, एम्स ऋषिकेश की डॉ0 भावना गुप्ता शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस सत्र में भावना गुप्ता ने कहा कि जीवन के स्वास्थ्य कल्याण के लिए खेल और फिटनेस कैसे उपयोगी है। इस पर इलयाश पटेल द्वारा बताया गया कि खेलों में अपने को व्यस्त रखने से डिप्रेशन को कम किया जा सकता है। इससे शरीर सहित मानसिक स्वास्थ्य को भी सीधा लाभ होता है। एम्स मंगलागिरी के निदेशक प्रो0 मुकेश त्रिपाठी ने बताया कि खेल में हार को स्वीकार करके फिर से जीत की उम्मीद बनाए रखना अनिवार्य होता है। पर्वतारोही कर्नल आरएस जामवाल से पूछे गए सवाल के जबाव में उन्होंने अपने अनुभव साझा किए और इस क्षेत्र को साहसिक और चुनौती पूर्ण बताया। दो दिन के इस सम्मेलन का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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