फल और सब्जियों के दामों का असर, खुदरा महंगाई 6.01 फीसद तक पहुंची
देश में खुदरा महंगाई 6.01 फीसदी पर पहुंच गई है। यह छह माह में खुदरा महंगाई का सबसे उच्चतम स्तर है। खुदरा महंगाई के स्तर को फल और सब्जियों के दामों का असर माना जा रहा है।
देश में खुदरा महंगाई 6.01 फीसदी पर पहुंच गई है। यह छह माह में खुदरा महंगाई का सबसे उच्चतम स्तर है। खुदरा महंगाई के स्तर को फल और सब्जियों के दामों का असर माना जा रहा है। साथ ही कच्चे तेल के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं और इस कारण भी मुद्रास्फीति पर असर देखा जा रहा है। इससे पहले दिसंबर में मुद्रास्फीति 5.59 फीसदी रही थी। नवंबर 2021 में यह 4.91 फीसदी थी।अगर जनवरी 2022 की खुदरा महंगाई की बात करें तो यह पिछले साल इसी अवधि से करीब दो फीसदी ज्यादा है। जनवरी 2021 में खुदरा महंगाई 4.06 प्रतिशत थी। जनवरी 2022 से पहले महंगाई जुलाई 2021 में 6.60 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर थी, लेकिन इसके बाद इसमें गिरावट आई थी। सितंबर 2021 में 4.35 प्रतिशत तक नरम पड़ गई थी। हालांकि त्योहारी सीजन में आखिरी महीनों में इसने फिर तेजी पकड़ी और अब यह फिर से 6.01 फीसदी पर जा पहुंची है।
रिजर्व बैंक ने भी महंगाई के छह फीसदी के आसपास रहने का अनुमान लगाया था। खुदरा महंगाई दिसंबर 2021 में आरबीआई के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक Consumer Price Index (CPI) 5.59 प्रतिशत रहा था। आरबीआई ने महंगाई को 6 फीसदी का उच्चतम स्तर तय कर रखा है। हालांकि आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि अभी किसी भी प्रकार की घबराहट की जरूरत नहीं है।





