ई रिक्शा चालकों ने सरकार पर लगाया उत्पीड़न का आरोप, पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा- किया जाएगा आंदोलन
उत्तराखंड की राजधीनी देहरादून में ई रिक्शा चालकों ने सरकार, जिला प्रशासन, आरटीओ और पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। दून ई रिक्शा एसोसिएशन की बैठक आज रविवार हरिद्वार रोड स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में आयोजित की गई। इस मौके पर पहुंचे राजपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता राजकुमार ने चालकों की मांग को समर्थन देने की घोषणा की। साथ ही कहा कि ई रिक्शा चालकों का उत्पीड़न सहन नहीं किया जाएगा। जल्द ही उनकी मांगों को लेकर आंदोलन किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि परिवहन सचिव, आरटीओ एवं यातायात अधिकारी से शीघ्र ही मुलाकात करके ई रिक्शा चालकों की समस्याओं का समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पूर्व विधायक राजकुमार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि ई रिक्शा चालकों का व्यापक स्तर पर चालान किया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चालकों ने प्रातः आठ बजे से रात्रि आठ तक का प्रतिबंध हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि रात्रि में ई रिक्शा चलाने में चालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ई रिक्शा चालकों के बेवजह चालान काटे जा रहे हैं, उन पर रोक लगाई जाए। ई रिक्शा चालकों ने कहा कि सुप्रीम कार्ट के आदेशानुसार फोर वीलर के लाईसेंस पर चलाने की मंजूरी दी जाये। साथ ही आरटीओ की ओर से ई रिक्शा का अलग से लाईसेंस जारी किया है, उस लाइसेंस पर रोक लगवाई जाने की आवश्यकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर नई गाडियों के रजिस्ट्रेशन पर आरटीओ से लगाई गई रोक को हटाने की मांग की गई। ई रिक्शा के लिए स्टैंडों की भी व्यवस्था की मांग की गई। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ने ई रिक्शा चालकों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं के हल के संबंधित अधिकारियों से मुलाकात की जायेगी।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।