ग्राफिक एरा अस्पताल के चिकित्सकों ने नई तकनीक से बचाई पेशेंट की जान, ब्रेन हेमरेज से था पीड़ित
देहरादून में ग्राफिक एरा अस्पताल के चिकित्सकों ने नई तकनीक से दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे पेशेंट की जान बचाने में कामयाबी हासिल की है। ग्राफिक एरा अस्पताल में आए एक अनोखे मामले में पेशेंट जटिल एन्यूरिज्म के कारण ब्रेन हेमरेज से पीड़ित था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा अस्पताल के विशेषज्ञों की टीम ने चिकित्सा के क्षेत्र में आई नई तकनीक एन्डोवैस्कुलर कॉयलिंग की मदद से पेशेंट का इलाज करने में सफलता पाई है। विशेषज्ञों ने बताया कि पेशेंट एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा था जिसमें मृत्यु दर बहुत ज्यादा होती है। इलाज के बाद अब पेशेंट पूरी तरह से स्वस्थ है और जल्द ही अपने सामान्य जीवन में लौट सकेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि ग्राफिक एरा अस्पताल का न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट, न्यूरो इंटरवेंशन एंडोवस्कुलर, माइक्रो सर्जिकल क्लिपिंग प्रोसीजर, फ्लोरोसेंस गाइडेड सर्जरी, इंट्राऑपरेटिव न्यूरो मॉनिटरिंग जैसी वर्ल्ड क्लास तकनीकों से लैस है। इनका उपयोग मरीजों में ट्राईजेमिनल न्यूरलजिआ, ब्रेन व स्कल में ट्यूमर, ब्रेन व स्पाइन में डिसऑर्डर व आर्टेरियोवीनस मालफंक्शन सहित अन्य बीमारियों के उपचार में किया जाता है। ग्राफिक एरा अस्पताल के विशेषज्ञों की टीम में डॉ. पार्था प्रतिम बिस्नु, डॉ. अंकुर कपूर, डॉ. पायोज़ पांडे, डॉ. शेखर बाबू, डॉ. निखिल शर्मा और डॉ. श्रुति शामिल थे।
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