दिव्यांगों को मिली व्हील चेयर, चश्मे व कान की मशीन, राजनीति दूसरे पायदान पर, पहली प्राथमिकता सेवाः धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राजनीति मेरे जीवन की प्राथमिकता में दूसरे स्थान पर है और सेवा पहले स्थान पर है।

देहरादन में चकराता रोड स्थित महेन्द्र विहार में सामाजिक संस्था लोक सेवा संगम और एनआईवीएच के सहयोग से एक मेडिकल हैल्थ कैम्प का शुभारंभ उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सरकारी तंत्र की बड़ी भूमिका है, किंतु भारत जैसी बड़ी आबादी वाले देश में गैर सरकारी सामाजिक संस्थाओं की भी बहुत बड़ी व महत्वपूर्ण भूमिका है। ये बात कोविड काल में साबित हो चुकी है।
धस्माना ने कहा कि बीमार और उस पर भी दिव्यांग जनों की सेवा तो साक्षात भगवान की सेवा के बराबर है। इस अवसर पर लोक सेवा संगम के अध्यक्ष मन मोहन कपूर ने कोविड काल में धस्माना के ट्रस्ट से की गई सेवा विशेष तौर पर ऑक्सीजन बैंक की स्थापना का उल्लेख करते हुए कहा कि अनेक लोगों की जान धस्माना के प्रयासों से बची। इस अवसर पर श्री धस्माना ने तीन दिव्यांगों को व्हील चेयर, 26 मरीजों को कान की मशीन, 122 मरीजों को आंख के चश्मे भेंट किए। साथ ही एक दर्जन दांतों के मरीजों का चिकित्सकों ने चेकअप किया।
कार्यक्रम में एनआइवीएच के रिहैबिलिटेशन ऑफिसर जगदीश लखेड़ा, डॉक्टर आरपी जोशी, डॉक्टर ओपी गुप्ता, डॉक्टर रोहित अग्रवाल, ईएनटी डॉक्टर अनिल सिंह, नेत्र चिकित्सक सूर्यकप्रकाश, अस्तिका वैलनेस के संस्थापक नवनीत कपूर ने कैम्प में पहुंचे दिव्यांगों व मरीजों की जांच की।
रामनवमी पर्व पर भंडारे का आयोजन
श्रीदेवसुमन नगर स्थित श्री राम मंदिर में राम नवमी के अवसर पर आयोजित अखंड रामायण के समापन में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने उपस्थित श्रद्धलुओं को राम नवमी व चैत्र नवरात्र की बधाई दी। उन्होंने कहा कि भगवान राम को अगर सबसे प्रिय कोई लगता है तो वो भक्त हनुमान हैं। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम भगवान विष्णु के अवतार थे, किंतु जब उन्होंने मनुष्य रूप में जन्म लिया तो उन्होंने पूरी दुनिया के मानव को मर्यादित जीवन जीने का रास्ता स्वयं मर्यादित जीवन जी कर दिया, ना कि उपदेश दे कर।
धस्माना ने चैत्र नवरात्र की बधाई देते हुए कहा कि इस जगत की कारण माँ है। बिना शक्ति के शिव भी शव हैं। इसलिए हमें अगर जीवन में भगवती को प्रसन्न करना है तो सबसे पहले हमारे घर में जीवित देवी माँ, बहन, बेटी, बहु का सबसे पहले सम्मान करना होगा। तभी भगवती प्रसन्न होंगी। इस अवसर पर धस्माना का मंदिर समिति के प्रधान प्रमोद गुप्ता, पार्षद संगीता गुप्ता, एल डी आहूजा, एस पी सिंह, एस के गोयल ने अंगवस्त्र पहना कर व माल्यार्पण कर स्वागत किया। मंदिर प्रांगण में इस अवसर पर भंडारा आयोजित किया गया।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।