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August 2, 2025

उत्तराखंड में आफत, पहाड़ों में पत्थरों की बारिश, मैदानों में जल भराव, वीडियो में देखें उफान पर खीर गंगा, अगले चार दिन भारी

उत्तराखंड में लगातार बारिश से आफत का दौर भी चल रहा है। भूस्खलन से पर्वतीय क्षेत्रों में करीब 50 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। पहाड़ों से पत्थर गिर रहे हैं। मलबा आने से सड़कें बंद हो रही हैं।

उत्तराखंड में लगातार बारिश से आफत का दौर भी चल रहा है। भूस्खलन से पर्वतीय क्षेत्रों में करीब 50 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। पहाड़ों से पत्थर गिर रहे हैं। मलबा आने से सड़कें बंद हो रही हैं। दो दिन के भीतर नैनीताल और ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर कार के ऊपर पत्थर गिरने से दो लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, नदी नाले उफान पर हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आज गुरुवार यानी 22 जुलाई को भी कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है। अगले चार दिन तक इसी तरह का दौर जारी रहेगा।
पहाड़ से हो रही है पत्थरों की बरसात
लगातार बारिश से पहाड़ियां दरक रही हैं। पहाड़ों से पत्थर गिर रहे हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर बुधवार को तोताघाटी में चलती कार पर पत्थर गिरने से प्रोफेसर की मौत हो गई। कार में सवार अन्य लोग घायल हैं। इससे एक दिन पहले मंगलवार को भी नैनीताल जिले में भी कार पर पत्थर गिरने से गुरुग्राम के व्यवसायी की मौत हो गई थी। इस हादसे में उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं। इन दोनों हादसों में ही कार की छत काटकर लोगों को बाहर निकाला गया था। वहीं, पिथौरागढ़ में पांच दिन पूर्व खुला चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख मार्ग गर्बाधार से आगे मलबा आने से फिर बंद हो गया है।

इसके अलावा प्रदेश में अब भी 50 से अधिक मोटर मार्ग बंद हैं। कई स्थानों पर ग्रामीणों के फंसे होने की भी सूचना है। नैनीताल जिले में चार दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के चलते राज भवन मार्ग का करीब 20 मीटर हिस्सा दरक गया। सड़क और सुरक्षा दीवार के पत्थर और मलबा नीचे स्थित पालिका बाजार में पसर गया। बची सड़क के हिस्से की भी दरकने की आशंका है। गनीमत रही कि सड़क दिन के समय नहीं धंसी, नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता।

देहरादून में जलभराव से लोग परेशान
देहरादून में जैसे ही तेज बारिश हो रही है, साथ ही जलभराव की समस्या भी पैदा हो रही है। कारगी चौक समेत विभिन्न स्थानों पर सड़कें जलमग्न हो रही हैं। इससे आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आढ़त बाजार, प्रिंस चौक, रेलवे स्टेशन के बाहर, एस्लेहाल चौक, राजीव नगर कंडोली, दर्शन लाल चौक, घंटाघर, बुद्धाचौक, लैंसडौन चौक, डिस्पेंसरी रोड, सरनिमल बाजार, मोहब्बेवाला, ट्रांसपोर्टनगर, बंजारावाला, मोथरोवाला में जगह-जगह बारिश से सड़कों व चौक-चौराहों में पानी भर गया। बारिश से सबसे अधिक पलटन बाजार व धामावाला बाजार प्रभावित हो रहा है। यहां स्मार्ट सिटी के तहत निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे आमजन समेत व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उफान पर आई खीर गंगाः वीडियो- उत्तरकाशी से सुमित कुमार

 

उत्तरकाशी जिले में अभी मांडो गांव की आपदा कहर थमा ही नही था कि गंगोत्री धाम से महज 30 किलो मीटर पहले धराली कस्बे में खीर गंगा का जल स्तर बढ़ने से स्थानीय निवासियों में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। खीर गंगा का प्रवाह इतना अधिक हो गया की गंगोत्री नेशनल हाइवे के ऊपर बने पुल से बहने लगी। ये खीर गंगा वर्ष 2018 में तांडव मचा चुकी है।
खीर गंगा नदी में आये मलवे से गांगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद भी करना पड़ा। हालांकि बाद में भारी मशीनों की साहयता से पानी को डायवर्ड किया जा चुका है। इससे अब मार्ग खुल गया है। हालांकि अब नदी में आ रहे मलवे की वजह से कल्प केदार मंदिर पर खतरा मंडरा रहा है। हालात पर नजर बनाए रखने के लिए मौके पर आपदा प्रबंधन और पुलिस की टीम को तैनात कर दिया गया है।

नैनीताल झील का जलस्तर बढ़ा
सरोवर नगरी नैनीताल में लगातार हो रही बारिश नैनी झील के लिए वरदान साबित हो रही है। बारिश से झील के जलस्तर ने लगातार दूसरे वर्ष जुलाई में ही दस फीट का आंकड़ा छू लिया है। शाम तक जलस्तर सामान्य से दस फीट ऊपर दर्ज किया गया। बीते वर्ष जुलाई अंत में यह 10.7 फीट था। हालांकि अभी इस माह के दस दिन और शेष है। इससे जुलाई माह में ही जलस्तर 11 फीट से ऊपर पहुंचने की संभावना है।
इस साल शीतकाल में औसत से कम बारिश और कम बर्फबारी से जलस्तर में गिरावट आनी शुरू हो गई थी। मई में प्री-मानसून में अच्छी बारिश होने से झील के गिरते जलस्तर की चिंता कम होने लगी। मानसून की बारिश झील के लिए सोने पर सुहागा साबित हुई। ढाई माह में ही माइनस के करीब पहुंचा झील का जलस्तर सामान्य से दस फीट ऊंपर पहुंच गया है। बीते चार दिनों में झील के जलस्तर में करीब तीन फीट की बढ़ोत्तरी हुई है। बारिश शुरू होने से पूर्व जहां झील का जलस्तर करीब सात फीट बना हुआ था। वह बढ़कर दस फीट पहुंच गया है।
उत्तराखंड का मौसम 
उत्तराखंड में अभी भी बारिश का दौर जारी है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक बिक्रम सिंह के मुताबिक आज से लेकर 26 जुलाई तक प्रदेश में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। आज 22 जुलाई को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं भारी बारिश की संभावना है। साथ ही गर्जन के साथ तेज बौछार, आकाशीय बिजली चमकने की भी संभावना है।
23 और 24 जुलाई को उत्तराखंज में कहीं कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही तेज बौछार की संभावना है। 25 जुलाई को कुमाऊं क्षेत्र में नैनीताल, चंपावत, उधमसिंह नगर जिले में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। 26 जुलाई को भी राज्य में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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