निरस्त की गई भर्ती परीक्षा कराने को लेकर डिप्लोमा स्टूडेंट्स ने किया सचिवालय कूच
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याद कीजिए जब पुष्कर सिंह धामी ने अपने पहले कार्यकाल में सीएम की शपथ ग्रहण की थी तो उन्होंने बेरोजगारों के लिए बड़ी घोषणा की थी। तब उन्होंने कहा कि था वह जो घोषणा करेंगे उसे छह माह में पूरा कर दिखाएंगे। उनका पहला कार्यकाल लगभग आठ माह का था। उन्होंने सबसे पहली घोषणा की थी कि छह माह के सरकारी विभागों में रिक्त 22 हजार पदों पर नियुक्ति कर पदों को भर दिया जाएगा। उनका दूसरा कार्यकाल भी आ गया, लेकिन यह आंकड़ा आज तक पूरा नहीं हुआ। वहीं, कई भर्ती परीक्षाएं नकल की भेंट चढ़ी और परीक्षाओं को निरस्त कर दिया गया। परीक्षा नकल घोटालों में बीजेपी के कई नेता भी गिरफ्तार हुए। अब जूनियन इंजीनियर भर्ती परीक्षा के अधर पर लटके होने पर बेरोजगार डिप्लोमा स्टूडेंट्स ने आज देहरादून में परेड मैदान से सचिवालय के लिए कूच किया। इस दौरान जोरदार प्रदर्शन किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीएम की घोषणा के अनुरूप यदि कार्य होता तो हर छह माह के हिसाब से 80 हजार लोगों को सरकारी नौकरी मिल जाती, लेकिन करीब आधा दर्जन परीक्षा नकल के चलते निरस्त हो चुकी हैं। सरकार ने ताजा आंकड़ा तक जारी नहीं किया कि आज तक पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में कितने लोगों को सरकारी नौकरी दी गई है। वहीं, कुछ माह पहले की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में 80 हजार से ज्यादा सरकारी पद रिक्त हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हालांकि, सड़कों पर उतरने वाले अधिकांश युवा भी हिंदू और मुस्लिम की राजनीति में उलझे होते हैं। अपने मामले में वे भले ही प्रदर्शन करें, लेकिन जब देश की बात आती है तो वह भी जहरीली राजनीति की आंच में की चपेट में आ जाते हैं। उत्तरकाशी में लव जिहाद के नाम पर झूठी अफवाह हो या फिर लैंड जिहाद के नाम पर मजारों को तोड़ने का मामला। अधिकांश युवा इसी में उलझ जाते हैं। ऐसे में उनके भविष्य का सवाल ठंडे बस्ते में होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में कई भर्ती परीक्षाएं नकल की भेंट चढ़ीं और इनमें से कई को दोबारा संपन्न कराया जा चुका है। इसके बावजूद कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा को लेकर कोई अपडेट नहीं आने से अभ्यर्थी नाराज हैं। इसे लेकर आज चार अगस्त को देहरादून में परेड मैदान से सचिवालय तक बेरोजगारों ने कूच किया। सचिवालय पहुंचने पर डिप्लोमा स्टूडेंट्स ने सड़क पर धरना भी दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताया गया कि उत्तराखंड संयुक्त कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती 2015 के बाद लगभग सात वर्ष बाद 2022 में आयोजित कराई गई। इसमें विभिन विभागों के 776 पद सम्मिलित थे। इस भर्ती की परीक्षा सात व 10 मई 2022 को आयोजित कर इसका परीक्षा परिणाम 31 अगस्त 2022 को जारी किया गया। साक्षात्कार दिसम्बर माह में प्रारम्भ किया गया। इसी दौरान पटवारी परीक्षा में नकल प्रकरण के बाद इस परीक्षा पर भी रोक लगा दी गयी। इस परीक्षा में भी नकल की पुष्टि होने के बाद परीक्षा को निरस्त कर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शनकारी सचिन कुमार ने बताया कि लोक सेवा आयोग की ओर से 10 मार्च 2023 को विज्ञप्ति जारी कर यह आश्वासन दिया गया कि उक्त भर्ती का पुनर्विज्ञापन अप्रैल माह में तथा पुनर्परीक्षा अगस्त माह में संपन्न कराई जाएगी। इसके बावजूद आज तक पुनर्विज्ञापन के सम्भन्ध में कोई कार्यवाही नहीं की गई। साथ ही पूर्व विज्ञापित पदों में ही कटौती की जा रही है। इसके विरोध में समस्त तकनीकी छात्र छात्राों की ओर से आज प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों में शुभम कटारिया, संजय नेगी, संदीप उनियाल आदि शामिल थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।