मोरबी पुल हादसे की न्यायिक जांच की मांग सुप्रीम कोर्ट पहुंची, 14 नवंबर को होगी सुनवाई, 2 नवंबर को गुजरात में राज्यव्यापी शोक
गौरतलब है कि 30 अक्टूबर की शाम करीब साढ़े छह बजे गुजरात के मोरबी इलाके में माच्छू नदी में एक केबल पुल गिर गया था। हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई है। 100 घायल लोग मोरबी अस्पताल में भर्ती कराए गए। मरने वालों में करीब 47 बच्चे भी थे। बताया गया है कि जब पुल गिरा उस समय उस पर करीब 500 लोग थे। इस पुल को हादसे से चार दिन पहले मरम्मत के बाद खोला गया था। इस ब्रिज पर जाने के लिए 17 रुपये का टिकट लेना पड़ता है और इस ब्रिज की क्षमता महज 125 लोगों की थी।हादसे के दिन लगभग 500 लोगों को ब्रिज पर जाने दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जनहित याचिका में ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए देशभर में जितने भी पुराने पुल या स्मारक हैं, वहां होने वाली भीड़ को मैनेज करने के लिए नियम बनाने की मांग की गई है। इसके साथ ही राज्य सरकारों को पुराने धरोहरों और पुलों के सर्वे के लिए एक कमेटी बनाने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि स्थायी आपदा नियंत्रण विभाग बनाने से त्रासदियों का तुरंत बचाव का काम शुरू हो सकेगा और ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा। सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने यह जनहित याचिका दाखिल की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मोरबी पुल हादसे में मृतकों के लिए 2 नवंबर को गुजरात में राज्यव्यापी शोक मनाने का निर्णय लिया गया है। राज्य में सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई समारोह या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। गुजरात के मोरबी में पुल गिरने के हादसे के एक दिन बाद पुल की मरम्मत करने वाली कंपनी ओरेवा के 2 अधिकारियों सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सूत्रों का कहना है कि वे ओरेवा के मध्य स्तर के कर्मचारी हैं। जानकारी यह भी है कि कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी पुल त्रासदी के बाद से लापता हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कंपनी ओरेवा को कई खामियों के लिए दोषी ठहराया जा रहा है, जिसमें फिटनेस प्रमाणपत्र लेने में कथित विफलता और समय से पहले पुल को फिर से खोलना शामिल है। रेस्क्यू टीम ने अभी तक 170 लोगों को बचा लिया है। आज सुबह से फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा। हादसे के बाद कई लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले कई जानें बचा लीं। जिग्नेश लाल जी भाई ऐसे ही एक शख्स हैं। उन्होंने स्क्यू ऑपरेशन शुरू होने से पहले ही कम से कम 90 लोगों को बचा लिया। इनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गांधीनगर स्थित राजभवन में मोरबी में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री ने मोरबी में हुई दुर्घटना के बाद से जारी बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। पीएम मोदी मंगलवार को गुजरात का दौरा करेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान गुजरात के मोरबी शहर में पुल हादसे में मारे गए लोगों की याद में दो मिनट का मौन रखा।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।