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August 1, 2025

गंगोत्री मंदिर समिति के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम धामी से की मुलाकात, भू बंदोबस्त पर रखा अपना पक्ष

उत्तराखंड में देवस्थानम को बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर आज चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। इस बीच गंगोत्री मंदिर समिति के पूर्व पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिला।

देवस्थानम बोर्ड के मुद्दे को लेकर राज्य सरकार चौतरफा घिरी हुई है। तीर्थ पुरोहित लगातार राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उत्तराखंड में देवस्थानम को बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर आज चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके तहत देहरादून में यमुना कालोनी स्थित कैबिनेट मंत्रियों के आवास के समक्ष धरना दिया गया। इस बीच गंगोत्री मंदिर समिति के पूर्व पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने गंगोत्री धाम के भू बंदोबस्त को लेकर अपना पक्ष रखा।
गंगोत्री मंदिर के पूर्व सचिव रावल रविन्द्र सेमवाल ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। रावल रविन्द्र सेमवाल ने बताया कि 61 साल से गंगोत्री धाम में भूमि बंदोबस्त की तरफ अभी तक राज्य सरकार का ध्यान नहीं गया है। बार बार सरकार से मांग करने के बाद भी सरकार का इस और ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि अविलम्ब गंगोत्री धाम के भूमि बंदोबस्त का नोटिफिकेशन जारी करवाए। इतना ही नहीं हिमपात से पहले राजस्व की टीम गंगोत्री धाम पहुंचकर भू सर्वेक्षण और भू मापन किया जा सके। रावल रविन्द्र सेमवाल ने कहा कि बिना भू बंदोबस्त के तीर्थ पुरोहित खुद को दोयम दर्जे के नागरिक बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों को अपने संवैधानिक अधिकार मिलने चाहिए। जिससे वे अभी तक वंचित हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थ पुरोहितों को सकारात्मक विश्वास दिलाया है। इसके बाद पुरोहितों ने सीएम को गंगाजल और आर्शीवचन देकर चुनाव को लेकर शुभकामनाएं दी हैं। रावल रविन्द्र सेमवाल के साथ प्रतिनिधिमंडल में पूर्व अध्यक्ष रमेश सेमवाल, पूर्व सचिव मानेन्द्र सेमवाल, पूर्व संयोजक कृपाराम सेमवाल, पूर्व सचिव आर सी सेमवाल, पूर्व उपाध्यक्ष जिला पंचायत कुशाल सिंह, पूर्व अध्यक्ष गंगोत्री व्यापार मंडल समिति सत्येंद्र सेमवाल समेत कई तीर्थ पुरोहित शामिल रहे।
उधर, उत्तराखंड में देवस्थानम को बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर आज चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके तहत देहरादून में यमुना कालोनी स्थित कैबिनेट मंत्रियों के आवास के समक्ष धरना दिया गया। साथ ही तीर्थ पुरोहितों ने चेतावनी दी कि जल्द कोई निर्णय नहीं होता तो सिलसिलेवार आंदोलन किया जाएगा।
गौरतलब है कि देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग कर रहे चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत ने गत दिवस देहरादून में गांधी रोड स्थित अग्रवाल धर्मशाला में बैठक की थी। इसमें सिलसिलेवार आंदोलन की रणनीति बनाई। तय किया गया है कि 23 नवंबर को देहरादून में कैबिनेट मंत्रियों के आवास का घेराव किया जाएगा। इसी के तहत आज ये प्रदर्शन किया गया। तीर्थ पुरोहित मंत्रियों के आवास के समक्ष धरने पर बैठे। आंदोलन के तहत अब 27 नवंबर को बोर्ड गठन के दो साल पूरे होने पर काला दिवस मनाते हुए सचिवालय कूच होगा। इससे बाद आंदोलन को तेज करते हुए एक दिसंबर से चारों धामों के पूजा स्थल के साथ ही देहरादून में क्रमिक अनशन किया जाएगा।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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