सोमवती अमावस्या में हरिद्वार में गंगा स्नान को उमड़ी भीड़, पहला शाही स्नान आज
सोमवती अमावस्या के दिन स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह है। सुबह से ही हरिद्वार और ऋषिकेश के गंगा घाटों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी।

सोमवती अमावस्या के दिन स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह है। सुबह से ही हरिद्वार और ऋषिकेश के गंगा घाटों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। सुबह करीब सात बजे तक नौ लाख लोग स्नान कर चुके थे। अप्रैल माह से शासन की ओर से घोषित कुंभ मेला अवधि के तहत आज कुंभ का पहला शाही स्नान भी है। ऐसे में सुबह सात बजे हरकी पैड़ी को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया। हरकी पैड़ी पर ब्रह्म कुंड को अखाड़ों के लिए आरक्षित रखा गया है। आम श्रद्धालु अब अन्य घाटों पर स्नान करना कर रहे हैं। शाही स्नान सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू होकर शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। सभी तेरह अखाड़ों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार कुंभ औपचारिक तौर पर एक अप्रैल से आरंभ हुआ। पहले शाही स्नान में सभी 13 अखाड़े भाग लेंगे। इससे पहले परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि पर्व पर सात संन्यासी अखाड़ों ने ही स्नान किया था। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद पहले ही अखाड़ों का स्नान क्रम तय कर चुका है। इसके अनुसार सोमवार को सर्वप्रथम श्रीपंचायती अखाड़ा श्रीनिरंजनी स्नान करेगा। उसके साथ आनंद अखाड़ा रहेगा।
इसके बाद श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े का क्रम तय किया गया है। जूना के साथ अग्नि, आह्वान और किन्नर अखाड़ा स्नान करेंगे। अगली बारी महानिर्वाणी है, उसके साथ अटल अखाड़ा भी स्नान करेगा। फिर दिंगबर अणि, निर्वाणी अणि और निर्मोही अणि और अगले क्रम में बड़ा व नया उदासीन अखाड़ा रहेगा। अंत में निर्मल अखाड़े के साथ ही शाही स्नान संपन्न हो जाएगा। अखाड़ों का अंतिम स्नान शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। इसके बाद गंगा आरती की जाएगी। गुंज्याल ने बताया कि हरकी पैड़ी तक पहुंचने के लिए अखाड़ों का मार्ग भी तय कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दी शुभकामनाएं
भगवान शिव की आराधना की प्रतीक पुण्यदायी मौनी और सोमवती अमावस्या पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान गौरीशंकर के आशीर्वाद से सभी के जीवन में हमेशा सुख-शांति बनी रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ को भव्य, दिव्य और सुरक्षित बनाने की दिशा में हम निरंतर कार्य कर रहे हैं। इस पावन अवसर पर कुंभ में गंगा स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करें। हमने बार्डर पर आरटीपीसीआर की व्यवस्था करवाई है। बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को टेस्टिंग के बाद ही स्नान के लिए आगे भेजा जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि कुंभ 12 साल में एक बार आता है इसलिए सभी श्रद्धालुओं और साधु-संतों के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ ही मेरा सभी से आग्रह है कि कोविड को लेकर भारत सरकार द्वारा निर्धारित की गई गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन अवश्य करें। पहला शाही स्नान पूरी श्रद्धा के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ था। आने वाले शाही स्नानों के लिए भी हमने उचित व्यवस्था कर रखी है। भारत सरकार ने हमें सभी चीजें जैसे मास्क, पीपीई किट आदि उपलब्ध करवाई हैं, जिसके लिए हम उनके आभारी हैं। हमारे पास कोई कमी नहीं है। कोरोना को लेकर राज्य में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि आगे भी नियंत्रण में रहेंगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।