Coronavirus: एक परिवार, तीन संक्रमित, अलग-अलग कमरे में आइसोलेट, थर्मामीटर एक, किट से महंगा सामान गायब
कोरोना संक्रमितों को सरकार की ओर से दी जाने वाली होम आइसोलेशन कीट से महंगा सामान गायब हो रहा है। या फिर एक घर में सबको नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या एक संक्रमित दूसरे संक्रमित की छुई गई वस्तु को इस्तेमाल करेगा।
कोरोना संक्रमितों को सरकार की ओर से दी जाने वाली होम आइसोलेशन कीट से महंगा सामान गायब हो रहा है। या फिर एक घर में सबको नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या एक संक्रमित दूसरे संक्रमित की छुई गई वस्तु को इस्तेमाल करेगा। जवाब यदि नहीं है तो यहां का स्वास्थ्य महकमें का यही तर्क है कि परिवार में सब एक ही थर्मोमीटर और ऑक्सीमीटर को इस्तेमाल करें।
ये है घटना
देहरादून के गणेश बिहार अजबपुर स्थित एक घर में महिला सहित तीन लोग कोरोना संक्रमित हो गए। अनूप भट्ट नाम के युवक ने बताया कि कोरोना संक्रमित होने पर स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी का फोन उन्हें आना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने खुद ही आनलाइन आइसोलेशन फार्म फरा और इसकी जानकारी दी। वह खुद, उनके मामा का बेटा और छोटे भाई की पत्नी कोरोना संक्रमित हुए तो तीनों अलग-अलग कमरे में आइसोलेट हो गए।
घर पर पहुंची किट
उन्होंने बताया कि उनके घर तीन कोविड-19 होम आइसोलेशन की किट पहुंची। इसे लेकर एक पीआरडी जवान लाया। इस किट के बाहर एक लिस्ट चस्पा थी। इसमें नौ सामग्री का जिक्र किया गया था। एक किट में चार तरह की टेबलेट, दस मास्क, सौ एमएल हैंड सैनीटाइजर, एक पॉलीबैग, एक पल्स ऑक्सीमीटर, एक डिजीटल थर्मामीटर आदि का जिक्र था। किट खोलने पर एक ही किट में पूरी सामग्री मिली। दो किट से पल्स ऑक्सीमीटर व डिजीटल थर्मामीटर गायब था। इस संबंध में जब जानकारी लेनी चाही तो बताया गया कि एक घर में एक ही किट में उक्त सामान दिया जा रहा है।
सबसे बड़ा सवाल
सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या होम आइसोलेशन के दौरान तीनों संक्रमित एक साथ रहें या फिर अलग-अलग। दूसरा सवाल ये उठता है कि क्या एक ही थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर को तीन संक्रमित इस्तेमाल या फिर तीनों के लिए अलग-अलग हों। यहां ये भी सवाल उठता है कि जब किट खरीदी गई होगी तो उसकी बिलिंग भी नौ आयटम के साथ की गई होगी। तभी तो पैकेट के बाहर नौ सामग्री की लिस्ट चस्पा की गई। यदि ऐसा नहीं है तो दो किट में लगी सूची में दो सामग्री कम दर्शानी चाहिए थी। फिर आखिर किट के भीतर से सामग्री निकालकर कौन गायब कर रहा है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।