पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर 16 अप्रैल को संवैधानिक मार्च, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने दिया समर्थन
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन के संवैधानिक मार्च को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड ने समर्थन दिया है। परिषद के प्रान्तीय प्रवक्ता आरपी जोशी ने यह बताया कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड द्वारा पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आन्दोलन (NMOPS) के तत्वावधान में 16 अप्रैल 2023 को उत्तराखंड के समस्त जनपदों में आयोजित किए जा रहे संवैधानिक मार्च को अपना समर्थन प्रदान किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुरानी पेंशन बहाली को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन (एनएमओपीएस) के बैनर तले पुरानी पेंशन बहाली को लेकर पिछले कई साल से आंदोलन किया जा रहा है। अब फिर से आंदोलन गरमा गया है। हाल ही में जिलों में रैलियों का आयोजन किया गया था। अब 16 अप्रैल को संवैधानिक मार्च निकाला जाएगा। राजधानी में ये मार्च परेड ग्राउंड से कचहरी शहीद स्थल तक मार्च निकाला जाएगा। अन्य सभी जिलों में भी मुख्यालय पर कर्मचारी मार्च निकालेंगे। इसके बाद एक मई को संसद मार्च होगा। इसमें सभी कर्मचारियों से अपने परिवार और मित्रों को लेकर दिल्ली पहुंचने की अपील की जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता जोशी ने अवगत कराया गया कि आज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पाण्डे एवं प्रदेश महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट की ओर से NMOPS उत्तराखंड के उक्त कार्यक्रम में सहयोग किए जाने के आह्वान पर औपचारिक रुप से पत्र जारी किया गया है। इसमें उन्होंने परिषद के समस्त पदाधिकारियों, सदस्यों एवं घटक संघ एवं उनके सदस्यों से उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में भरपूर सहयोग करने का आह्वान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पाण्डे ने कहा कि परिषद सदैव पुरानी पेंशन की मांग को अपने मांगपत्र में सम्मिलित करते हुए, शासन एवं सरकार के स्तऱ पर इस मुद्दे को जोर शोर से उठाता रहा है और परिषद कर्मचारी हित में एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू कराए जाने हेतु संकल्पबद्ध है। परिषद के प्रदेश महामंत्री श्री शक्ति प्रसाद भट्ट ने समस्त घटक संघों से उक्त आन्दोलन में बढचढकर भागीदारी किए जाने की अपील की है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।