कांग्रेसियों ने महात्मा गांधी जी को दी श्रद्धांजलि, बापू के सपनों को तहस नहस करने का आरोप

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर के मौके पर उत्तराखंड कांग्रेस भवन में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। साथ ही उनके आदर्श और बताए गए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। वक्ताओं ने कहा कि आज देश के जो हालात हैं, उससे उबरने के लिए गांधीजी के विचारों की जरूरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर देहरादून महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि हम सभी देशवासी गांधी जी के कृतज्ञ हैं। गांधी जी ने भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व को सत्य अहिंसा सद्भाव का रास्ता दिखाया। उनके समकालीन तथा उनके बाद के विश्व के सभी बड़े नेता उनसे प्रभावित रहे। उनके विचारों में आधुनिकता और परंपरा में सुन्दर समन्वय है, जिससे भारतीय जनमानस हमेशा प्रभावित होता आया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गोगी ने कहा कि गांधी जी इस प्रकार के औद्योगिकीकरण के पक्षधर थे, जिससे ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजन होता हो। साथ ही वे महिलाओं के सशक्तीकरण के भी पक्षधर थे। आज की सरकार गाँधीजी के विचारों और सपनों से एकदम उलट चल रही है। देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा और महिलायें सुरक्षित नहीं हैं। किसी न किसी तरह से उस विचारधारा को सरकार से आज भी शह प्राप्त है। जिस विचारधारा ने गाँधीजी की हत्या के लिए गोड़से को प्रेरित किया। कांग्रेस गाँधीजी के आदर्शों के लिए लड़ने को पूर्व में भी आगे रही है और आगे भी रहेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन सिंह रावत, प्रदेश महासचिव मनीष नागपाल, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता गरिमा दोसानी, उर्मिला थापा, भूपेंद्र नेगी, इलियास अंसारी, मनमोहन शर्मा, शहजाद अंसारी, अभिषेक तिवारी, लकी राणा, जितेंद्र चौहान, जमाल, संजय शर्मा, राजकुमार, अरुण बालोनी, सुभाष धीमान, आदर्श, दमन, मिजाज खान, भूपेंद्र बिष्ट, वीरेंद्र पवार, ओम प्रकाश, वकार, राजेश पुंडीर, एसबी थापा, सावित्री थापा, मंजू चौहान, सुनीता गुप्ता, कुसुम कोहली, शहजाद अंसारी आदि उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा की महात्मा गांधी बापू ने आजादी के समय एक ऐसे समाज की परिकल्पना की थी, जहां डर और भय की कोई जगह ना हो। जहां संविधान और लोकतंत्र का राज हो, लेकिन आज केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों ने उस मूल अवधारणा को ही तहस-नहस कर दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा की आज देश को जाति धर्म और संप्रदाय में बांटने की कोशिश की जा रही है, गरीब मजदूर, दलित और आदिवासियों पर आक्रमण और उत्पीड़न अपने चरम पर है। पिछले दिनों राजधानी में हुई एक घटना ने राज्य को शर्मसार कर दिया है। भले ही सरकार और शासन में बैठे लोगों की ओर से पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के ऑफिस में हुई घटना को दबाने की पुरजोर कोशिश की गई पर सत्य को बाहर आने से कोई नहीं रोक सकता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा की पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड राज्य के दुधारु विभागों में से एक है। इसीलिए हमेशा से पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड राज्य के मुख्यमंत्री अपने ही पास रखा करते हैं। बोर्ड के मेंबर सेक्रेटरी आई एफ एस सुशांत पटनायक ने उत्तरकाशी से भाजपा के विधायक रहे गोपाल सिंह रावत की सुपुत्री जो पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड में कार्यरत है, उसके साथ शारीरिक उत्पीड़न करने की कोशिश की। दसौनी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि पटनायक के खिलाफ किसी महिला ने शिकायत की हो। कार्यरत महिला जो भाजपा के विधायक रहे, गोपाल सिंह रावत की सुपुत्री हैस उसने उत्तराखंड के डीजीपी को इस बारे में लिखित शिकायत तक दी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद आनन फानन 24 घंटे के अंदर सुशांत पटनायक को पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से हटाकर वन विभाग के हेड क्वार्टर में अटैच कर दिया गया। दसौनी ने कहा कि यदि पटनायक गलत नहीं थे, तो उन्हें क्यों हटाया गया। यदि सत्तारूढ़ दल के पूर्व विधायकों की बेटियां भी इस प्रदेश में सुरक्षित नहीं है तो आखिर कौन सी महिलाएं सुरक्षित हैं। दसौनी ने कहा की अंकिता को तो न्याय नहीं मिला। क्या पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड में कार्यरत महिला को भी नहीं मिलेगा? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने राज्य की धामी सरकार को गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के अपमान पर भी आड़े हाथों लिया। दसौनी ने कहा कि पद्मश्री सम्मान के लिए नरेंद्र सिंह नेगी का नाम उत्तराखंड से केंद्र को भेजा जाना था, जिसके लिए नरेंद्र सिंह नेगी से उनका बायोडाटा भी मांगा गया। जैसे ही मूल निवास और भू कानून को लेकर नेगी ने वीडियो जारी किया, वैसे ही पद्मश्री से उनका नाम काट दिया गया। इस तरह का रवैया खेदजनक है। दसौनी ने कहा की इतनी आसानी से नेगी के उत्तराखंड के प्रति योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। भारतीय जनता पार्टी को नरेंद्र सिंह नेगी का यह अपमान महंगा पड़ेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रेस वार्ता में कांग्रेस के देहरादून महानगर अध्यक्ष जसविंदर गोगी ने कहा कि आज बेरोजगारी, महंगाई और महिला उत्पीड़न अपने चरम पर है। प्रदेश के बेरोजगार युवा दर-दर की ठोकने खाने को मजबूर है। भर्ती और नियुक्तियों में जमकर फर्जीवाड़ा और भाई भतीजा बात चल रहा है। युवाओं पर आना हक मांगने पर लाठी चार्ज किया जा रहा है। गोगी ने कहा कि महिला उत्पीड़न के क्षेत्र में एनसीआरबी के आंकड़े डरा देने वाले हैं जिसमे नौ हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड को महिला अपराध में सर्वोपरि रखा गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि एक साल के अंदर उत्तराखंड में 907 महिलाओं की के साथ दुष्कर्म और 778 महिलाओं का अपहरण कर लिया गया जो की धामी सरकार के लिए डूब मरने का सबब होना चाहिए। अग्निवीर योजना ने उत्तराखंड के युवाओं पर कुठाराघात कर उनके देश सेवा के जज्बे को चूर चूर करने का काम किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गोगी ने कहा कि अंकिता के पिता द्वारा जिलाधिकारी पौड़ी को पत्र लिखकर वीआईपी के नाम का बड़ा खुलासा करने के बावजूद राज्य सरकार ने आज तक उस व्यक्ति की जांच के लिए एक कदम भी नहीं बढ़ाया है। कोई एसआईटी गठित नहीं की गई। ना ही उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराई जा रही है। गोगी के अनुसार पीड़िता के पिता के द्वारा लगाए गए आरोप निराधार नहीं हो सकते। क्योंकि इसमें भाजपा का बड़ा नेता सवालों के दायरे में आ रहा है, इसलिए राज्य की धामी सरकार पीड़िता के पिता द्वारा की गई शिकायत को अनदेखा कर रही है जो दुभागयपूर्ण है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।