बीजेपी प्रवक्ताओं पर कांग्रेस ने किया पलटवार, कहा-उल्टा चोर कोतवाल को डांटे

उत्तराखण्ड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर भाजपा मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान और प्रदेश प्रवक्ता विरेन्द्र बिष्ट के बयानों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं के बयान उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत की तरह हैं। दसौनी ने कहा कि दस महीनें बीत जाने के बावजूद पहाड़ की बेटी अंकिता भंडारी को न न्याय मिल पाया है और न ही उसके माता पिता को। भाजपा राज स्थिति ये है कि पीड़िता के माता पिता आत्मदाह की धमकी देने तक को मजबूर हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि एक तरफ धामी सरकार सीबीआई जांच से घबरा रही है, वहीं वीआईपी का नाम का जिक्र अंकिता ने मरने से पहले अपने व्हाट्सएप पर किया था, उसे तक उजागर करने में सरकार ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। आज तक ये पता नहीं चल पाया कि सबूत मिटाने के लिए आरोपी के रिजोर्ट में किसने बुलडोजर चलाया। उस पर कार्यवाही तो दूर की बात है। पुलिस की मौजूदगी में रिजोर्ट में दो बार आग किसने लगाई, क्यों लगाई, कौन लोग इस लापरवाही के जिम्मेदार हैं। भाजपा किसे बचाना चाहती है। यह वह तमाम सवाल हैं, जिनके जवाब अभी अनुत्तरित हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के नेताओं और नेत्रियों का खून पानी हो चुका है। महाधाम केदारनाथ का ढाई सौ किलो सोना पीतल हो जाता है। भाजपाई उफ तक नहीं करते हैं। उनकी आस्थाओं को तब चोट नही पहुंचती। अब तो भाजपाइयों ने मानवता का धर्म ही छोड़ दिया है। न उन्हें अंकिता की चीखें सुनाई पड़ती हैं न बाबा केदार के साथ हो रहा भद्दा मजाक और न राज्य में बड़े पैमाने पर चल रहे भर्ती घोटाले और घोटालों में संलिप्त भाजपा के पदाधिकारी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि सैन्य प्रधान प्रदेश उत्तराखण्ड के युवाओं के पेट में लात मारते हुए केन्द्र सरकार जिस तरह से अग्निवीर योजना लाई, उससे उत्तराखण्ड के युवाओं के सपने तार तार हो गये। आज देशहित में और प्रदेश हित में भाजपाईयों को हो रहे अत्याचार भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होना चाहिए था, परन्तु सत्ता हनक ने शायद इन भाजपाईयों की खाल मोटी कर दी है। न इन्हें महिलाओं पर हो रहे अपराध दिख रहे हैं और न ही युवाओं और किसानों पर हो रहे अत्याचार नजर आते हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।