कांग्रेस का प्रदर्शन, केदारनाथ मंदिर मामले में सरकार भ्रमित, सिटिंग हाईकोर्ट जज की निगरानी में हो जांचः गोगी
करोडों हिंदुओं की आस्था के केंद्र श्री केदारनाथ धाम में गर्भगृह की दीवारों को स्वर्णमंडित करने के स्थान पर पीतल लगाने के आरोप का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राजधानी दून में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज भाजपा सरकार का पुतला फूंका। साथ ही सरकार पर आरोप लगाया कि वह भ्रम की स्थिति में है। कांग्रेस ने हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में इस मामले की जांच कराने की मांग की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि चारधाम महापंचायत उपाध्यक्ष और केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। संतोष त्रिवेदी ने मंदिर प्रांगण के बनाए एक विडियो में आरोप लगाया कि मंदिर के गर्भगृह में लगा सोना अब पीतल जैसा नजर आता है। वीडियो में पुरोहित ने दावा किया कि गर्भ गृह में सोने की जगह पीतल लगाया गया। इस वीडियो में मंदिर कमेटी पर सोने की जांच न करने का आरोप लगाया है। वहीं, मंदिर समिति ने इन आरोपों का खंडन किया है, लेकिन जांच के सवाल पर समिति व सरकार दोनों ही चुप हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गुरुवार को देहरादून कांग्रेस महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सरकार का पुतला फूंका। पुतला राजपुर रोड स्थित एस्लेहाल चौक पर जलाया गया। इस मौके पर गोगी ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व का ढोल पीटती है और हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करती रही है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री केदारनाथ धाम के गर्भगृह में सोने की परत लगाने का प्रचार किया गया। अब पता चला है कि पीतल का काम किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि करोड़ों लोगों की आस्था केंद्र केदारनाथ धाम में इस कार्य में शुरू से विवाद रहा है। अनेक पुरोहितों ने गर्भगृह के पौराणिक स्वरूप से छेड़छाड़ करने का विरोध भी किया था, जिसे सरकार ने जैसे तैसे प्रबंध करके मामला शान्त किया। फिर भाजपा नेताओं ने जोरशोर से प्रचार प्रसार किया गया, जो कि भाजपा और भाजपा सरकार की आदत ही रही है कि धार्मिक मामलों का सहारा लेकर उनको अपने पक्ष में भुनाया जाए। अब कुछ पुरोहितों द्वारा प्रत्यक्ष रूप से देखा गया कि गर्भगृह में सोने की बताई गई परत का रंग फीका हो रखा है। कुछ लोग उसके ऊपर सोने की पॉलिश कर रहे हैं। वहां कैमिकल का भी प्रयोग हो रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि तीर्थपुरोहितों का आरोप है कि वहां पीतल की परत लगाई गयी है। शुरू में भाजपा नेताओं ने आरोप को पूरी तरह से निराधार बताया, लेकिन अब खुद पर्यटन मंत्री जांच की बात करने लगे हैं। इससे स्पष्ट है कि सरकार में खुद भ्रम और असहजता की स्थिति है। ऐसे में सरकार के स्तर पर इस प्रकरण की जांच विश्वसनीय नहीं होगी। इस प्रकरण की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की निगरानी में ही की जाए। क्योंकि स्वर्ण नहीं लगने के आरोप हैं तो इनकम टैक्स की चोरी होने को भी जांच के दायरे में रखा जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ करने के प्रयासों का भरपूर विरोध करेगी। केंद्र की भाजपा सरकार की तरह ही उत्तराखंड की भाजपा सरकार की सारी ऊर्जा समस्याओं के निराकरण के बजाय रात दिन पीआर एक्सरसाइज पर ही लगती है। इस मामले में कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में विरोध करेंगे और जनता के बीच सरकार के इस कृत्य से लोगों को अवगत कराएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री मनीष नागपाल, सत्या पोखरियाल, राव नसीम, ललित बद्री, मुनिक अहमद, पूनम खंडारी, अभिषेक तिवारी, संजय भारती, आलोक मेहता, भूपेंद्र नेगी, सईद अहमद जामल, मुकेश, सूरज छेत्री, अरुण बलोनी, अर्जुन पासी, शकील मंसूरी, वीरेंद्र पंवार, गौरव वर्मा, अनुराधा तिवारी, मुस्तकीम सिद्दीकी, मो रहीस, नवीन रमोला, मुरसलीन मुरली, दीपांशु सलूजा, यूसुफ मालिक, महबूब, अनुभव गुप्ता, इजाज, सलमान, आजाद आदि शामिल थे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।