अल्मोड़ा में सीएम ने हवाई पट्टी का किया हवाई निरीक्षण, कंडोलिया में थीम पार्क किया जनता को समर्पित, जानिए कहां क्या किया
अल्मोड़ा पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। उन्होंने अधिकारियों की बैठक ली। वहीं, चौखुटिया में प्रस्तावित हवाई पट्टी क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया। गोलू देवता के दर्शन किए। साथ ही एपण कला की प्रदर्शनी में इससे जुड़ी बालिकाओं से संवाद किया।
अल्मोड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के सभागार में जनपद के अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने विकास योजनाओं की समीक्षा सहित अन्य बिन्दुओं पर अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के अवशेष कार्यों में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द कक्षायें संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मेडिकल कॉलेज के लिए सीवर लाईन की डीपीआर 15 दिन के भीतर तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने आयुक्त कुमाऊ मंडल को इस कार्य का पर्यवेक्षण करने की जिम्मेदारी दी। मुख्यमंत्री ने यूपीआरएनएन के अधिकारियों से तत्काल बैठक कराते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये गये।
जनपद में स्वीकृत जिला योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि जिन विभागों की ओर से स्वीकृत धनराशि व्यय नहीं की जाती उन विभागों के लिए अगले वर्ष से परिव्यय स्वीकृत नहीं किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने जनपद की स्वीकृत जिला योजना के सापेक्ष व्यय पर संतोष जताया। पेयजल निगम के अधिकारियों को सरयू-बैलख पम्पिंग योजना को 15 फरवरी तक दुरूस्त करते हुए पेयजल व्यवस्था सुचारु करने के निर्देश दिये। उन्होंने पेयजल निगम के अधिकारियों को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत तय लक्ष्यों को निर्धारित समय में प्राप्त करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जिले में ई-आफिस व्यवस्था पर तीव्र गति से कार्य किया जाय जिससे ई-आफिस की परिकल्पना साकार हो सके। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव के लिये नये प्रसव केन्द्र चिन्ह्ति किये जाय। बन्दरों व सुअरों द्वारा खेती को नुकसान पहुंचाने की समस्या को लेकर उन्होंने अधिकारियों को ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में यह समस्या बेहद गम्भीर है।
मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस विभाग के अधिकारियों को नशे पर लगाम लगाने के लिए इस कार्य में लिप्त लोगो पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पुलिस महकमे को सख्ती दिखानी होगी जिससे आने वाले भविष्य की पीढ़ी को हम नशावृत्ति से दूर रख सके। पुलिस विभाग के अधिकारियों को नेटर्वक बढ़ाने व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्यमंत्री त्वरित समाधान कार्यक्रम के अन्तर्गत अधिक से अधिक कैम्प आयोजित कर लोगो की समस्याओं के निस्तारण करने के निर्देश दिये। इस दौरान मुख्यमंत्री के सम्मुख विभिन्न विभागों द्वारा अपना प्रस्तुतीकरण दिया गया।
इस दौरान एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के चौघाटपाटा स्थित हिलांस आउटलेट शोरूम का मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुवल उद्घाटन किया गया। वहीं हिलांस के उत्पादों का विमोचन भी किया गया। बैठक के दौरान पर्यटन विभाग के कलैण्डर का विमोचन भी किया गया। इसके अलावा कोविड-19 के दृष्टिगत जनपद में स्थापित आरटीपीसीआर लैब का भी उन्होंने वर्चुवल उद्घाटन किया गया। लगातार दूसरे वर्ष राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में जनपद को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है जिसकी ट्राफी व प्रशस्ति पत्र भी मुख्यमंत्री द्वारा जिलाधिकारी नितिन सिहं भदौरिया व प्रो0 जे0एस0 रावत को सौंपा गया।
बैठक से पूर्व विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर में लगे स्टॉलों का निरीक्षण व उन्नत कृषि बीजो व यन्त्रों का अवलोकन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकान्त की ओर से उनको जानकारी प्रदान की गयी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन एवं ग्रीन हिल्स संस्था के संयुक्त प्रयासो से कसारदेवी, मजखाली, कटारमल व चितई के ग्रामीण क्षेत्रों के अजैविक कचरे प्रबन्धन के लिए वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा जनपद को जिला योजना व राज्य सैक्टर में मिली 03 एम्बुलेंस वाहनों को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम में उन्होंने नगर में आवागमन को और सुचारू बनाने के लिए 04 ई-रिक्शा को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस बैठक में इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत, बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्या, सांसद अजय टम्टा, सहकारी बैंक अध्यक्ष ललित लटवाल, चाय विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष गोविन्द सिंह पिलख्वाल, विधायक महेश नेगी, जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, आयुक्त कुमाऊ मण्डल अरविन्द सिंह हयांकी, पुलिस महानिरीक्षक अजय रौतेला, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट व अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।
ऐपण स्टाल का किया अवलोकन
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरुवार को अल्मोड़ा के सर्किट हाउस में पारम्परिक ऐपण कला से जुड़ी बेटियों से संवाद करते हुए कहा कि जिस खोई विरासत को ऐपण के माध्यम से बेटियों द्वारा संजोने का कार्य किया जा रहा है वह अपने आप में सराहनीय है। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि ऐपण प्राचीन कला है वर्तमान पीढ़ी की बच्चियों को इससे जुड़ते देखकर बेहद प्रसन्नता हो रही है।
उन्होंने कहा कि आज हम देश-प्रदेश में राज्य की पहचान इस कला के माध्यम से संजोने का कार्य कर रहे जो एक गर्व की बात है। इस बात का गर्व है कि बहनें इस ऐपण कला को जीवंत कर रहीं है साथ ही इससे आर्थिकी में भी सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के क्षेत्रीय व्यंजनों को विशेष खान-पान की पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है पहाड़ी व्यंजनों को प्रोत्साहन देते हुए विशेष श्रेणी में लाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिल्पकला को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के कुशल करीगरों को आधुनिक श्रेणी की कारीगरी सिखाने में कारगर हुए है। उन्होंने कहा कि इसी कुशलता को दृष्टिगत रखते हुए उत्तराखंड में आवास नीति लागू की गयी है, जिसमें उत्तराखंड के शिल्प नीति से जो अपने भवनों का निर्माण करेगा उसे एक अतिरिक्त मंजिल बनाने की अनुमति दी जायेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सांस्कृतिक पहचान समाप्त होती जा रही जिसे हम अपने कुशल शिल्पियों के माध्यम से धरातल पर लाने का प्रयास कर रहे है। शिल्पियों के कुशल प्रदर्शन से ही प्रदेश में बेरोजगारी दर कम हो रही है जिससे क्षेत्रीय कारीगरो को इससे प्रोत्साहन मिल रहा है तथा वे आत्मनिर्भर हो रहे है।
इस संवाद कार्यक्रम में उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही महिला उद्यमियों को सम्मानित करते हुए उन्हें महिला सशक्तिकरण की ओर अग्रसर होने की बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा पारम्परिक ऐपण से जुड़ी बेटियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया इसके अलावा सौर स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों, होम-स्टे योजना के लाभार्थियों, पीएम स्वनिधि से लाभार्थियों और जनपद के चयनित किसानों को किसान श्री पुरस्कार व प्रमाण पत्र वितरित करते हुए सभी को स्वरोजगार क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की ओर से ऐपण स्टॉल का अवलोकन कर बेटियों से चर्चा की गयी और ऐपण को प्रोत्साहित करने के लिए उनसे सुझाव प्राप्त किये। इस दौरान राजकीय बाल किशोरी गृह की बच्चियों की ओर से बनाये गये ऐपण की मुख्यमंत्री ने बेहद प्रशंसा की। कार्यक्रम में एकीकृत आजीविका परियोजना, उद्योग विभाग, कृषि, उद्यान आदि विभागों के स्टॉल लगाये गये थे जिनका अवलोकन मुख्यमंत्री ने किया और स्टालों की सराहना की।
डबललेन सड़कों से जुड़ेंगे विकासखंड मुख्यालय
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में विकासखंड स्तर तक बेहतर सड़क सुविधाओं के विकास एवं सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिये विकासखंड मुख्यालयों को डबल लेन सड़क से जोड़ा जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकासखंड मुख्यालयों को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें कम चौड़ी होने के कारण यातायात की सुगमता के लिये कम आबादी वाले विकास खण्डों को जोड़ने वाली सड़कों को डेढ़ लेन तथा अधिक आबादी वाले विकासखंडो को डबल लेन सड़क से जोड़ा जायेगा। डबल लेन सडक से इन क्षेत्रों में अवागमन और अधिक सुरक्षित तथा सुविधापूर्ण हो सकेगा। यातायात नियंत्रण एवं सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में भी इससे मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकासखंडो को जोड़ने वाली सड़कों के चौड़ीकरण से राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक आवागमन सुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों को सडक से जोड़ने का लक्ष्य भी पूर्ण होने वाला है। इससे विकासखंडो तक ग्रामीण क्षेत्र वासियों को आवगमन में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सडकों का सुदृढ़ीकरण क्षेत्रीय विकास की राह भी प्रशस्त करती है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश की राजधानी से राज्य को जोड़ने वाली सड़कों के और अधिक सुदृढ़ीकरण एवं चारधाम तथा भारतमाला सड़क परियोजनाओं से राज्य के सभी लोग बेहतर सड़कों से जुड़ जायेंगे। कर्णप्रयाग तक रेल पहुंचने से राज्य वासियों को तो सुविधा होगी है। चार धाम यात्रा के भी नये आयाम प्राप्त होंगे।
चौखुटिया में प्रस्तावित हवाई पट्टी क्षेत्र का मुख्यमंत्री ने किया हवाई निरीक्षण
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरुवार को अल्मोडा से पौड़ी आते समय चौखुटिया में प्रस्तावित हवाई पट्टी का हेलीकॉप्टर से हवाई निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चौखुटिया ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के समीप होने के साथ ही सीमान्त क्षेत्र से जुड़ा होने के कारण सैन्य सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण क्षेत्र है। चौखुटिया में हवाई पट्टी के निर्माण का प्रस्ताव भी भारत सरकार को प्रेषित किया गया था।
हमारे सैन्य अधिकारियों ने भी सामरिक दृष्टि से चौखुटिया में हवाई पट्टी की नितान्त आवश्यकता बतायी है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि गढ़वाल व कुमाँऊ का मध्य क्षेत्र एवं गैरसैंण ग्रीष्म कालीन राजधानी के समीप होने के कारण चौखुटिया में हवाई पट्टी का निर्माण पूर्णतः राज्य हित में है। इससे सेना की जरूरतों की भी पूर्ति होगी। उन्होंने कहा कि चीन सीमा के नजदीक होने के कारण सेना को भी उससे सुविधा होगी।
गोलू देवता के किए दर्शन
दो दिवसीय जनपद के भ्रमण के दौरान गुरुवार की सुबह मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चितई में स्थित गोलू देवता मन्दिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी वे अल्मोड़ा प्रवास पर आते है तो चितई मन्दिर में गोलू देवता के दर्शन जरूर करते है। मन्दिर पहुंचकर उन्होंने पूजा-अर्चना की व मन्दिर परिसर का भ्रमण करते हुए जानकारी प्राप्त की।
सीएम का किया नागरिक अभिनंदन, कई घोषणाएं
सोबन सिहं जीना विश्वविद्यालय आगमन पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत का विश्वविद्यालय के परिसर में नागरिक अभिनन्दन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्षेत्रीय संसाधनों का प्रयोग कर विकास को गति देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां का युवा इनोवेटिव है। विश्वविद्यालय भी बेहतर कार्य कर यहां विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। पर्यटन, शिक्षा, फिल्म, एडवेंचर, टूरिज्म आदि पर हमारी सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान शिक्षा के उन्नयन के लिए कई घोषणायें की। इनमें प्रत्येक ब्लॉक में एक महाविद्यालय खोलने की घोषणा की।
उन्होंने विश्वविद्यालय के विविध निर्माण कार्यों के लिए 31. 67 करोड़ रुपए के कार्यों की स्वीकृति प्रदान करते हुए घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने व्यावसायिक पाठ्यक्रम वोकेशनल कोर्स विभाग का भवन बनाने के लिए 4.52 करोड़, सेंटर फॉर एक्सीलेंस फॉर एन आर डीएमएस ( प्राकृतिक संसाधन आंकड़ा प्रबंधन केंद्र) का भवन निर्माण करने के लिए 5.25 करोड़, योग विज्ञान विभाग का भवन बनाने के लिए 4.30 करोड़, एडवांस सेल एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी की स्थापना के लिए 1.60 करोड और सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर हेतु स्वीकृत चार अकादमी पाठ्यक्रमों के लिए भवन निर्माण के लिए 16.00 करोड़ रुपये की घोषणाएं की। इस तरह कुल 31.67 करोड़ की घोषणाएं उनके द्वारा की गई।
उच्च शिक्षामंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि बागेश्वर और पिथौरागढ़ महाविद्यालयों को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के परिसर का दर्जा दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि डिजीलाकर के माध्यम से अब विश्वविद्यालय की सभी डिग्रियां आनलाईन की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी प्राध्यापक कुमाऊ विश्वविद्यालय के नैनीताल कैम्पस या सोबन सिहं जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा, बागेश्वर या पिथौरागढ़ कैम्पस में स्थानान्तरण चाहते है तो उनसे एक माह के भीतर विकल्प प्राप्त करते हुए उनका स्थानान्तरण कर दिया जायेगा। उच्च शिक्षामंत्री ने कहा कि बीएड एवं लॉ संकाय को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा में ही रखा जायेगा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ चौहान ने कहा कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के बनने से यह विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। उत्तराखंड के विकास में माननीय मुख्यमंत्री जी और शिक्षा के क्षेत्र में धनसिंह रावत जी का प्रयास स्तुत्य है। उन्होंने इस दौरान कई मांगे मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। विशिष्ट अतिथि के रूप में महिला कल्याण एवं बाल विकास एवं मत्स्य विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में महिलाओं और बाल विकास के लिए सकारात्मक कार्य किये जा रहे हैं। उत्तराखंड की सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
समारोह के संयोजक और ओएसडी डॉ. देवेंद्र बिष्ट ने विश्वविद्यालय की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर डॉ नवीन भट्ट की ओर से समारोह के मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के स्वागत में अभिनंदन पत्र को पढ़ा गया। कार्यक्रम में स्वागत करते हुए सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शिक्षा मंत्री के विशेष प्रयासों से सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा की स्थापना हुई है। यह इस क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय व्यावसायिक शिक्षा, पर्यटन, आयुर्वेद, योग, जनसंचार, पर्यावरण, शोध आदि क्षेत्रों में नवीन कीर्तिमान गढ़ेगा। इसलिए इन सभी क्षेत्रों पर विशेष दृष्टि रखी जायेगी। अध्यक्षता करते हुए अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा ने अपने संबोधन में कहा कि विकास को लेकर इस सरकार ने कम समय में बेहतर प्रदर्शन किया है। हर क्षेत्र में उत्तराखंड की सरकार कार्य कर रही है। कुलसचिव डॉ बिपिन चंद्र जोशी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के लोगो और वेबसाइट का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री ने किया।
मुख्यमंत्रीने श्रीनगर में राजकीय संयुक्त उप जिला चिकित्सालय का किया लोकार्पण
मुख्यमंत्रीत्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज जनपद पौड़ी के श्रीनगर स्थित राजकीय संयुक्त उप जिला चिकित्सालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण तथा स्व.श्री मोलाराम तोमर जी की प्रतिमा का अनावरण किया। यह संपूर्ण अस्पताल परिसर 4 हजार स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस दो मंजिला अस्पताल में मरीजों के लिए 52 बिस्तर हैं। अलकनंदा नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए अस्पताल में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है। अस्पताल भवन तक पहुंचने में सभी को आसानी हो इसके लिए यहां कांक्रीट रोड बनाया गया है। साथ ही बाहर से आने वाले मरीजों और उनके परिजन के यहां पार्किंग की भी समुचित व्यवस्था है। प्रदेश के सभी निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान उप जिला चिकित्सालय में चिकित्सा सेवाओं का भी अवलोकन किया। जीआईएनएटीआई के मैदान में जन समूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा की कोरोना जैसी महामारी में हमारे कोरोना योद्धाओं ने जिस हौसले और समर्पण से कार्य किया वह सराहनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस की परेड में उत्तराखंड की झांकी को तृतीय स्थान मिला है इसके लिए सभी को बहुत-बहुत बधाई। उन्होंने कहा कि इससे राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड को पहचान मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को बहुत मजबूती के साथ लड़ा है। आज हमारा देश दुनिया के 20 देशों को वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है यह हम सब के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने देश को आत्मनिर्भरता का जो मंत्र दिया है उसी सिद्धांत को आगे बढ़ाते हुए हमारे वैज्ञानिकों ने कोरोना वैक्सीन निर्माण की दिशा में भी सराहनीय कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए हमारे पास संसाधनों की कमी थी लेकिन आज हम बहुत मजबूत स्थिति में हैं। कोरोना के खिलाफ हर किसी ने पूरे मनोयोग से सहयोग किया है। मुख्यमंत्री ने टिहरी जिले की भांति ही पौड़ी के सरकारी चिकित्सालय को भी पीपीपी मोड़ पर संचालित करने की बात कही। कहा कि पीपीपी मॉडल से टिहरी के लोगों को आज बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। जल्द पौड़ी को लेकर भी निर्णय किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में एडवेंचर टूरिज्म की बड़ी मांग है और उत्तराखंड में इसकी अपार संभावनाएं हैं। इस को विकसित किया जाना चाहिए इसके लिए प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बुनियादी सुविधाओं से लेकर प्रदेश में कई महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं। जल्द ही श्रीनगर तक रेल सेवा भी पहुंच जाएगी। इस मौके पर उन्होंने उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत की तारीफ करते हुए कहा कि उत्तराखंड के कॉलेजों में 97 परसेंट फैकल्टी है। यह हमारी उच्च शिक्षा की बहुत बेहतर स्थिति है।
इस मौके पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व अन्य सेवाओं से जुड़े कोरोना वारियर्स को भी सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान चित्रकार स्वर्गीय मोलाराम तोमर के परिजनों को भी सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय मोलाराम जी ने समाज सेवा की जो आयाम स्थापित किए हैं उनके आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री ड्रा धन सिंह रावत, बीजेपी जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, राज्यमंत्री अतर सिंह असवाल, मातबर सिंह रावत, सहकारी बैंक के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, जिलाधिकारी धीराज सिंह गबर्याल आदि मौजूद रहे।
कंडोलिया थीम पार्क को सीएम ने जनता को किया समर्पित, लाइट एंड लेजर शो ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
पौड़ी में आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कंडोलिया के थीम पार्क को जनता को समर्पित किया। इस मौके पर स्कूली बच्चों की प्रस्तुतियां व पार्क में लाइट एंड लेजर शो का कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहे। पौड़ी पहुंचने पर सबसे पहले मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कंडोलिया ठाकुर के दर्शन किए और सभी की खुशहाली की कामना की। इसके बाद उन्होंने कंडोलिया थीम पार्क का उद्धघाटन करते हुए सभी को कंडोलिया के थीम पार्क की बधाइयां दी।
उन्होंने कहा कि कंडोलिया देश के सर्वोच्च उंचाई वाला थीम पार्क है। पहाड़ की भौगोलिक स्थितियों के अनुरूप बने इस पार्क के माध्यम से हम पर्यटन विकास को आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक हमारे राज्य में धार्मिक पर्यटक ही आते हैं लेकिन अब इसे और विस्तार देने का प्रयास किया जा रहा है। पर्यटन विकास के लिए हमने सर्वाधिक रोजगार देने वाले एडवेंचर टूरिज्म में विशेष फोकस किया है। कहा कि शीतकालीन पर्यटन को प्रदेश में बढ़ावा दिया जायेगा। आने वाले दस बाहर सालों में स्थितियां काफी बेहतर हो जायेंगी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भवन निर्माण शैली भी कई क्षेत्रों में सबसे आगे है। इसको बढ़ावा देने का भी प्रयास किया जा रहा है। सतपुली में झील निर्माण के अलावा कई योजनाएं पर्यटन विकास को बढ़ावा देंगी। टिहरी झील की तर्ज पर ही आने वाले समय में सतपुली की झील में सी-प्लेन संचालन की भी योजना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पौड़ी में एनसीसी अकादमी में कुछ दिक्कतें आई हैं लेकिन जल्द उनका समाधान हो जायेगा। उन्होंने कहा कि पौड़ी बस अड्डे के लिए तीन करोड़ सरकार ने दे दिए हैं। अब यह जल्द पूरा हो जायेगा। उन्होंने कहा कि ग्रोथ सेंटरों का संचालन कर रही महिलाओं के उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के मकसद से प्रदेश में 5100 विपणन केंद्र बनाए जा रहे हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, पौड़ी विधायक मुकेश कोली, लैंसडाउन विधायक दलीप रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, नगरपालिका अध्यक्षयशपाल बेनाम, जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन, जिलाधिकारी धीराज गबर्याल आदि मौजूद रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।