सीएम धामी ने 67 अभ्यर्थियों को बांटे नियुक्ति पत्र, इन योजनाओं सहित डिक्सन प्लांट का किया शुभारंभ

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास परिसर में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में लोक सेवा आयोग के माध्यम से कृषि विभाग के अंतर्गत सहायक लेखाकार के पद पर चयनित 67 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त कार्मिकों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि अब वे उत्तराखंड शासन, प्रशासन का हिस्सा बनने जा रहे हैं। सभी सच्ची लगन और मेहनत से अपने कार्य को निपुणता से करेंगे, इसकी उन्होंने अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध हों, हमारा यह प्रयास धीरे-धीरे धरातल पर उतरने लगा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में अधिक से अधिक युवाओं को प्रदेश में ही रोजगार के और अधिक अवसर मिल पाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी सौभाग्यशाली हैं कि आपको एक ऐसे प्रदेश में सेवा का अवसर ईश्वर ने प्रदान किया है, जिसमें आपकी एवं राज्य की प्रगति की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जो भी कार्य करें, उसे पूर्ण ईमानदारी और लगन से करें तथा पूरी कोशिश करें कि जो काम आज होना है, उसे आज ही सम्पन्न करें और उत्तराखंड को श्रेष्ठ व नम्बर-एक राज्य बनाने में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने भी नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी युवाओं को बधाई एवं शुभकामनायें दीं। इस अवसर पर महानिदेशक कृषि डॉ. रणजीत सिंह चौहान, निदेशक कृषि एवं कृषि कल्याण केपी पाठक, संयुक्त निदेशक कृषि दिनेश कुमार, उप निदेशक कृषि, नवीन कांडपाल, पीएम बिष्ट नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवा सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
छात्रों और युवाओं के कौशल विकास के लिए है गौरव योजना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास सभागार में उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत छात्रों एवं युवाओं के कौशल विकास हेतु नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की गौरव योजना और मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना एवं शोध अनुदान वितरण का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं से उच्च शिक्षा में शोध को एक नई दिशा मिलेगी। उच्च शिक्षण संस्थाओं का गुणात्मक विकास होगा और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में बताया गया कि उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना एवं शोध अनुदान वितरण के अन्तर्गत प्राप्त हुये 500 शोध प्रस्तावों में से चयनित 44 शोध प्रस्तावों के लिये लगभग तीन करोड़ छियासठ लाख रूपये की शोध अनुदान राशि स्वीकृत की गयी है। इसकी प्रथम किश्त के रूप में लगभग एक करोड़ तिरासी लाख रूपये की अनुदान धनराशि सीधे डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गयी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे राज्य के युवाओं के कौशल सम्वर्द्धन और उनको प्लेसमेंण्ट देने के लिये उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के साथ गौरव योजना के लिये एमओयू भी हस्ताक्षरित किया गया। मुख्यमंत्री ने सभी का हार्दिक स्वागत एवम् अभिनंदन करते हुये कहा कि उत्तराखण्ड छोटा राज्य होने के बाद भी विभिन्न क्षेत्रों में नित नए मापदण्ड स्थापित कर रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि विगत कुछ वर्षों में राज्य के उच्च शिक्षा के गुणात्मक विकास के लिए अनेक योजनाओं के माध्यम से सरकार द्वारा निरन्तर अभिनव प्रयास किए गए हैं। इन्हीं प्रयासों की श्रृंखला में राज्य की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना की शुरूआत की गई है। उत्तराखण्ड छोटा राज्य होने के बाद भी देश का ऐसा राज्य है, जो शोध को बढ़ावा देने हेतु इस प्रकार का शोध अनुदान शिक्षकों और शोधार्थियों को प्रदान कर रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से उच्च गुणवत्ता के शोध द्वारा न सिर्फ संबंधित व्यक्ति और संस्थान की पहचान स्थापित होती है बल्कि मानवता के लिए नए अवसरों और विकल्पों की तलाश हो पाती है। उन्होंने कहा कि शोध किसी राज्य की सीमा से परे संपूर्ण विश्व के लिए सहायक होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शोधार्थियों के शोध और नवाचार से हमारे राज्य और समाज को एक नयी दृष्टि मिलेगी और हमारे उच्च शिक्षण संस्थाओं का गुणात्मक विकास होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अनेक विकासात्मक कार्य हो रहे हैं। विकसित भारत के लिये यह अमृत काल है। विकसित भारत बनाना 140 करोड़ देशवासियों का संकल्प है तथा जिसकी जहां पर जो भी जिम्मेदारी है, उसे पूर्ण कर, संकल्प की सिद्धि में सहभागी बनें, निश्चित ही देश विश्व गुरू के पद पर आरूढ़ होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि उत्तराखण्ड द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचारी प्रयास किये जा रहे हैं, जो राज्य को एक मॉडल के रूप में स्थापित कर रहे हैं। इन्हीं प्रयासों की श्रृंखला में राज्य की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना की शुरूआत की जा रही है। उन्होंने एनएसई का उल्लेख करते हुये कहा कि बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में बढ़ रही सम्भावनाओं का सही उपयोग करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सहयोग के साथ हम उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों सहित अन्य युवाओं को इसके लिये उपयुक्त मानव संसाधन के रूप में परिवर्तित कर सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम को सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगौली, मैंनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ एनएसई आशीष चौहान, पूर्ण कालिक सदस्य सेबी कमलेश चन्द्र वार्ष्णेय ने भी सम्बोधित करते हुये इस सम्बन्ध में विस्तृत प्रकाश डाला। इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी, हायर एजूकेशन कमेटी के वाइस चेयरमैन डॉ. देवेन्द्र भसीन, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, सेबी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जीपी गर्ग, सेबी से आशीष आहूजा, साहिल मलिक, सुदीप्ति अग्रवाल, अमीष पटेल, डॉ. विजय मेहता, अमरीष दत्ता, डॉ. नवीन नौटियाल, अंशुमान पुरोहित सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डिक्सन के नवीन प्लांट का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को जनपद देहरादून के सेलाकुई में स्थापित में डिक्सन टेक्नोलॉजीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के नवीन प्लांट का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिक्सन कंपनी हमेशा से ही भारत में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण में अग्रणी रही है। मुख्यमंत्री ने प्लांट का निरीक्षण कर विश्वास व्यक्त किया कि उत्तराखंड में भी डिक्सन रोजगार के नये-नये अवसर सृजित करने में सफल होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिक्सन टेक्नोलॉजी की इस फैक्ट्री के माध्यम से जिन भी युवाओं को रोजगार मिलेगा, उनमें बहुत से युवा भविष्य में अन्य युवाओं को रोजगार देने में समर्थ होंगे। क्योंकि आज का युवा स्वयं नौकरी पाने के साथ-साथ स्वरोजगार के माध्यम से नौकरी देने वाला बन रहा है। यही नहीं बहुत से युवा भविष्य में स्वयं की कोई फैक्ट्री लगाने में भी सफल होंगे। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था। जिसका एक उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को प्रदेश में ही रोजगार उपलब्ध कराना था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद बहुत सी कंपनियों ने उत्तराखंड में अपने उद्योग लगाकर हमारे युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना प्रारंभ कर दिया है। इससे भविष्य में अधिक से अधिक युवाओं को प्रदेश में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा तो हमारा प्रदेश हर राज्य के लिए एक मिसाल बनेगा, क्योंकि रोजगार बहुत सी समस्याओं का स्वतः ही समाधान कर देता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि डिक्सन जैसी कंपनियां जहां एक ओर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में प्रदेश का नाम रोशन करेगी, वहीं उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के हमारे विकल्प रहित संकल्प की पूर्ति में भी सहायक सिद्ध होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डिक्सन टेक्नोलॉजीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन सुनील वचानी ने बताया कि यह उत्तराखंड में डिक्सन की चौथी फैक्ट्री है। पूरे देश में डिक्सन की अब 23 फैक्ट्री हैं, जिसमें 27000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। कार्यक्रम में स्थानीय विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय, डिक्सन टेक्नोलॉजीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर रवि वचानी, वाइस चेयरमैन एवं एमडी अतुल लाल आदि उपस्थित रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।