उत्तरकाशी और पौड़ी के मृतकों और घायलों को आर्थिक सहायता की सीएम ने की घोषणा, प्रभावित परिवारों से मिले पूर्व मंत्री हरक
कोटद्वार पहुंचकर घायलों का जाना हाल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कोटद्वार बेस अस्पताल में सिमड़ी, पौड़ी में हुई बस दुर्घटनाग्रस्त में घायल हुए लोगों का हालचाल जाना। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कोटद्वार बेस अस्पताल में घायलों के परिवारजनों से मुलाकात कर कहा कि घायलों के ईलाज के लिये सरकार द्वारा पूरी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने अस्पताल में भर्ती घायलों के बारे में डाक्टरों से पूरी जानकारी ली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने सिमड़ी, पौड़ी बस दुर्घटना में फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में घटना स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले आस-पास के ग्रामीण पहुँचे और उन्होंने घायलों को बाहर निकालने में मदद की। मुख्यमंत्री ने डीएम पौड़ी को निर्देशित किया है कि जिन ग्रामीणों ने आपदा की घड़ी में घायलों को और मृतकों को बाहर निकालने में मदद किया है उनकी सूची बनाकर उनको भी प्रोत्साहित करने हेतु प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि चार अक्टूबर को पौड़ी जनपद में लैंसडोन के पास ग्राम सिमड़ी के पास बारातियों से भरी एक बस खाई में जा गिरी। इस हादसे में 25 बरातियों की मौत हो गई है। साथ ही 20 से अधिक लोग घायल हो गए थे। बस में 45 बराती सवार थे। बताया गया कि यह बस हरिद्वार जनपद के अंतर्गत लालढांग से बरात लेकर प्रखंड बिरोंखाल के अंतर्गत ग्राम कांडा तल्ला की ओर जा रही थी। शाम करीब सात बजे ये हादसा हुआ था। बारात हरिद्वार के लांलढांग से पौड़ी जा रही थी।
राहत और बचाव कार्यों का हवाई सर्वेक्षण से लिया जायजा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने द्रोपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन की चपेट में आए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) उत्तरकाशी के प्रशिक्षणार्थियों के लिए चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी गेस्ट हाऊस मातली में अधिकारियों की बैठक लेते हुए घटना स्थल की जानकारी ली। मुख्यमंत्री के साथ हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने द्रोपदी का डांडा 2 पर्वत में घटित घटना के प्रत्यक्षदर्शी प्रशिक्षक आकाश सराफ का हालचाल जाना एवं घटना स्थल की जानकारी ली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। घायलों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। इस दौरान डीएम अभिषेक रुहेला, एसपी अपर्ण यदुवंशी, क्षेत्रीय विधायक सुरेश चौहान, सहित एसडीएम चतर सिंह चौहान, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल आदि अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि उत्तरकाशी जिले में डोकराणी ग्लेशियर क्षेत्र में साढ़े 18600 फीट ऊंचाई पर स्थित द्रौपदी के डांडा में नेहरु पर्वतारोण संस्थान (निम) का 42 सदस्यीय प्रशिक्षण दल के मंगलवार को एवलांच (हिमस्खलन) की चपेट में आने के बाद से 25 पर्वतारोही अभी भी लापता हैं। इस हादसे में पर्वतारोही सविता कंसवाल सहित चार लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। साथ ही अब तक 14 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। हादसा मंगलवार की सुबह हुआ था। एडवांस कैंप से एसडीआरएफ व नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की टीम ने भी खोज बचाव टीम ने भी बुधवार तड़के अपना अभियान शुरू कर दिया है। बुधवार को हर्षिल आर्मी हेलीपैड से चीता हेलीकॉप्टर मे माध्यम से छह घायलों को लाया गया। इसमें एक प्रशिक्षक व पांच प्रशिक्षु घायलों को मातली उत्तरकाशी पहुंचाया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रभावित परिवारों से मुलाकात करने पहुंचे पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत
बीती रात पौड़ी में सिमडी कांडा के पास से नयार नदी में बस दुर्घटना से मृतकों और घायलों के परिजनों से पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत मिलने पहुंचे। पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत व पूर्व कांग्रेस लैंसडाउन प्रत्याशी अनुकृति गुसाईं रावत ने परिजनों से बातचीत के दौरान हर संभव मदद की बात की। कोटद्वार अस्पताल में उन्होंने घायल हुए सभी लोगों का हालचाल पूछा व जल्द से जल्द बेहतर इलाज व हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने दुर्घटना पर दुख व्यक्ति किया। साथ ही मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दुर्घटना की हो न्यायिक जांच
उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने गढ़वाल के बीरोंखाल विकासखंड में सिमरी में हुई बस दुर्घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने दिवंगत लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए इस घटना को अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही सरकार से मांग की की इस रास्ते की सड़क गाड़ी के वाहन चालक और अन्य व्यवस्थाओं की जांच की जानी चाहिए। इसके लिए सरकार तत्काल एक न्यायिक आयोग का गठन करें।उन्होंने गढ़वाल और कुमाऊं की सड़कों की खराब हालत का जिक्र करते हुए कहा कि यह सडके जानलेवा बनी हुई हैं, लेकिन सरकार इनकी सुध लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हेलीकॉप्टर से हवाई दौरों की आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को ज्यादा से ज्यादा सड़कों से दौरे करने चाहिए। इससे उन्हें जमीनी हकीकत का पता चलेगा।