कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को 18 वर्ष की उम्र होने पर मिलेगा मासिक भत्ता, 23 साल की उम्र में दस लाख रुपये

केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से प्रभावित बच्चों के लिए पीएम केयर्स से कई कल्याणकारी योजना का ऐलान किया है। मोदी सरकार के सात वर्ष पूरे होने की पूर्व संध्या पर ये घोषणा की गई है। कोरोना महामारी में माता-पिता गंवाने वाले बच्चों को 18 वर्ष होने पर मासिक भत्ता दिया जाएगा।
कोविड -19 के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों की मदद के लिए आज शनिवार 29 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन कदमों पर विचार-विमर्श किया गया जिससे कोविड प्रभावित बच्चों के समर्थन में मदद मिले। बैठक में पीएम मोदी ने वर्तमान कोरोना महामारी से प्रभावित बच्चों को कई लाभों की घोषणा की। इन उपायों की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और देश बच्चों के समर्थन और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा, ताकि वे मजबूत नागरिक के रूप में विकसित हों और उनका भविष्य उज्ज्वल हो।
पीएम ने कहा कि ऐसे कठिन समय में एक समाज के रूप में हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों की देखभाल करें और एक उज्ज्वल भविष्य की आशा जगाएं। कोविड-19 के कारण माता-पिता या जीवित माता-पिता या कानूनी अभिभावक/दत्तक माता-पिता दोनों को खोने वाले सभी बच्चों को ‘पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत सहायता दी जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जिन उपायों की घोषणा की जा रही है, वे केवल पीएम केयर्स फंड में उदार योगदान के कारण संभव हो पाया है। यह कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन करेगा। पीएमओ की तरफ से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के सौजन्य से कोविड प्रभावित बच्चों के समर्थन और उनके सशक्तिकरण के लिए कदम उठाया गया है। सरकार उन बच्चों के साथ खड़ी है, जिन्होंने कोविड के कारण अपने माता-पिता को खो दिया। ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक वजीफा और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रुपये का फंड मिलेगा।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।