मुख्यमंत्री धामी ने किया गौचर और जौलजीबी मेले का उद्घाटन, की ये घोषणाएं
उत्तराखंड में आज से चमोली जिले में गौचर और पिथौरागढ़ जिले में जौलजीबी मेला शुरू हो गया। सीएम धामी ने दोनों जगह मेलों का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कई घोषणाएं की। गौचर में सात दिवसीय 71वॉं राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले का शानदार आगाज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधिवत उद्घाटन करने के साथ हुआ। समारोह में मुख्यमंत्री के पहुंचने पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों एवं फूल मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गौचर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उच्चीकरण करने की घोषणा भी की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौचर मेले में जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले हमारे जीवन में इंद्रधनुषी रंगों की तरह हैं और जीवन में ताजगी और उत्साह भर देते हैं। प्राचीन समय में, जब संचार और परिवहन की कोई ऐसी सुविधाएं नहीं थीं, तो इन मेलों ने सामाजिक ताने- बाने को बुनने में बहुत मदद की और लोगों का सामाजिक और व्यावहारिक दायरा बढ़ाया। गौचर मेला संस्कृति, बाजार तथा उद्योग तीनों के समन्वय के कारण हमारे राज्य का एक प्रसिद्ध राजकीय मेला है। उन्होंने मेले को भव्य एवं आकर्षक स्वरूप देने के लिए जिला प्रशासन की सराहना भी की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश के विकास के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने का विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य किये जा रहे हैं। इस संकल्प के कुछ पड़ाव हमने पार कर लिए हैं पर अभी बहुत काम करना बाकी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर देने, प्रदेश की महिलाओं के लिये 30 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण पर रोक के लिये कानून और सख्त नकल विरोधी कानून लागू करने का काम किया है। राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था भी की जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए प्रदेश और प्रदेश का हित सर्वोपरि हैं। प्रदेश में किसी भी वर्ग का अहित नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड को देश का एक श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सभी के सहयोग और मार्गदर्शन करते रहने की बात कही। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार राजपाल सिंह बिष्ट को गोविन्द प्रसाद नौटियाल पत्रकार सम्मान और विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान, उत्तराखण्ड को पंडित महेशानन्द नौटियाल शिक्षा और साहित्य प्रसार सम्मान से सम्मानित भी किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्षेत्रीय विधायक अनिल नौटियाल एवं मेला उपाध्यक्ष अंजू बिष्ट ने गौचर मेले का शुभारंभ करने पर मुख्यमंत्री का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत किया और मुख्यमंत्री को क्षेत्र की समस्या से अवगत कराते हुए समस्याओं के निदान के लिए मांग पत्र भी दिया। गौचर मेले में पहले दिन रावल देवता की पूजा के बाद प्रातः स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मेलाध्यक्ष एवं जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने झंडारोहण कर मार्चपास की सलामी ली। गौचर मेला मुख्य द्वार से चटवापीपल पुल तक एवं वापसी उसी रूट से होते हुए मुख्य मेला द्वार तक क्रास कण्ट्री दौड़ का आयोजन किया गया। खेल मैदान में बालक एवं बालिकाओं की दौड़, नेहरू चित्रकला प्रतियोगिता, शिशु प्रदर्शनी और शिक्षण संस्थाओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या पर रात्रि को प्रसिद्ध जागर गायिका बसंती बिष्ट द्वारा लोकगीत, नृत्य और जागर के साथ ही गायक जितेंद्र तुमक्याल और श्वेता मेहरा द्वारा कुमांऊनी नृत्य और संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। गौचर मेले में पारम्परिक पहाडी संस्कृति से सजा पांडाल मेलार्थियों के बीच खासे आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मेले के उद्घाटन के अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, सांसद अजय टम्टा, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, राज्य मंत्री रमेश गडिया, पूर्व विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख/मेला उपाध्यक्ष चन्द्रेश्वरी देवी, गौचर नगर पालिका अध्यक्ष/मेला उपाध्यक्ष अंजू बिष्ट, कर्णप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष दमयंती रतूड़ी, जिलाधिकारी/मेलाध्यक्ष हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक सुरेखा यादव, मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र, एडीएम डा.अभिषेक त्रिपाठी, मेलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह देव आदि सहित बडी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत और नेपाल की साझी संस्कृति का प्रतीक है जौलजीवी मेलाः धामी
उत्तराखंड कें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को काली एवं गोरी नदी के संगम पर आयोजित 110 वर्ष पुराने जौलजीबी मेले का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलजीबी मेला भारत, नेपाल व तिब्बत के मध्य आपसी सौहार्द, व्यापारिक, सास्कृतिक व परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य करता है। यह मेला धार्मिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में बहुत महत्व रखता है। यह मेला भारत एवं नेपाल देश के बीच संस्कृति, सभ्यता के साथ-साथ व्यापारिक संबंधों को बढ़ाता आ रहा है। उन्होंने कहा कि वे बचपन से ही यहां के रीति-रिवाज और संस्कृति को देखते आ रहे हैं तथा इस मेले से उन्हें बहुत लगाव रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जौलजीबी मेले हेतु रुपए 10 लाख दिए जाने की घोषणा की तथा केएमवीएन द्वारा काली नदी पर युवाओं के लिए आयोजित राफ्टिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ कर सभी स्टालों का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने चाकलेट देकर बच्चों को बाल दिवस की बधाई दी तथा उन्हें आशीर्वाद दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सांस्कृतिक मेला हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान कर रहा है और आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य भी कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सीमान्त गांवों के विकास के प्रति बहुत गंभीर है, इसका सीधा उदाहरण विगत दिनों उनके द्वारा आदि कैलाश व गुंजी की यात्रा है, जिससे आज पूरा विश्व इस क्षेत्र को जानने लगा है। यहां की यात्रा के उपरांत स्वयं प्रधानमंत्री जी द्वारा ट्वीट कर पवित्र आदि कैलाश की सुंदरता, धार्मिक महत्ता का वर्णन किया गया, जिससे अब यहां आवाजाही लगातार बढ़ रही है। अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी इसके बाद इसे लेकर ट्वीट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में यह पूरा क्षेत्र आवागमन का बहुत बड़ा केंद्र बनेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र के गांवों का सतत विकास हमारी प्राथमिकता में शामिल है, जिसे लगातार बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद के इस सीमान्त क्षेत्र के विकास के लिए काली नदी पर डबल लेन मोटर पुल का निर्माण किया जा रहा है। जिससे भारत और नेपाल देश के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग का भी निर्माण व चौड़ीकरण किया जा रहा है, इससे व्यापार बढ़ेगा तथा क्षेत्र का विकास होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ से हवाई सेवा संचालित करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और बहुत जल्द हवाई सेवा शुरू करने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में एयरक्राफ्ट खड़ा है। पायलट के लिए 100 घंटे की फ्लाइंग आवश्यक होती है, इस प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में यहां मेडिकल कॉलेज भी बनने जा रहा है। जो सब आज यहां हो रहा है, वो पहले किसी ने सोचा भी नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए हम समर्पित भाव से दिन-रात कार्य कर रहे हैं, और जब तक अपने विकल्प रहित संकल्प को पूरा नहीं कर लेते तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे, आराम से नहीं बैठेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद अजय टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा, डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल, भाजपा जिलाध्यक्ष गिरीश जोशी, ब्लॉक प्रमुख धारचूला धन सिंह धामी, डीडीहाट बबीता चुफाल, कनालीछीना सुनीता कन्याल नगर पालिका अध्यक्ष धारचूला राजेश्वरी देवी, डीडीहाट कमला चुफाल, सदस्य जिला पंचायत गंगोत्री दताल, जिलाधिकारी रीना जोशी, एस.पी. लोकेश्वर सिंह, नेपाल के दारचूला जिले की प्रमुख जिलाधिकारी किरन जोशी, सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, दोनों देशों के नागरिक संस्कृति कर्मी आदि उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।