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October 14, 2025

चारधाम यात्राः रजिस्ट्रेशन के लिए दो समान पोर्टल, लोगों को हो रही परेशानी, लौटाए जा रहे हैं यात्री, अब शासन ने किया मंथन

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए जारी एसओपी के अनुरूप यात्री नहीं पहुंच पा रहे हैं। यानी इनकी संख्या कम है। वहीं, इसके लिए रजिस्ट्रेशन न होने पर बड़ी संख्या में यात्रियों को वापस भी लौटाया जा रहा है।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए जारी एसओपी के अनुरूप यात्री नहीं पहुंच पा रहे हैं। यानी इनकी संख्या कम है। वहीं, इसके लिए रजिस्ट्रेशन न होने पर बड़ी संख्या में यात्रियों को वापस भी लौटाया जा रहा है। ऐसे में यात्रियों की परेशानी बढ़ रही है। अब सरकार इसमें नियमों को कुछ सरल करने जा रही है। साथ ही यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए उच्च न्यायालय में अर्जी दी जाएगी। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सचिवालय में चार धाम यात्रा से जुड़े सभी विभाग के अधिकारियों की बैठक ली।
समीक्षा बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले यात्रियों को स्मार्ट सिटी एवं देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकरण कराया जा रहा है। पंजीकरण कराने के लिए अभिलेख एवं शर्तें दोनों पोर्टलों में समान हैं। यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत देवस्थानम बोर्ड के ई-पास होल्डर को स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण की बाध्यता को एसओपी से हटाने पर विचार किया जाय।
उन्होंने कहा कि देवस्थानम् बोर्ड की वेबसाईट, पोर्टल खालने में उत्पन्न हो रही समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाय। धामों के चेक प्वाइंट पर ई-पास की चैकिंग के लिए क्यूआर कोड की व्यवस्था की जाय। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि देवस्थानम् बोर्ड के पोर्टल पर यात्रियों के पंजीकरण के लिए एक फोन नंबर, एक बुकिंग और एक आधार की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने कहा कि चारों धामों में समस्त प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चत करते हुये मन्दिर खुलने के निर्धारित समय के अन्तर्गत धाम एवं मन्दिर परिसर की वास्तविक क्षमता का आंकलन वीडियोग्राफी सहित शासन को उपलब्ध करायी जाए। उच्च न्यायालय में अंतरिम एप्लीकेशन दायर करते हुए तत्काल यात्रियों की प्रतिदिन दर्शन की अनुमन्य संख्या को बढ़ाये जाने हेतु अनुरोध किया जाए।
गौरतलब है कि केदारनाथ धाम में 800, बदरीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम में एक दिन में 400 यात्रियों के जाने की अनुमति दी है। चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड से बाहर के श्रृद्धालुओं हेतु देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। साथ ही ई पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http:// badrinah- Kedarnath.uk.gov.in में अप्लाई करना है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि ई-पास को निर्गत किये जाने एवं ई-पास की चेकिंग व्यवस्था को अत्यन्त सरलीकृत किया जाय। इससे कि तीर्थ यात्रियों को ई-पास हेतु पंजीकरण कराने में किसी तरह की असुविधा न हो। बैठक में बताया गया कि निर्धारित यात्रियों के सापेक्ष पूर्व से पंजीकृत यात्रियों में से अपेक्षाकृत कम यात्री चार धामों में दर्शन आ रहे हैं। इस स्थिति में सम्बंधित जिलाधिकारियों द्वारा उक्त यात्रियों के स्थान पर अन्य पंजीकृत यात्रियों को दर्शन की अनुमति दे सकते हैं।
बैठक में चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि चार धाम यात्रा हेतु पंजीकरण एवं ई-पास देवस्थानम् बोर्ड की वेबसाइट से निर्गत किये जा रहे हैं। वेबसाइट पर तक चार धाम यात्रा हेतु यात्रियों द्वारा पंजीकरण करा लिया गया चारों धाम में पूजा प्रातः 4.00 बजे से सायं 7.00 बजे तक संचालित की जा रही है।
बैठक सचिव पर्यटन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी चार धाम देवस्थानम् बोर्ड, आयुक्त, गढ़वाल मण्डल, सचिव आपदा, सचिव संस्कृति एवं धर्मस्व, मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूकाडा, उपमहानिरीक्षक पुलिस, गढ़वाल परिक्षेत्र, अपर सचिव संस्कृति एवं धर्मस्व, जिलाधिकारी चमोली एवं जिलाधिकारी उत्तरकाशी, जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग, पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी और रूद्रप्रयाग वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सम्मिलित थे।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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