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August 6, 2025

चारधाम यात्रा आज से शुरू, पढ़िए पूरी एसओपी, केदारनाथ में व्यवस्थाओं का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण

चारधाम यात्रा पर लगी रोक को हाईकोर्ट नैनीताल की ओर से हटाने के बाद अब प्रदेश सरकार आज यानी 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है।

चारधाम यात्रा पर लगी रोक को हाईकोर्ट नैनीताल की ओर से हटाने के बाद अब प्रदेश सरकार आज यानी 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। इसके लिए शासन की ओर से एसओपी जारी कर दी गई है। साथ ही चारधाम देवस्थानम बोर्ड की ओर से भी एसओपी जारी की गई है। वहीं, मुख्य सचिव डॉ एस.एस. संधू ने केदारनाथ पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। यात्रा के सशर्त संचालन की अनुमति दिए जाने के बाद सरकार, शासन और देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड भी तैयार हैं। अदालत के निर्देशों के क्रम में यात्रा के लिए सचिव हरिचंद्र सेमवाल की ओर से एसओपी जारी कर दी गई है।
गौरतलब है कि गौरतलब है कि कोविड के मामलों में बढ़ोतरी, स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी व अन्य अव्यवस्थाओं से संबंधित जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने जून में चारधाम यात्रा पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी थी। इस आदेश के खिलाफ प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल की थी, जिस पर सुनवाई नहीं हो सकी थी।
हाल ही में महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर व सीएससी चंद्रशेखर रावत ने मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान की अध्यक्षता वाली खंडपीठ से मौखिक रूप से यात्रा पर लगी रोक हटाने का आग्रह किया तो सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी विचाराधीन होने का हवाला देते हुए कोर्ट ने विचार करने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से एसएलपी वापस ले ली थी। पिछले दिनों हाई कोर्ट को सरकार ने इस बारे में जानकारी दी तो कोर्ट ने 15-16 सितंबर की तिथि नियत कर दी थी। इस मामले में 16 सितंबर को हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान यात्रा पर रोक को कुछ प्रतिबंधों के साथ हटाने का फैसला सुनाया।
कोर्ट ने केदारनाथ धाम में 800, बदरीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम में एक दिन में 400 यात्रियों के जाने की अनुमति दी है। इसके साथ ही कोर्ट ने सख्त निर्देश दिए हैं कि हर श्रद्धालु और यात्री को कोविड 19 निगेटिव की रिपोर्ट और दो वैक्सीन का प्रमाण पत्र भी साथ लेकर जाना होगा। साथ ही चारों धामों के जिलों में चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी जिले में आवश्यकतानुसार पुलिस फोर्स लगाने को कहा गया है। कोर्ट ने ये भी निर्देश दिए कि इन धामों के कुंड में किसी को भी स्थान करने की अनुमति नहीं होगी। उधर, शासन और देवस्थानम बोर्ड ने यात्रा शुरू करने की तैयारी कर दी है।

शासन की एसओपी पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें। 

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मुख्य सचिव ने किया केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण
मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने शुक्रवार को भगवान केदारनाथ के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कार्यों में बेहतर गुणवत्ता के साथ ही तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कार्यों में गति लाने के लिए आवश्यक मैन पावर, मशीनरी एवं मटीरियल की पर्याप्तता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों में गति लाने के लिए वीकली टारगेट निर्धारित कर अचीवमेंट की समीक्षा नियमित रूप से की जाए।
मुख्य सचिव ने केदार पुरी के दोनों तरफ की पहाड़ियों पर वन विभाग को आकर्षक प्लांटेशन करने के निर्देश दिए। उन्होंने वहां काम कर रही लेबर से भी बात की, मुख्य सचिव ने अधिकारियों को श्रमिकों के लिए उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने चोराबाड़ी ट्रेकरूट को विकसित किए जाने के साथ ही गरुड़ चट्टी से रामबाड़ा तक पुराने मार्ग को सुचारू करने हेतु फॉरेस्ट क्लीयरेंस पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने निर्माणाधीन शंकराचार्य समाधि स्थल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के संगम पर निर्मित हो रहे स्नान घाटों केदारनाथ गरुड़ चट्टी को जोड़ने वाले निर्माणाधीन पुल व पहाड़ी शैली में निर्मित हो रहे भवनों का जायजा भी लिया। मुख्य सचिव ने वहां मौजूद अधिकारियों से निर्माण कार्यों में गति एवं समय से पूरा करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सुव्यवस्थित और सुरक्षित चारधाम यात्रा हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर एवं जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग भी उपस्थित थे।

उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने जारी की मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी)
उधर, उत्तराखंड शासन के धर्मस्व विभाग की ओर से एसओपी जारी होने के बाद देर शाम उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने भी अपनी एसओपी जारी कर दी है। आयुक्त गढ़वाल एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने मानक प्रचालन प्रक्रिया ( एसओपी) जारी करते हुए बताया कि शासन द्वारा जारी एसओपी का पूर्ण अनुपालन किया जायेगा।
एसओपी में कई महत्त्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल किया गया है। इसमें कहा गया है कि माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय/ निर्दश एवं शासन द्वारा जारी एसओपी का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। कोरोना बचाव मानको, सामाजिक दूरी, मास्क, सेनिटाईज तथा थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य किया गया है। न्यायालय के निर्देशों के आलोक में चारों धामों में से श्री बदरीनाथ‌ धाम में प्रतिदिन 1000 (एक हजार), श्री केदारनाथ हेतु 800( आठ सौ), श्री गंगोत्री हेतु 600(छ: सौ) और यमुनोत्री धाम हेतु 400 ( चार सौ ) श्रृद्धालु दर्शन‌ हेतु पहुंच सकेंगे।
प्रत्येक तीर्थयात्री को 72 घंटे पहले की कोरोना आरटीपीसीआर नैगेटिव रिपोर्ट अथवा कोरोना वैक्सीनेशन के दोनों टीके लगे होने का सर्टिफिकेट जरूरी होगा। ऐसे राज्य जो कि कोरोना की दृष्टि से संवेदनशील हैं वहां के तीर्थयात्रियों को 72 घंटे के अंतराल की कोरोना नैगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी। प्रत्येक तीर्थयात्रियों को पंजीकरण/यात्रा ई -पास हेतु देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in पर अपनी आईडी प्रुफ एवं कोविड नैगटिव रिपोर्ट अथवा वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट अपलोड करना होगा। बच्चों एवं बीमार, एवं अति बृद्ध जो बीमारी से ग्रस्त हैं उन्हें यात्रा हेतु अनुमति नहीं हैं। मंदिर में दर्शन हेतु एक बार में तीन श्रद्धालु ही प्रवेश‌ करेंगे। सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन करेंगे। मंदिर में मूर्तियों को छूना, किसी तरह लेपन, घंटियों को स्पर्श करना की मनाही रहेगी।

चारधाम देवस्थानम बोर्ड की एसओपी के लिए नीचे के लिंक पर क्लिक करें

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मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि तीर्थ यात्री देवस्थानमों की पूजाओ में सामाजिक दूरी के साथ शामिल होंगे लेकिन उन्हें मंदिर के गर्भ गृहों में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। किसी भी सहायता एवं मार्गदर्शन हेतु देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों कर्मचारियों से संपर्क किया जा सकता है। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जानकारी दी कि इस यात्रा वर्ष श्री केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई, श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई, श्री यमुनोत्री धाम के 14 मई, श्री गंगोत्री के धाम के 15 मई को खुले थे। अभी भी चारधाम यात्रा हेतु डेढ़ से दो महीने का समय शेष है। चारधाम यात्रा शुरू होते ही तीर्थ यात्री पंच बदरी तथा पंच केदारों में द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी, तृतीय केदार तुंगनाथ एवं चतुर्थ केदार श्री रूद्रनाथ यात्रा हेतु भी पहुंचेगे। कोरोना महामारी को देखते हुए उच्च न्यायालय में दायर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान अभी तक चारधाम यात्रा स्थगित रही। इस दौरान चारधाम यात्रा शुरू करने हेतु राज्य सरकार एवं देवस्थानम बोर्ड की पहल पर उच्च न्यायालय ने चारधाम यात्रा की अनुमति दे दी। अभी चारधाम यात्रा नवंबर मध्य तक चलेगी। इसका आम जनमानस द्वारा स्वागत किया जा रहा है।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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