कुंभ मेले में हरिद्वार आना चाहते हैं तो ये खबर भी पढ़ लें, केंद्र सरकार ने जारी की एसओपी

उत्तराखंड में जहां एक ओर प्रदेश सरकार कुंभ मेले की तैयारियों में जुटी है। इस बीच केंद्र सरकार ने भी कुंभ मेले को लेकर गाइड लाइन जारी कर दी है। कुंभ मेले की शुरूआत माघी पूर्णिमा 27 फरवरी से से होगी। मेले में चार शाही स्थान होंगे। इन स्थान का सिलसिला महाशिवरात्रि 11 मार्च 2021 से शुरू होगा। चैत्र अमावस्या यानी 12 अप्रैल को दूसरा, 14 अप्रैल को बैसाखी को तीसरा और चौथा शाही कुम्भ स्नान बैशाखी पर 27 अप्रैल को होगा।
केंद्र सरकार ने जारी की गाइडलाइन
केंद्र सरकार ने हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है। इसमें राज्य सरकार को निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐसे हेल्थ केयर वर्कर को ही कुंभ मेला क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात करें, जिन्हें वैक्सीन दे दी गई हो। साथ ही कुंभ मेला में ड्यूटी करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी
गाइडलाइन के मुताबिक महाकुंभ में आने वाले सभी भक्तों और श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। गाइडलाइन में अमरनाथ यात्रा का उदाहरण भी दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना नेगेटिव मेडिकल सर्टिफिकेट लाना भी जरूरी होगा।
इन्हें रोका जाएगा
गाइडलाइन में गर्भवती महिलाओं, 65 साल से अधिक उम्र के लोगों और 10 साल से कम उम्र के बच्चे और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को महाकुंभ में नहीं आने के लिए प्रेरित करने की बात कही गई है। मेले में गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों जैसे (दिल, हाइपर टेंशन, शूगर, कीडनी, कैंसर, आदि को यथा संभव रोकने को कहा गया है।
कोविड टेस्ट की रिपोर्ट जरूरी
श्रद्धालु आरटीपीसीआर टेस्ट निगेटिव रिपोर्ट 72 घंटे पहले का ले कर आएंगे। मेले के दौरान छह फुट की दूरी का पालन, मास्क, फेश शील्ड, सैनिटाइजर अनिवार्य। आरोग्य सेतु का इस्तेमाल जरूरी।
राज्य कर्मचारियों को कोरोना टेस्टिंग का प्रशिक्षण
गाइडलाइन में कहा गया है कि फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन लगाई जाए। एम्स ऋषिकेश राज्य सरकार के कर्मचारियों को कोरोना टेस्टिंग प्रशिक्षण में मदद करेगा। मोबाइल टेस्टिंग की भी व्यवस्था हो।
मेगा साइज अस्थाई अस्पताल
मेला क्षेत्र में मेगा साइज अस्थाई अस्पताल (1000 से 2000बैड की क्षमता का ) का भी निर्माण किया जाएगा। एम्स दिल्ली के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी तैनात रहेगी। एक दिन में रोज दो बार खुले और सार्वजनिक स्थानों का सैनिटाइजिंग होगी।
इन स्नानों में जताई गई भीड़ जुटने की उम्मीद
आपातकाल सर्विलांस सिस्टम स्थापित होगा। रोज दस लाख और खास पर्व माघ पूर्णिमा 27 फरवरी, महाशिवरात्रि 11 मार्च, सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल, बैसाखी 14 अप्रैल, रामनवमी 21 अप्रैल, चैत्र पूर्णिमा 27 अप्रैल को 50 लाख श्रद्धालुओं के स्थान की संभावना एसओपी में जताई गई है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।