सीएयू कर रहा खिलाड़ियों के साथ भद्दा मजाक, घोटालेबाज डकार रहे पैसा, खिलाडियों का शोषण: रविंद्र आनन्द
उत्तराखंड में आज आम आदमी पार्टी ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड में हो रही अनियमितताओं पर एसोसिएशन के सदस्यों पर जमकर निशाना साधा है।
प्रेस वार्ता में पार्टी के गढ़वाल मीडिया प्रभारी रविंद्र आनंद ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने मजदूरों के लिए लगभग न्यूनतम वेतन 800 तय कर रखा है, लेकिन खिलाड़ियों को महज 100 ही दिया जा रहा है। ऐसे में कैसे उत्तराखंड के खिलाड़ियों का भविष्य उज्जवल होगा। एसोसिएशन ने कोच को 31 लाख रुपये फीस के तौर पर भुगतान किए थे, जबकि कोच ने प्रथम श्रेणी के सिर्फ छह मैच ही खेले। इससे पैसों की बंदरबांट का साफ अनुमान लगाया जा सकता है।
रविंद्र आनंद ने आगे कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिदिन का भत्ता 2000 निर्धारित हर खिलाड़ी के लिए किया गया है, लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि इन खिलाड़ियों को पूरा पैसा नहीं दिया जा रहा है। यह खिलाड़ी अपने पैसे से खाना खाने को मजबूर है और 100 में कैसे यह खिलाड़ी अपना पेट भर पाएंगे यह सोचने वाला विषय है।
उन्होंने कहा कि रणजी ट्रॉफी के दौरान उत्तराखंड क्रिकेट की टीम 69 रन पर ऑल आउट हो गई और महाराष्ट्र से 725 रन के बड़े अंतर से हार गई। मैच के बाद जब कारणों का पता किया गया तो मालूम चला कि खिलाड़ियों को भोजन ही नहीं दिया गया था। इसके चलते उनके अंदर खेलने की ताकत ही नहीं बची थी।
वही प्रदेश उपाध्यक्ष उमा सिसोदिया ने बताया कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड का अनियमितताओं के साथ चोली दामन का साथ है। उन्होंने कहा कि इस एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष भी एसोसिएशन की गड़बड़ियों पर एक दिवसीय धरना दे चुके हैं। इसके बावजूद भी एसोसिएशन पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई। वित्तीय वर्ष 2020- 21 के ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक सीएयू ने टूर्नामेंट ट्रायल मैच में भोजन और खानपान में 17407346 रुपये, दैनिक भत्तों पर 4958750 रुपये, पानी की बोतलों पर 35 लाख रुपये और केलों पर 22 लाख रुपये खर्च किए।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि जल्द से जल्द इस भ्रष्टाचार पर खुलासा होना चाहिए। जो खिलाड़ियों के साथ भद्दा मजाक कर रहे हैं और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए दोबारा से क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड का ऑडिट किया जाना चाहिए। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।