कैबिनेट मंत्री महाराज ने सूर्यधार झील का स्तर बढ़ाने पर जताया रोष, सिंचाई विभाग में रिक्त पदों को तत्काल भरने के दिए आदेश
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने सूर्यधार झील के स्तर को बगैर प्रमिशन के बढ़ाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आप लोग बाढ़ सुरक्षा कार्यों की बात करते हैं।

सिंचाई एवं लघु सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को यमुना कॉलोनी स्थित सिंचाई विभाग मुख्यालय के सभागार में सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक की। इसकी अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि एक ओर हम बाढ़ सुरक्षा कार्यों के बारे में बात करते हैं। उसके लिए कार्य भी करते हैं, जबकि दूसरी ओर मानक और तकनीकी के विपरीत कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि सूर्यधार झील को 7 से 10 मीटर बिना परमिशन के बढ़ा दिया गया। वास्तव में यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पता चलता है कि हमारी कोई कार्य संस्कृति ही नहीं है। हम जो चाहे बिना परमिशन के करते रहें। शर्म की बात है कि इतनी तकनीकी और ज्ञान रखने के बावजूद भी कहीं की स्कीम को कई फिट कर दिया गया। इस तरह के गलत कार्यों के लिए किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने समीक्षा बैठक में विभाग द्वारा विगत वर्षों में किये गये कार्यों की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति के साथ-साथ केंद्र पोषित योजनाओं की प्रगति, राज्य सेक्टर की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने के अलावा आगामी प्रस्तावित कार्य योजना और विभाग में स्वीकृत एवं कार्यरत रिक्त पदों की जानकारी के साथ-साथ विभागीय समस्याओं एवं सुझाव को भी सुना।
महाराज ने सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग में रिक्त पदों को तत्काल भरने का आदेश देते हुए कहा कि चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है सभी अधिकारी, कर्मचारी मन लगाकर काम करें, जो सही काम करेगा उसे सम्मान मिलेगा। हमें संकल्प लेना है कि यात्रा को सफल बनाना है और बरसात से पूर्व सभी कार्यों को पूर्ण करना है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी पंचायत प्रतिनिधियों को भी कार्यों से संबंधित जानकारी देते रहें। महिला मंगल एवं युवक मंगल दलों को काम दिया जाए। समय समय पर प्रदेश के सभी जलाशयों की मॉनिटरिंग की जाये और गंगा एवं भागीरथी सहित अन्य नदियों के बढ़ते लेवल को ठीक किया जाये।
बैठक के दौरान सिंचाई मंत्री ने टीएचडीसी के अधिकारियों को दूरभाष पर वार्ता कर टिहरी झील के किनारे तार बाड़ करने के लिए भी निर्देश दिये। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि टिहरी बांध प्रभावित 415 विस्थापितों के पुनर्वास के लिए धनराशि वितरण का कार्य शीघ्र किया जाएगा। बैठक मे सिंचाई विभाग के एचओडी मुकेश मोहन, लघु सिंचाई के एचओडी बृजेश तिवारी, संयुक्त सचिव प्रोफेसर जीएल शर्मा, अपर सचिव यूएन पांडे सहित सभी जनपदों के अधिकारी उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।