निस्वार्थ ट्रैफिक व्यवस्था संभालने वाले 82 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक रामरतन रावत को ब्रह्मकमल शक्ति संस्था ने किया सम्मानित
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कौलागढ़ क्षेत्र स्थित चरखी गेट में प्रतिदिन सुबह ट्रैफिक जाम से आम नागरिकों को होने वाली असुविधा से बचाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले 82 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक राम रतन रावत को ब्रह्मकमल शक्ति संस्थान देहरादून की ओर से सम्मानित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वन अनुसंधान इंस्टीट्यूट यानि एआरआई (Forest Research Institute) से चतुर्थ श्रेणी से सेवानिवृत्त रामरतन रावत पिछले कई वर्षों से प्रतिदिन सुबह और शाम कुल 6 घंटे स्वयं उपस्थित रहकर चरखी गेट क्षेत्र में ट्रैफिक को नियंत्रित करते हैं। यह महत्वपूर्ण मार्ग सेलाकुई से विकासनगर को चरखी गेट कौलागढ़ से जोड़ता है। साथ ही बल्लूपुर और घंटाघर मार्ग को भी जोड़ता है, जहां प्रतिदिन भारी वाहनों का दबाव रहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रामरतन रावत ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से यहां जाम की समस्या और वाहनों का दबाव निरंतर बढ़ने लगा था। इससे सभी कौलागढ़वासी परेशान हो गए। ऐसे में उन्होंने सोचा कि घर बैठने के बजाय वह स्वयं ही ट्रैफिक को नियंत्रित करने का मोर्चा खोलें। वह रोज सुबह और शाम कुल 6 घंटे सड़क पर निस्वार्थ लोगों की सेवा करने का प्रयास करता हैं। उन्होंने कभी सपने में भी इस सम्मान के बारे में नहीं सोचा था। इसके लिए वह और कौलागढ़वासी ब्रह्मकमल शक्ति संस्था देहरादून और संस्था के अध्यक्ष अभिनव थापर का इस सम्मान के लिए हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ब्रह्मकमल शक्ति संस्थान, देहरादून के अध्यक्ष अभिनव थापर ने चरखी गेट पर राम रतन रावत को सम्मान पत्र एवं शॉल भेंट कर उनका अभिनंदन किया। ब्रह्मकमल शक्ति संस्था के अध्यक्ष अभिनव थापर ने कहा कि रामरतन रावत जी समाज सेवा की जीवंत मिसाल हैं। 82 वर्ष की आयु में भी उनकी ऊर्जा और समर्पण युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। उनकी निस्वार्थ सेवा समाज की संकल्प शक्ति को मजबूत करती है और हमारा सौभाग्य है कि हमें उनका सम्मान करने का अवसर मिला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चरखी गेट पर रामरतन रावत के सम्मान कार्यक्रम में अभिनव थापर, विनोद जोशी, यशपाल धवन, नीरज नौटियाल, हरि सिंह मेहरा, मुनेंद्र पंवार, गौरव गुप्ता, रघुवर दयाल व अन्य स्थानीय नागरिकों, व्यापारी वर्ग एवं युवाओं ने भी भाग लिया और ऐसे सेवाभावी नागरिकों को निरंतर सम्मानित करने का संकल्प लिया।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




