कांग्रेस भवन में मौर नाचा तो बीजेपी ने देखा, कार्यक्रम से पहले बीजेपी करती पलटवार, प्रदेश अध्यक्ष और मीडिया प्रभारी ने साधा निशाना
उत्तराखंड में भले ही कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ कोई राजनीतिक अभियान चलाए, लेकिन पलटवार में बीजेपी देर नहीं लगाती है। गई बार तो ऐसा होता है कि कांग्रेस मीडिया को कार्यक्रम संबंधी प्रेस नोट तक जारी नहीं कर पाती और सिर्फ फोटो भेजकर ही संतुष्ट हो जाती है। वहीं, पलटवार के रूप में बीजेपी कांग्रेस से आगे निकल जाती है। बीजेपी की ओर से हर दिन किसी ना किसी नेता का ऐसा प्रेस नोट जरूर आ जाता है, जिसमें कांग्रेस पर निशाना साधा गया हो। ऐसे में उत्तराखंड में दो हार के बाद भी कांग्रेस सबक नहीं पाई और प्रचार के माध्यमों का सही तरीका इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। अब कांग्रेस भवन में मौर नाचा तो किसने देखा। क्योंकि कई बार तो बड़े कार्यक्रमों का प्रेस नोट जारी तक नहीं किया जाता। वहीं, कांग्रेस के नेता इतना जरूर कर देते हैं कि वे वही फोटो मीडिया तक पहुंचाते हैं, जिसमें वे ही दिखाई दे रहे हों। बुधवार को भी बीजेपी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)गलतियों के लिए कांग्रेस निकाले हाथ जोड़ो यात्रा: भट्ट
उत्तराखंड भाजपा ने कांग्रेस की हाथ से हाथ जोड़ों यात्रा पर कटाक्ष करते हुए उन्हेंअपनी गलतियों के लिए माफी मांगते हुए ‘हाथ जोड़ों’ यात्रा निकालने की सलाह दी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने मीडिया द्वारा पूछे सवाल के जबाब में कहा कि जनता तो लगातार कई चुनावों में नकारते हुए कांग्रेस से पहले ही हाथ जोड़ चुकी है। इसलिए यह बेहतर होगा वे अपनी ही पार्टी के नेताओं के आपस में हाथ से हाथ जोड़ने का प्रयास करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि राहुल, प्रियंका या उनका कोई भी दिग्गज कैसी भी यात्रा निकाल ले, विश्वसनीयता शून्य कांग्रेस का ‘साथ और हाथ’ दोनों जनता हमेशा के लिए छोड़ चुकी है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी कांग्रेसियों की पार्टी छोड़ो यात्रा की रफ्तार कम नही हुई, बल्कि अधिक तेज हो गयी है। उन्होंने कटाक्ष किया कि अब प्रियंका गांधी की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा से स्पष्ट होता है दोनों ने भारत को जोड़ने के बजाय आपस में बांट लिया है, क्योंकि इस यात्रा का अधिकांशतया फोकस उस हिन्दी भाषी क्षेत्रों में होगा जहां राहुल की यात्रा नही पहुंची है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि विगत 7 दशकों में जनता के बीच कांग्रेस की विश्वसनीयता प्रत्येक विषय पर समाप्त हो गयी है। चाहे भ्रष्टाचार को व्यवहार बनाना हो, चाहे बंद कमरों में दुश्मन देशों से बैठक कर राष्ट्र संप्रभुता को गिरवी रखना हो, कभी बिना लड़ाई के देश के दो टुकड़े करने हो या चीन को हज़ारों हेक्टेयर भूमि सौपना हो, चाहे धर्मनिरपेक्षता की आड़ में धर्म विशेष का तुष्टिकरण और बहुसंख्यकों का शोषण करना हो, चाहे आर्थिक सुधारों के नाम पर देश के संसाधनों की बंदरबांट करना हो या इसी तरह अन्य विषय। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महेंद्र भट्ट ने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश व राष्ट्रीय नेताओं की यात्राओं व वादों को कोई भी गंभीरता से नही लेता है। शायद तभी राहुल गांधी ने इस यात्रा में भी चुनाव हारने के अपने रिकॉर्ड को बरकरार रखा है। उनकी यह यात्रा दो चुनावी क्षेत्रों से गुजरी और दोनों ही जगह तेलंगाना के विधानसभा उपचुनाव व गुजरात चुनाव में करारी हार का सामना पार्टी को करना पड़ा। अब प्रियंका गांधी अपनी बारी में शेष राज्यों में विशेषकर जहां अगले वर्ष चुनाव हैं वहां अपनी ताकत आजमाना और पार्टी में अपने विरोधियों को दिखाना चाहती है। उन्होंने कहा कि जो जनता के बीच हाथ से हाथ जोड़ने का दावा कर रहे है उनके स्वयं के हाथ से हाथ नही जुड़े है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सामरिक और विकास की परियोजनाओं के खिलाफ नकारात्मक वातावरण दुर्भाग्यपूर्ण: चौहान
उत्तराखंड भाजपा ने कहा कि सामरिक और विकास जैसे अति महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर नकारात्मक वातावरण बनाने और बिना विशेषज्ञों की राय के टिप्पणी को दुर्भावनापूर्ण बताया। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस समेत कुछ संगठन राजनैतिक एवं नकारात्मक एजेंडे के चलते जनभावनाओं की आड़ में देश की सुरक्षा व विकास से जुड़े चार धाम सड़क व अन्य प्रोजेक्टों के खिलाफ माहौल बनाने का षडयंत्र करने में लगे है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौहान ने प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि देश की सीमाओं तक सड़क पहुंचाने वाले चार धाम यात्रा मार्ग का सामरिक महत्व है। चीन सीमा तक पक्की सड़कों का जाल बिछा चुका है। ऐसे में सीमाओं की सुरक्षा के लिए पहाड़ों मे सड़क व रेल कनेक्टिविटी बेहद आवश्यक है, लेकिन जोशीमठ भूधसांव से प्रभावित लोगों की संवेदनाओं व चिंता को भड़काकर राष्ट्रीय महत्व की महत्वपूर्ण परियोजनाओं के खिलाफ माहौल खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। वह भी उन परिस्थितियों मे जब कोई भी वैज्ञानिक रिपोर्ट अभी तक नही आयी है, जिससे पता चल सके कि प्रभावित क्षेत्र में भवनों व जमीनों में आ रही दरारों के क्या कारण है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय की निगरानी में केंद्र व राज्य की भूगर्भीय, निर्माण, भूजल, आपदा व आईआईटी समेत कई उच्च अध्यन संस्थानों का सयुंक्त विशेषज्ञ समूह वहां विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने में लगा है। आपदा को अवसर के रूप मे देख रहे विपक्षी तात्कालिक राजनैतिक लाभ के लिए राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं को दीर्घकालीन नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से बयानबाजी कर रहे है। जिसके लिए सीमावर्ती प्रदेश में सामरिक एवं विकास की ऐसी योजनाओं के खिलाफ स्थानीय लोगों को उकसाना और आपदा को लेकर सामान्य अनुमानित जानकारी को बहुप्रचारित कर नकारात्मक धारणा तैयार करना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौहान ने आरोप लगाया कि जिन्होंने लंबे समय तक शासन किया और अधिकांश बड़ी जल विधुत योजनाओं को शुरू करने में सहभागी भी रहे वही आज इन परियोजनाओं को लेकर मुखर विरोध की राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश की महान और राष्ट्रवादी जनता आज इनका दोगला चरित्र देख व समझ रही है और सही समय पर इन्हें एक बार फिर से सबक सिखाएगी। उन्हीने विश्वास दिलाया कि भाजपा सरकार जोशीमठ के लोगों का नुकसान किसी कीमत पर नही होने देगी और विशेषज्ञ समूह की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद स्थायी समाधान की दिशा में सभी जरूरी कदम उठाएगी।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




