Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

March 14, 2025

पूर्व सांसद तरुण विजय के गीत की सीडी का भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया लोकार्पण, जानिए गीत और तरुण विजय के बारे में

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज एक संक्षिप्त कार्यक्रम में पूर्व सांसद तरुण विजय के रचित उत्तराखंड गौरव गीत का राष्ट्रीय लोकार्पण किया। बीजापुर गेस्ट हाउस में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद थे। उत्तराखंग गौरव गीत को स्थानीय आर्यन स्कूल के छात्रों गाया है। दूरदर्शन की राष्ट्रीय टीम ने इसको कर्णप्रिय संगीत में निबद्ध किया है।
इस मौके पर तरुण विजय ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष से यह सम्मान प्राप्त कर वे अभिभूत हैं। महान विद्वान आचार्य रघुवीर और प. दीनदयाल उपाध्याय की परम्परा में नड्डा जी हमारे मार्गदर्शक हैं। उन्होंने उत्तराखण्ड की पावन वीर भूमि की प्रशस्ति में रचित इस गीत को अपने आशीर्वाद से और बल प्रदान किया है।
इस गीत में प्रदेश की धर्म पुण्याई, वीरता पराक्रम ज्ञान विज्ञान की परम्परा तथा संतों और तपस्वी महापुरुषों का वर्णन है जो आसानी से गुनगुनाया जा सकता है। इसे दूरदर्शन के राष्ट्रीय तथा उत्तराखंड प्रादेशिक कार्यक्रमों के लिए सूचना प्रसारण मंत्रालय से स्वीकृत किया गया है।
जानिए तरुण विजय के बारे में
तरुण विजय (जन्म 2 मार्च 1956) भारतीय राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत पत्रकार एवं चिन्तक हैं। वह 1986 से 2008 तक करीब 22 सालों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र पाञ्चजन्य के संपादक रहे। उन्होंने अपने करियर की शुरूआत ब्लिट्ज़ अखबार से की थी। बाद में कुछ सालों तक फ्रीलांसिंग करने के बाद वह आरएसएस से जुड़े और उसके प्रचारक के तौर पर दादरा और नगर हवेली में आदिवासियों के बीच काम किया। वह उत्तराखंड से राज्यसभा के सदस्य भी रहे। सांसद तरुण विजय राज्यसभा के सर्वश्रेष्ठ सांसदों में एक रहे। सभी दलों के नेताओं ने उनकी राज्यसभा में सक्रियता की प्रशंसा की। स्वतंत्र संसदीय समीक्षा संगठन पीआरएस ने उन्हें संसद के सर्वश्रेष्ठ सांसदों में से एक चुना है।

ये है गीत

जय जय उत्तराखण्ड
जय है उत्तराखण्ड ! जय है उत्तराखण्ड !!
जय जय उत्तराखण्ड बोलिये जय जय उत्तराखण्ड ।।

यहाँ देवता गाँव गाँव में, हर घर देवी नंदा है
वीरों का गर्वीला मेरा, ऊँचा खड़ा हिमालय है
धन्य हुए हम, धन्य हुए यहाँ गंगा बहे अखण्ड
भारत माँ का मुकुटमणि यह, जय जय उत्तराखण्ड
जय जय उत्तराखण्ड बोलिये, जय जय उत्तराखण्ड ।।

इस धरती ने दिए तपस्वी, दिए ज्ञान के शिखर महान
महिमामय बद्री विशाल हैं और पुण्य देते शिव खण्ड
हेमकुण्ड की महिमा न्यारी, सरल सरस केदार खण्ड,
जय जय उत्तराखण्ड बोलिये, जय जय उत्तराखण्ड ।।

वैज्ञानिक सर्वेक्षण करते नापा था सागरमाथा,
सागर तल ऊर्जा लाते, तेजस्वी इनकी गाथा,
दुनिया में सबसे ऊँचा, शिक्षा का पावन भूखण्ड
जय जय उत्तराखण्ड बोलिये, जय जय उत्तराखण्ड ।।

आओ लें संकल्प बढ़े हम, दुनिया भर में आगे
भारत माँ का अभिनन्दन, हो, दुश्मन डर से भागे
ज्ञान ओर विज्ञानं पढ़े हम, सैन्य धर्म को पालें
हमसे हिम्मत हमसे शिक्षा लेकर जन जन जागे
भारत का सबसे सुन्दर और प्यारा उत्तराखण्ड
जय जय उत्तराखण्ड बोलिये, जय जय उत्तराखण्ड ।।

लक्ष्मण जी तपस्थली और
द्रोणाचार्य यहाँ हुए
राम राय गुरु की महिमा के
चमत्कार से धन्य हुए
गायत्र के दिव्य स्वरों से गूंजे गंगा – खण्ड
जय जय उत्तराखण्ड बोलिये जय जय उत्तराखण्ड ।।

मोनाल कस्तूरी मृग हैं और
यमुनोत्री में माँ यमुना
लाल दहक देखो बुरांश की
देवदार – ऊँची गरिमा
जल में थल में नभ में – गौरवशाली उत्तराखण्ड
जय जय उत्तराखण्ड बोलिये जय जय उत्तराखण्ड ।।

Website |  + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page