Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

November 7, 2024

मतदाता जागरूकता अभियान के लिए भूपेन्द्र डोंगरियाल की गढ़वाली कविता- वोट दीणकु जरूर जावा

वोट दीणकु जरूर जावा
दाना-सयाना,दीदी-भुलि,
टक लगै सूणि ल्यावा।
यो हमरु चुनौ कु पर्व च,
वोट दीणकु जरूर जावा।
याद रख्यां मतदान दिवस,
उन्नीस अप्रैल शुक्रवार।
वोट दीणकु जरूर जयां,
वोट देकि बनलि सरकार।
मतदान तुमरु अधिकार च
देश थैं तुम पर गर्व च।
मतदान केन्द्र जरूर जयां,
यो देश कु महापर्व च।। (कविता जारी, अगले पैरे में देखें)

अँगुली पर स्यै लगैकि
वोट दियाँ बटन दबै कि।
काम-धंधा त सदनी कार,
जुगराज रैयां मतदान कैकि।
जागरूक छौ,तैयार रौ,
जो दूर छीं वो घौर औ।
यो हमरु चुनौ कु पर्व च,
वोट देकि सरकार बणों।
दाना-सयाना,दीदी-भुलि,
टक लगै सूणि ल्यावा।
यो हमरु चुनौ कु पर्व च,
वोट दीणकु जरूर जावा।
कवि का परिचय
भूपेन्द्र डोंगरियाल
ग्राम- बल्यूली, जनपद-अल्मोड़ा, उत्तराखंड।
वर्तमान पता- आईटीआई कैम्पस, निरंजनपुर, देहरादून।
भूपेन्द्र डोंगरियाल उत्तराखण्ड राज्य सरकार के सेवायोजन एवं प्रशिक्षण अनुभाग में अनुदेशक के पद पर कार्यरत हैं। वर्जिन साहित्यपीठ के सौजन्य से अभी तक उनकी कई ई बुक्स प्रकाशित हो चुकी हैं।

नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page