केंद्रीय कर्मचारियों के लिए मायूसी वाली खबर, महंगाई भत्ते की घोषणा के लिए करना होगा इंतजार
केंद्रीय कर्मचारियों को जहां इस साल जनवरी माह से मिलने वाले महंगाई भत्ते यानि कि डीए की घोषणा का आज इंतजार था, लेकिन एक बुरी खबर ये आई कि अब उन्हें और इंतजार करना पड़ेगा। करोड़ों सरकारी कर्मचारी को महंगाई भत्ता यानि की डीए साल में दो बार दिया जाता है। सरकार नियमानुसार महंगाई भत्ता जनवरी से और जुलाई से देती है। इसकी घोषणा होली और दिवाली से पहले होती रही है। इस बार ऐसा नहीं किया गया है। साथ ही कर्मचारियों इंतजार करना पड़ रहा है। आज एक बार फिर खबर ये आई कि अभी और इंतजार करना पड़ेगा। इसी के साथ राज्य कर्मचारी भी मायूस होंगे। क्योंकि केंद्र की घोषणा के बाद अधिकांश राज्य सरकारें भी उसी हिसाब से अपने कर्मचारियों को डीए का ऐलान करती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डीए में बढ़ोत्तरी के ऐलान के साथ सरकारी कर्मचारियों की जेबों में सरकार अतिरिक्त पैसा देती है। फिर यह सरकारी कर्मचारियों की आगे की पूरी सैलरी जोड़ने में इसे भी शामिल किया जाता है। इसलिए कहा जाता है कि महंगाई भत्ता के साथ ही सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह भी बढ़ जाती है। इस बार उम्मीद लगाई जा रही है कि महंगाई भत्ते में चार फीसद का इजाफा होगा, लेकिन इस बार होली पर होने वाली घोषणा अभी तक नहीं हुई है। उधर पांच राज्यों में नई पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू होने और लागू होने की घोषणा होने के बाद कई अन्य राज्यों में भी ऐसी ही मांग उठने लगी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बढ़ती महंगाई से लोग परेशान
हाल ही में खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी महीने में तीन महीने के उच्च स्तर 6.52 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। उधर फरवरी में थोक महंगाई दर के आंकड़े बता रहे हैं कि महंगाई कुछ काबू में आई है। संतोषजनक स्तर से ऊपर चली गई है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर में 5.72 प्रतिशत और जनवरी 2022 में 6.01 प्रतिशत थी। खाद्य पदार्थों की महंगाई दर जनवरी में 5.94 प्रतिशत रही जो दिसंबर में 4.19 प्रतिशत थी। यह आंकड़े बता रहे हैं कि खाने-पीने के सामान की महंगाई की मार के चलते लोग परेशान हैं। इससे पहले, खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर महीने में उच्च स्तर 6.77 प्रतिशत पर थी। भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर गौर करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस कारण करना होगा इंतजार
आज सभी सरकारी कर्मचारियों को डीए में बढ़ोत्तरी का इंतजार था। आज पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक होनी थी। इसमें डीए संबंधी फैसला भी होने की संभावना था। ये बैठक हर बुधवार को होती है। पिछले सप्ताह बुधवार को होली थी और कैबिनेट की बैठक नहीं हुई थी। अब फिर आज बुधवार है और आज होने वाली कैबिनेट की बैठक में इस पर फैसला होने की बात कही जा रही थी। अब खबर सूत्रों से मिल रही खबरों के अनुसार आज कैबिनेट की बैठक नहीं हो रही है। ऐसे में जब बैठक ही नहीं होगी तब महंगाई भत्ते पर फैसला भी नहीं होगा। इसी के साथ यह भी तय हो गया है कि अब सरकारी कर्मचारियों को कम से कम एक हफ्ते का और इंतजार करना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केंद्रीय कर्मचारियों को ये भी लग चुका है दूसरा झटका
वहीं, एक दिन पहले ये खबर आई थी कि कोरोना महामारी के दौरान रोका गया केंद्रीय कर्मचारियों का अठारह महीनों का महंगाई भत्ता या डीए नहीं दिया जाएगा। सरकार ने यह साफ कर दिया है कि कोरोना महामारी के दौरान रोका गया केंद्रीय कर्मचारियों का अठारह महीनों का महंगाई भत्ता या डीए नहीं दिया जाएगा। लोक सभा में प्रश्न काल के दौरान सरकार ने यह जानकारी दी है। सरकार ने यह भी बताया है कि इससे सरकार के 34,402.32 करोड़ रुपये बचें हैं। इसका प्रयोग महामारी से उबरने में किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दरअसल, कोरोना काल में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की तीन किश्तें नहीं दी गईं थीं। जनवरी 2020, जुलाई 2020 और जनवरी 2021 का महंगाई भत्ता और महंगाई राहत नहीं दी गई। सरकार ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि मौजूदा समय में बजट घाटा FRBM Act के प्रावधानों की तुलना में दोगुना है इसलिए यह डीए देने का प्रस्ताव नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे साफ है कि करोड़ों सरकारी कर्मचारियों को इस खबर से जोर का झटका लगा है और उनकी एरियर मिलने की उम्मीद पर पानी फिर गया है। अब देखना है कि मोदी कैबिनेट की बैठक कब होती है और कर्मचारियों को जनवरी माह में मिलने वाले डीए के संबंध में क्या फैसला होता है। फिलहाल कर्मचारियों को अगले सप्ताह तक इंतजार करना पडे़गा।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।