उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड, अग्निवीर व इलेक्टोरल बांड समेत पांच न्याय कांग्रेस के मुख्य हथियार: धस्माना
लोकसभा चुनाव के मतदान के लिए काउंटडाउन शुरू हो गया है। भाजपा तथा कांग्रेस के स्टार प्रचारकों का प्रचार भी लगभग पूरा हो गया है। वहीं, सत्ताधारी पार्टी भाजपा का सारा प्रचार नकारात्मक व मोदी सेंट्रिक हो कर रह गया। इसके विपरीत कांग्रेस पार्टी का पूरा फोकस अंकिता भंडारी हत्याकांड, अग्नीपथ योजना, इलेक्ट्रोल बांड घोटाला तथा कांग्रेस की पांच न्याय योजनाओं पर केंद्रित हो कर कहीं न कहीं मतदाताओं को कांग्रेस के प्रति झुकाव पैदा कर रहा है। यह दावा आज अपने कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने पिछले दो लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी जी के नाम पर भाजपा को पांचों लोकसभा सीट जितवाई। इस बार लोगों को अपेक्षा थी कि चुनावों में भाजपा प्रत्याशी अपने कार्यकाल की उपलब्धियों व योग्यता के नाम पर वोट मांगेंगे। इसके विपरीत पूरे चुनाव अभियान में पांचों सांसद के भाजपाई प्रत्याशी केवल और केवल मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। यहां तक कि केंद्रीय मंत्री रहे अजय टम्टा व वर्तमान में भी केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट अपने कामों या उपलब्धि बताने के बजाय मोदी के नाम पर न केवल अपनी नैया पार लगवाने की गुहार जनता से कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि ऐसे में साफ है कि ये सांसद यह स्वीकार करते हैं कि वे कुछ करवाने में नाकाम रहे। इसकी सज़ा मोदी जी को न देने की गुहार भी सार्वजनिक रूप से लगा रहे हैं। धस्माना ने कहा कि टिहरी सीट पर तो भाजपा प्रत्याशी महारानी माला राजे लक्ष्मी कह रही हैं कि जो कुछ मोदी जी ने किया, वो सब उनके (रानी जी के) द्वारा ही किया गया। ऐसा जनता को मानना चाहिए और उनको चौथी बार भी जिताना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि हरिद्वार के प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपनी अकर्मण्यता के कारण मुख्यमंत्री पद से हटाए गए थे। इसलिए वे अपने कार्यकाल की कोई उपलब्धि बताने की बजाय मोदी जी के नाम पर ही चुनावी वैतरणी पार करना चाहते हैं। इसी प्रकार पौड़ी गढ़वाल में ताल ठोक रहे अनिल बलूनी छह वर्ष राज्यसभा सांसद रहने के दौरान अखबारों की सुर्खियों में केंद्रीय मंत्रियों को मांगपत्र दे कर बने रहे। इसके अलावा उन्होंने कोई बड़ा काम करवाने का दावा नहीं किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि कुल मिलाकर उत्तराखंड के पांचों भाजपाई प्रत्याशी अब केवल कांग्रेस को गाली दे कर व मोदी नाम पर वोट मांगते दिखाई पड़ रहे हैं। ऐसा लगता है कि बीजेपी पार्टी ही समाप्त हो चुकी है। बीजेपी के नाम पर वोट मांगने का साहस किसी बीजेपी नेता पर नहीं रहा है। केवल व्यक्ति पूजा पर यह पार्टी आधारित हो गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, कांग्रेस ने राज्य व केंद्र सरकारों की नाकामियों राज्य में घटित अंकिता भंडारी हत्याकांड के पीछे वीआईपी का नाम उजागर करने, भर्ती घोटाला, अग्नीपथ योजना में अग्नीविर की भर्ती सहित कांग्रेस पार्टी के मेनिफेस्टो की पांच न्याय योजनाएं चुनाव प्रचार में मुख्य हथियार बनाए हैं। इनका जनता में व्यापक सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है, जो निश्चित रूप में वोटों में परिवर्तित होगा।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।