एम्स में मनाया गया एनेस्थीसिया और ऑपरेशन थियेटर डे, कार्याशाला में हाईपर बैरिक ऑक्सीजन थैरेपी पर चर्चा
कार्यक्रम के अंतर्गत चिकित्सकों और तकनीशियनों को कोविड योद्धा दर्शाते हुए कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। जिसमें क्वीज कंप्टीशन, एक्सटेंपोर, पीपीटी प्रेजेंटेशन, पोस्टर मेकिंग आदि प्रतियोगिताएं प्रमुखरूप से शामिल थी। इस दौरान प्रतिभागियों ने नृत्य व गीतों का भी शानदार प्रदर्शन किया। छात्रों द्वारा कोरोनो काल के हालातों पर आधारित पोस्टर और पीपीटी प्रेजेंटेशन को सभी ने बहुत सराहा। क्वीज प्रतियोगिता में विभाग से जुड़े एक कर्मचारी व एक छात्र की एक-एक टीम बनाई और बड़े उत्साह से हर राउंड को खेला। एक्सटेंपोर कंप्टीशन में भी छात्रों के समक्ष भिन्न भिन्न चुनौतिपूर्ण सवाल रखे गए, जिनका उन्होंने बड़े सूझबूझ से उत्तर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रियांशु और कल्याण के संचालन में आयोजित कार्यक्रम को एनेस्थीसिया विभाग के तृतीय वर्ष के छात्रों द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. मृदुल धर, डॉ. भावना और डॉ. दीपक सिंघल द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सर्टिफिकेट और कप वितरित कर सम्मानित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्याशाला के चिकित्सा विधि के बारे में विस्तार से समझाया
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के प्लास्टिक चिकित्सा विभाग के तत्वावधान में आयोजित हाईपर बैरिक ऑक्सीजन ट्रेनिंग कार्यशाला के दूसरे दिन चिकित्सा विधि पर चर्चा की गई। आर्मी कॉलेज मेडिकल साइंस नई दिल्ली के फिजियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर एसपी सिंह ने हाईपर बैरिक ऑक्सीजन चैंबर द्वारा मरीज को दी जाने वाली चिकित्सा विधि के बारे में प्रतिभागियों को विस्तारपूर्वक समझाया। उन्होंने इससे होने वाले फायदे भी बताए। उन्होंने बताया कि अल्सर, बैडसौर (लंबे समय तक मरीज के बिस्तर पर एक ही अवस्था में लेटे रहने से होने वाली बीमारी) अथवा किसी भी अन्य तरह का घाव जो लंबे समय से ठीक नहीं हो रहा हो, उसे हाईपर बैरिक ऑक्सीजन थैरेपी की मदद से जल्दी ठीक किया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
संस्थान के रेडिएशन ओंकोलॉजी विभाग की अपर आचार्य डा. दीपा जोसफ ने एचबीओटी में रेडिएशन का भूमिका के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर प्लास्टिक सर्जरी विभाग के सीनियर रेसिडेंट डा. आनंद, डा. तरुणा, डा. रिदिमा द्वारा संबधित विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर आर्मी अस्पताल के चिकित्सक प्रो. एसपी सिंह ने प्रतिभागियों को हैपेबेरिक ऑक्सीजन थैरेपी( एचबीओटी) चैंबर में लेजाकर उसकी कार्यप्रणाली के बारे में समझाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर प्लास्टिक चिकित्सा विभागाध्यक्ष डा. विशाल मागो ने कार्यशाला में शिरकत करने वाले अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए। इस अवसर पर डा. बलराम ओमर, डा. अंकित अग्रवाल, प्लास्टिक चिकित्सा विभाग की डा. देवरती चटोपाध्याय,डा. मधुवरी वाथुल्या, डा. अक्षय कपूर, डा. नीरज, सीनियर एवं जूनियर रेसिडेंट चिकित्सकों के अलावा नर्सिंग स्टाफ व एमबीबीएस के विद्यार्थी मौजूद थे।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।