दारू असली है या नकली, इस तरह की जा सकती है पहचान
आमतौर पर शराब के शौकीनों को ये पता नहीं होता है कि वो जिस शराब हो पी रहे हैं, वह असली है या नकली। कई बार तो शराब पीने वाले शिकायत भी करते हैं कि शराब नकली है, वो मजा नहीं आया। कई बार इसमें मिलावट की भी बात की जाती है। शराब के असली है या नकली होने की पहचान करने की लोगों को जानकारी नहीं होती है। हम यहां आपको शराब की पहचान के कुछ तरीके बता रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बोतल पर नाम, डिजाइन पे दें ध्यान
शराब को पहचानने का यह उपाय भी कारगर माना जाएगा। इसके लिए सबसे पहले तो आप देखें कि शराब का नाम वो ही है, जो आप खरीदना चाहते हैं। इस नाम को अच्छे से देख लें, क्योंकि कई ब्रांड बोतल की डिजाइन आदि दूसरी कंपनी से कॉपी करते हैं और नाम में हल्का सा बदलाव कर देते हैं। इससे कोई आसानी से इसमें बदलाव नहीं देख सकता है। ऐसे में कोशिश की जाए कि लाइसेंस प्राप्त दुकान से शराब खरीदें और शराब लेते समय इस चीज का ध्यान रखे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बारकोड से पता करे
यह नकली शराब पहचानने का कारगर उपाय है इसमें आपको बोतल पर लगे बारकोड से पहचान सकते है। दरअसल, दिल्ली में एक्साइज डिपार्टमेंट ने इसके लिए खास व्यवस्था की है, जिसके जरिए आप शराब खरीदकर पर उस बोतल पर लिखे बारकोड से काफी कुछ पता कर सकते हैं। हर बोतल पर अलग से खास नंबर होते हैं, जिसके जरिए आप इसके असली होने का पता कर सकते हैं। आप एक्साइज डिपार्टमेंट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसकी जानकारी ले सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके लिए https://delhiexcise.gov.in/Portal/liquorsalecheck लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद इसमें बार कोड नंबर लिखने का ऑप्शन दिखाई देगा, जिसमें अपनी शराब के बोतल का नाम लिखें। इसमें आपको नंबर लिखना होगा, जो कि 28 डिजिट से कम ही होगा। नंबर लिखने के बाद आपको इसके सोर्स, नाम, साइज के बारे में सभी जानकारी मिल जाएगी। इस से आप असली शराब पहचान सकते है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
असली शराब और नकली शराब में अंतर
असली शराब बनाने में जिस केमिकल का इस्तेमाल होता है, उसे एथेनॉल (Ethanol) कहते हैं। शराब बनाने के लिए एथेनॉल को एक निश्चित मात्रा में ही इस्तेमाल किया जाता है, जबकि नकली शराब बनाने में एथेनॉल की जगह स्प्रिट, मिथाइल अल्कोहल, इथाइल अल्कोहल, यूरिया, ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन जैसे कई केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। जो शराब को जहरीला बना देते हैं। सामान्य तौर पर शराब पीने वाले असली और नकली शराब में अंतर नहीं कर पाते हैं, क्योंकि इनका स्वाद और गंध लगभग एक जैसी ही होती है। इसी का फायदा उठाकर शराब तस्कर असली के साथ अवैध नकली शराब भी खपा देते हैं, जो लोगों के लिए जानलेवा बन जाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कैसे पहचानें जहरीली शराब
एक ही स्वाद और गंध वाले रसायनों यानी केमिकल्स के इस्तेमाल की वजह से असली शराब और नकली शराब के बीच अंतर करना मुश्किल होता है, लेकिन कुछ सावधानियां बरत कर नकली शराब का शिकार होने से बचा जा सकता है। उदाहरण के तौर पर शराब सिर्फ आधिकारिक दुकानों से खरीदें। हालांकि, शराब की पैकेजिंग देखकर इससे आसानी से बचा जा सकता है। क्योंकि, नकली शराब के डिब्बे की खराब पैकिंग, कंपनी का गलत लोगो, नाम की स्पेलिंग में गलतियां जैसी चीजों पर नजर रख इससे बचा जा सकता है। नकली शराब में आमतौर पर लेबल और सील टूटी हुई होती हैं। जिन्हें आसानी से पहचाना जा सकता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।