फर्जी एसडीएम बनकर जमीन दिलाने के नाम पर 15 लाख की ठगी का आरोपी गिरफ्तार, ड्रामे के चार लोग पकड़ से बाहर

देहरादून पुलिस ने एक फर्जी एसडीएम को गिरफ्तार किया। उस पर जमीन दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये की ठगी का आरोप है। वहीं, इस नाटक में उसका चालक और अन्य अधिकारी व कर्मचारी बने चार आरोपी फरार हैं। अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है। फर्जी एसडीएम ने कई दस्तावेज बरामद हुए। बताया गया कि वह नौकरी लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी कर चुका है। ऐसे ही हरिद्वार के एक मुकदमें में वह जेल भी जा चुका है।
धोखाधड़ी का मामला प्रेमनगर थाना क्षेत्र का है। दस जनवरी 2021 को कोटड़ा संतोर निवासी सौरभ बहुगुणा ने ठगे जाने की तहरीर प्रेमनगर थाने में दी थी। इसमें कहा गया कि अश्वनी कुमार श्रीवास्तव नाम के एक व्यक्ति ने खुद को एसडीएम बताकर कोटडा संतौर में खसरा नंबर 308 में जमीन दिलाने के नाम पर उससे 15 लाख रुपये ठग लिए हैं। आरोप है कि इस प्रकरण में उससे अन्य साथी ड्राइवर पंकज शर्मा, कमल धामी, पिंकी तथा एक राजस्व उपनिरीक्षक (जिसके सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की जा रही है) भी शामिल थे।
इस मामले में पुलिस ने एसडीएम बनकर धोखाधड़ी करने वाले मुख्य अभियुक्त अश्वनी कुमार श्रीवास्तव को सुद्धोंवाला से गिरफ्तार किया गया है। उससे कब्जे से पांच अलग-अलग कंपनियों के मोबाइल फोन तथा अलग-अलग बैंकों की पासबुक, चेक बुक, फोटो आईडी के साथ ही 202100 रुपये किए गए।
ऐसे की ठगी
पूछताछ में अश्वनी कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस को बताया कि वह अपने ड्राइवर पंकज शर्मा के साथ अक्सर तहसील के बाहर चक्कर लगाता रहता था। इसी दौरान पंकज शर्मा की मुलाकात सौरभ बहुगुणा से हुई। सौरभ ने पंकज शर्मा को बताया गया कि उनकी कोटडा संतौर स्थित जमीन में कुछ समस्या चल रही है। इसके सिलसिले में वह तहसील में आया है।
इसी बात का फायदा उठाकर पंकज शर्मा ने यह बात अश्वनी कुमार श्रीवास्तव को बताई। इसके बाद पंकज शर्मा ने पीड़ित सौरभ बहुगुणा को यह बताया कि अश्वनी कुमार श्रीवास्तव एसडीएम है और वह उनकी गाड़ी का ड्राइवर है। वह आपका काम करा देंगे। इसके पश्चात किशन नगर चौक पर पीड़ित सौरव बहुगुणा के जीजा बलविंदर सिंह के ढाबे पर अक्सर अश्वनी कुमार श्रीवास्तव और पंकज शर्मा खाना खाते थे। दोनों ने पीड़ित के जीजा बलविंदर सिंह को अपने विश्वास में ले लिया और कोटडा संतूर स्थित जमीन की नपाई एक व्यक्ति के कराई। बताया कि उक्त व्यक्ति पटवारी है।
इस पर सौरभ बहुगुणा को यह यकीन हो गया कि अश्वनी कुमार श्रीवास्तव एसडीएम है। इसके बाद सौरभ बहुगुणा की जमीन दिलाने को लेकर अश्वनी कुमार श्रीवास्तव एवं पंकज शर्मा ने बीस लाख रुपये का खर्चा बताया। सौरभ ने इतनी ज्यादा राशि एकदम से देने में असमर्थता जाहिर की तो उन्होंने 4 बार में 5-5 लाख करके देने की बात पर सौरभ बहुगुणा को राजी किया।
इसके बाद अलग-अलग किश्तों में सौरव बहुगुणा और उसके जीजा ने कुल 1500000 रुपये अश्वनी कुमार श्रीवास्तव एवं पंकज शर्मा को दे दिए। अभियुक्त अश्वनी कुमार शर्मा ने पुलिस को बताया गया कि उक्त 1500000 रुपए में से उसने पांच लाख रखे। दस लाख रुपये पंकज शर्मा ने रख लिए। जब रुपए देने के बाद भी सौरभ के नाम जमीन नहीं हुई तो उसे ठगी का अहसास हुआ। तब तक सभी आरोपी फरार हो चुके थे।
शातिर अपराधी है अश्वनी कुमार
पुलिस के मुताबिक अभियुक्त अश्वनी कुमार श्रीवास्तव इतना शातिर था कि अक्सर अलग-अलग मोबाइल से कॉल करने के बाद अधिकांश समय पर अपने फोन स्विच ऑफ रखता था। घटना करने के बाद कुछ समय के लिए वहां से फरार होकर दूसरी जगह चला जाता है। उससे अन्य व्यक्तियों के आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा डीएल की छाया प्रति प्राप्त हुई है। इस संबंध में उसने बताया कि वह इन लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर भी ठगी का प्रयास कर रहा था। वह पूर्व में भी फर्जी नौकरी दिलवाने के नाम पर कोतवाली नगर जनपद हरिद्वार से जेल जा चुका है।
गिरफ्तार किया गया आरोपी
– अश्वनी कुमार श्रीवास्तव (53 वर्ष) पुत्र रामचंद्र लाल श्रीवास्तव मूल निवासी सी 9, 165 बी हबीबपुरा चैटगंज वाराणसी उत्तर प्रदेश। स्थानीय पता अंकित कोठारी निवासी 17 नेहरू एनक्लेव निकट वाडिया इंस्टीट्यूट जीएमएस रोड देहरादून
आरोपी से ये हुआ बरामद
-नकद 202100 रुपये।
– सैमसंग मोबाइल फोन मल्टीमीडिया-02
– सादे कीपैड फोन-03
– एटीएम एक्सिस बैंक -01
– एटीएम केनरा बैंक 01
– एटीएम यूनियन बैंक 01
– चेक बुक कोटक महिंद्रा बैंक 01
– चेक बुक एक्सिस बैंक 01
– पासबुक एक्सिस बैंक( ब्लैंक) 01
– आधार कार्ड अश्वनी कुमार श्रीवास्तव 01
– विभिन्न लोगों के पैन कार्ड आधार कार्ड डीएल आदि छाया प्रति
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।