कुंभ में कोरोना जांच घोटोले को लेकर आप का पूरे प्रदेश में प्रदर्शन 24 जून को, जांच की मांग, सीएम दें इस्तीफा
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी कुंभ के दौरान कोरोना घोटाले को लेकर मुखर है। इसी मुद्दे पर आप के वरिष्ट नेता रविंद्र जुगरान ने पत्रकार वार्ता के दौरान सरकार पर इस पूरे मामले में लापरवाही का आरोप लगाया।
आप नेता जुगरान ने कहा कि बीजेपी की सरकार में उनके अपने लोग इस आपदा में भी अवसर ढूंढ रहे हैं। इनका केवल चेहरा बदला है, चरित्र नहीं। चाहे निशंक सरकार के समय कुंभ का सबसे बड़ा 400 करोड़ का घोटाला हो या अभी कोरोना जांच का घोटाला हो। ये सरकार पूरी तरह घोटालों में डूब चुकी है, लेकिन अब इनके पाप का घड़ा भर चुका है। इसलिए आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ता कल 24 जून को पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करेंगे। साथ ही बीजेपी जनप्रतिनिधियों के घरों के बाहर उनके भरे पाप के घड़े को भी सांकेतिक रूप से घड़ा फोड़ कर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सभी कार्यकर्ता सभी 70 विधानसभाओं में सीएम के इस्तीफे की मांग के साथ, न्यायिक जांच और सभी जांचों का ऑडिट की मांग के लिए प्रदर्शन करेंगे।
आप नेता जुगरान ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में नाकाम रही। बीजेपी सरकार ने एक तरफ जनता के सामने झूठे आंकड़े रखकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की, वहीं दूसरी तरफ इनके अधिकारी और नेताओं ने मिलकर इस इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया। जिसका प्रमाण एसडीसी फाउंडेशन (सोशल डिवेलपमेंट फार कम्यूनिटीज फाउंडेशन) से मिलता है। जो शुरू से हरिद्वार आंकड़ों पर सरकार पर सवाल उठा रही थी।
उन्होंने बताया कि एसडीसी फाउंडेशन ने 1 से 30 अप्रैल के बीच पूरे प्रदेश में हुए कोरोना टेस्टों का विश्लेषण किया। इनमें ,हरिद्वार में 600291 जांच में 17335 मामले पॉजिटिव आए, जबकि इस दौरान अन्य 12 जिलों में कुल 442432 टेस्ट हुए, जिनमें 62775 मामले पॉजिटिव आए। आंकड़े साफ तौर पर हरिद्वार में टेस्ट के नाम पर बड़े घोटाले की और इशारा कर रहे हैं।
आप नेता ने कहा कि जिस फर्म को सरकार ने जांच के लिए अनुबंधित किया था, उसी से मिलकर नेताओं और अधिकारियों ने फर्जीवाड़ा किया। इसमें 700 लोगों के नाम पर एक ही मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड किया। हजारों मोबाइल नंबर जो रजिस्टर्ड थे, वो गलत निकले। अलग अलग शहरों में रहने वालों का एक ही नंबर रजिस्टर्ड किया। जो सीधे तौर पर सरकार की लापरवाही बताती है। यही नहीं फर्जी नेगेटिव जांच रिपोर्ट के इस खेल में सरकार ने देश विदेश से आए लाखों यात्रियों का जीवन खतरे में डाल दिया। पूरे देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलाने की जमीन भी तैयार की। इसकी कीमत हजारों लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई।
रविंद्र जुगरान ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ रावत को तत्काल इस अपराध की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। साथ ही बीजेपी पार्टी को प्रदेश की जनता से माफी भी मांगनी चाहिए। जो उन्होंने पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत, फिर तीरथ सिंह रावत को प्रदेश की जनता पर थोपा। उन्होंने कोरोना महामारी में लोगों की जान बचाने के बजाय, उनको मौत के मुंह में धकेलने का काम किया।
जुगरान ने कहा कि बीजेपी नेता इस घोटाले में शामिल हैं। उनके फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। जुगरान ने कहा कि दोनों मुख्यमंत्री इस घोटाले को अपने कार्यकाल का नहीं कह कर ये मान चुके है कि घोटाला हुआ है। अब सीएम तीरथ को स्वास्थ्य मंत्री होने के साथ साथ इस घोटाले पर नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।