आप नेता कर्नल बोले-देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों को गुमराह कर रही सरकार, प्रदेश प्रवक्ता ने कहा- पांच काम ही गिना दो
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री प्रत्याशी कर्नल (सेनि) कोठियाल ने आज गंगोत्री पुहंचकर पंडा पुरोहित समाज से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने गंगोत्री में सरकार पर देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने देवस्थानम बोर्ड को तुंरत भंग करनी की सरकार से मांग की है। पंडा पुरोहित भी बोर्ड को भंग किए जाने पर अड़े है। पंडा पुरोहितों ने स्पष्ट कर दिया है यदि 30 अक्टूबर तक बोर्ड भंग करने का फैसला नहीं लिया गया तो पंडा पुरोहित समाज बडे आंदोलन को बाध्य हो जायेगा। कर्नल कोठियाल ने भी पंडा पुरोहितों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया।इस दौरान कर्नल अजय कोठियाल ने बताया कि उन्होंने पंडा पुरोहित समाज के लोगों की बात को गंभीरता से सुना। ये सभी लोग सरकार के देवस्थानम बोर्ड बनाने के फैसले से बिल्कुल भी सहमत और खुश नहीं हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस समाज से जुडे लोगों के साथ छलावा किया है। मुख्यमंत्री के आश्वासन पर पंडा पुरोहितों ने आंदोलन समाप्त कर दिया था। सरकार ने बोर्ड के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की। इसमें कुछ पुरोहितों को शामिल किए जाने का वादा किया गया था, लेकिन यह सिर्फ एक झूठा आश्वासन था और कुछ नहीं।
इसके उलट उच्च स्तरीय समिति में पंडा पुरोहितों को शामिल किए बिना उनके सुझाव लिए बिना समिति ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट सरकार को भेज दी है। जो सरकार द्वारा पुरोहित समाज के लोगों के साथ छलावा करने जैसा है।
कर्नल कोठियाल ने कहा कि पंडा समाज सरकार पर आरोप लगा रहा है कि देवस्थानम बोर्ड के जरिये उनकी आजीविका पर सरकार सीधा सेंधमारी करना चाहती है। यदि सरकार की मंशा ऐसी नहीं थी तो उच्च स्तरीय रिपोर्ट भेजने से पहले पंडा समाज के उच्च पदाधिकारियों से राय शुमारी क्यों नही की गई। लेकिन उच्च स्तरीय समिति ने सरकार के इशारे पर मनमानी करते हुए ,देव स्थानम बोर्ड की अंतरिम रिपोर्ट भेज दी है, जिसे पंडा पुरोहित समाज सिरे से खारिज कर रहा है।
कर्नल कोठियाल ने बताया कि यदि पंडा समाज की मांग पर 30 अक्टूबर को फैसला नहीं होता तो वह देव स्थानाम बोर्ड भंग करने के लिए आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। कर्नल कोठियाल ने सरकार से मांग की है कि पंडा समाज की मांगों पर शीघ्र अमल होना चाहिए। उन्होंने कहा,आम आदमी पार्टी पूरी तरह से पंडा समाज के साथ खडी है। जब तक उनकी मांगों को नहीं मान लिया जाता उन्हें आप पार्टी की ओर से पूर्ण सहयोग और समर्थन किया जायेगा। इस दौरान पंडा पुरोहित समाज के कई लोग और आप कार्यकर्ता गंगोत्री मंदिर परिसर में मौजूद रहे।
सीएम धामी के ट्रिपल फाइव पर आप का वार, काम किए हों तो गिनाए सरकार
उत्तराखंड में आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने प्रदेश कार्यालय में एक प्रेसवार्ता करते हुए राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में अब 100 दिन से भी कम का वक्त बचा है और अब भाजपा सरकार को जनता के मुद्दों की याद आ रही है। मुख्यमंत्री धामी ने खटीमा में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी सरकार के मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता ट्रिपल फाइव के फार्मूले पर काम करते हुए जनता के पास जाकर पांच-पांच काम गिनाएं। 2014 से 2021 के बीच 5 क्षेत्र में किए काम, 5 राज्य सरकार के काम और 5 केंद्र सरकार के किए कामों को कार्यकर्ताओं को जनता तक पहुंचाने के लिए कहा।
आप प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने कहा कि आम आदमी पार्टी का यह मानना है कि हर सरकार का दायित्व होता है की अपने कार्यकाल में जनता की सेवा करें, उनसे किये गए वादों को पूरा करें। क्योंकि प्रदेश के विकास के लिए काम की राजनीति बेहद जरुरी है। इस सरकार ने पिछले साढ़े चार सालों में सिवाय मुख्यमंत्री बदलने के कोई काम नहीं किया ऐसे में ये कौन से काम लेकर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने इसे सीधे जनता को बरगलाने की बीजेपी की चाल बताया।
उन्होंने कहा कि आप पार्टी ने जब प्रदेश में चुनाव लड़ने का एलान किया था तो आप ने भाजपा सरकार को पांच काम गिनाने की चुनौती दी थी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को तीन-तीन बार चुनौती दी थी, जिसके बाद तत्कालीन कैबिनेट मंत्री और वर्तमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उनकी चुनौती स्वीकार करने की बात की। जब बहस का वक्त आया तो मदन कौशिक भाग खड़े हुए। क्योंकि उनके पास उपलब्धि गिनाने के लिए कुछ भी नहीं था।
आम आदमी पार्टी अब मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी चुनौती देती है कि मुख्यमंत्री ने अगर 5 काम किए हैं तो वो खुली बहस करने के लिए सामने आएं और अपनी पांच उपलब्धियां बताएं। हम यह उम्मीद करते हैं कि मदन कौशिक की तरह मुख्यमंत्री इस चुनौती से नहीं भागेंगे। उन्हेंने आगे कहा कि, भाजपा के पास इन पांच सालों के काम का कोई जवाब नहीं है। जो काम इन पांच सालो में हुए वो सिर्फ तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलना, कोरोना काल में पूरी सरकार का फेल होना, प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट हो जाना, बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड करने के साथ साथ कोरी घोषणाएं करना और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना।
आप प्रवक्ता ने कहा आप पार्टी ये सवाल पूछना चाहती है कि जब बीजेपी के पास इतना प्रचंड बहुमत था तो आखिर चार साल में तीन-तीन मुख्यमंत्री क्यों बनाने पड़े। आखिर क्यों कोरोना काल में जब जनता को सरकार की सबसे ज्यादा मदद की जरुरत थी, तो पूरी कैबिनेट अपने घरों में कैद थी। आखिर क्यों कोरोना काल में बीजेपी का डंबल इंजन फेल हो गया। क्यों केंद्र सरकार ने उत्तराखंड राज्य की भरपूर मदद नहीं की । ऐसे कई सवाल हैं जो आज भी जनता के मन में है और जिनका जवाब आज भी जनता सरकार से मांग रही है।
आप पार्टी के सवाल
1 पांच काम गिनाने का प्रपंच करने वाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी क्या बता सकते हैं ,कि खुद उन्होंने और उनकी पार्टी के बाकी विधायकों ने आज तक अपनी पूरी विधायक निधि खर्च क्यों नहीं की ? क्या विधायक निधि का पैसा ,उन्होंने बतौर कमीशन अपने चुनावी मैनेजमेंट के लिए बचा कर रखा है ?
2 पांच काम गिनाने की बात करने वाले मुख्यमंत्री क्या बता सकते हैं कि, भाजपा ने चुनाव से पहले 50 हजार सरकारी पदों को भरने का वादा किया था, वो क्यों पूरा नहीं हुआ ?
3 क्या भाजपा सरकार बता सकती है कि उत्तराखंड के अस्पतालों में आज भी एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया क्यों नहीं है ?
4 सरकार ने नए अस्पताल, ट्रामा सेंटर और मेडिकल कॉलेज खोलने के वादे किए लेकिन सरकार ने पहले से बने सरकारी अस्पतालों को प्राइवेट हाथों में सौंप दिया।
5 क्या भाजपा सरकार बता सकती है कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए, नए पर्यटक स्थल विकसित करने के लिए, स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कहते रहे लेकिन इन पांच साल में इस दिशा में कोई काम क्यों नहीं हुआ?
31 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में आप कार्यकर्ता करेंगे विधायकों के आवास का घेराव
उन्होंने आगे कहा कि, इस कार्यकाल में सभी विधायकों का कार्यकाल पूरी तरह निराशाजनक रहा है । आम आदमी पार्टी 31 अक्टूबर को सभी विधायकों का घेराव करते हए उनके द्वारा किए गए 5 काम पूछेगी। प्रदेश की सभी 70 विधानसभाअें में यह घेराव कार्य्रकम किया जाएगा। इस बार उत्तराखंड का आम आदमी अपने हर विधायक और मंत्री से काम का हिसाब मांगेगा और काम पर ही वोट देगा। उन्होंने कहा,बीते 21 सालों से उत्तराखंड में भांगरेश का राज चल रहा है, लेकिन अब आप के रुप में प्रदेश का नया विकल्प मिल चुका है। मुख्यमंत्री धामी ट्रिपल फाइव का जो दिखावा कर रहे हैं उससे जनता अच्छी तरह वाकिफ है और जनता भाजपा सरकार के नकारेपन को अच्छे से समझ चुकी है और 2022 में सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।





