बगैर गांठ मारे रस्सी के सहारे लटका सकते हैं बोतल, कहेंगे पिशाच कैद हो गया
खाली कांच की बोतल में रस्सी को डालने के बाद भीतर ही रस्सी अटक जाए तो इसे क्या कहेंगे। हम कहेंगे कि ऐसा हमने जादू से कर दिया। बोतल के भीतर पिशाच हो हमने बंद कर दिया। तभी तो रस्सी इस बोतल के मुंह में अटक गई। हकीकत में कोई पिशाच नहीं होता। ये तो हमारा विज्ञान का कमाल है। जिससे बोतल के मुंह पर रस्सी अटक जाती है। फिर बोतल को रस्सी के सहारे आसानी से ऊपर उठाया जा सकता है। चलिए हम आपको इसकी विधि बताते हैं।
ये है विधि
इस काम के लिए हमें संकरे मुंह की रंगीन कांच की बोतल, दो फुट लंबी जूट की रस्की का टुकड़ा, कपड़े की गोली की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले हम बोतल के मुंह के आकार की कपड़े की गोली बनाकर बोतल के भीतर डाल देते हैं। फिर रस्की के एक सिरे का काफी हिस्सा बोतल के अंदर डाल देते हैं। इसके बाद बोतल को उल्टा कर रस्सी को थोड़ा सा खींचते हैं। इस प्रकार रस्सी बोतल में फंस जाती है। फिर बोतल को सीधा करके रस्सी के सहारे लटका देते हैं। देखने वालों को हम कह सकते हैं कि भीतर पिशाच कैद हो गया। उसे हमने रस्सी के बांध दिया। तभी तो रस्सी बाहर नहीं निकल रही है।
ये हैं वैज्ञानिक तथ्य
संकरे मुंह की बोतल में जब हम रस्सी को डालकर उल्टा कर खींचते हैं तो बोतल के आकार की कपड़े की गोली और रस्सी दोनों ही बोतल के मुंह से बाहर निकलने की बजाय आपस में फंस जाते हैं। ऐसे में दोनों एक साथ बाहर नहीं निकल पाते और बोतल के मुंह पर कसकर फंस जाते हैं। इसी कारण बोतल को जब सीधा करके रस्सी के सहारे उठाते हैं तो वह गिरती नहीं।
ये बरते सावधानियां
बोतल रंगीन होनी चाहिए। साथ ही कपड़े की गोली पहले ही बोतल में चुपके से डाल लेनी चाहिए। वह किसी को दिखाई नहीं देनी चाहिए। गोली का आकार बोतल के मुंह के आकार का होना चाहिए। रस्सी की सहायता से बोतल को धीरे-धीरे उठाना चाहिए। झटका लगने से बोतल गिर सकती है।