सावित्री बाई फुले को समर्पित शिक्षिका हेमलता बहुगुणा की कविता
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सावित्री बाई फुले
मिले सबको एक सम्मान,
पढ़ा-लिखा हो हर इन्सान।
मिटे देश की हर कमजोरी
अनपढ़ रहे न कोई इन्सान।।
उठा दिया बेड़ा पढ़ाने का,
पहली शिक्षिका थी वो महान।
नाम सावित्री बाई फुले था उनका,
राष्ट्र माता का मिला सम्मान।।
3 जनवरी 1831 को जन्मी,
समाज सुधारक अच्छी थी।
मराठी कवियत्री भी थी वह,
पहली महिला शिक्षिका थी।।
पति गोविन्द राव फुले संग,
स्त्री शिक्षा पर जोर दिया।
न अशिक्षित रहे कोई स्त्री,
तन, मन, धन से काम किया।
कवयित्री का परिचय
हेमलता बहुगुणा
प्रधानाध्यापक, राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय
सुरसिंहधार, टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।