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September 24, 2024

कांग्रेस का स्थापना दिवस, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान, बांटी मिठाई, कड़े भूकानून को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन

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अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 139वें स्थापना दिवस पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। नयू रोड स्थित पूर्व विधायक राजकुमार के कैम्प कार्यालय में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में राजेन्द्र ममगांई, कैलाश अग्रवाल, ओम प्रकाश, प्रेकलता, शिव कुमार एवं राजेन्द्र घई को सम्मानित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि उस समय के सभी राष्ट्रवादियों को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से एक अखिल भारतीय राजनीतिक मंच के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई थी। इस अवसर पर पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहर लाल नेहरू, स्वर्गीय इंदिरा गांधी, स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री, स्वर्गीय राजीव गांधी, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह ने आधुनिक भारत की मजबूत नींव रखी। हरित क्रांति, बीस सूत्रीय कार्यक्रमों से उन्नतिशील भारत बनाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम में अर्जुन सोनकर, निखिल कुमार सोम प्रकाश वाल्मीकि, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनील बांगा, संतोष राणा, अभिषेक ठाकुर, अमित, पंकज गुसांई, प्रियांश छाबडा, दीपा चौहान, हरि किशोर, शाहिद सहित आदि उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

कांग्रेस मुख्यालय में ध्वजारोहण
कांग्रेस के स्थापना दिवस पर देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को बधाई दी और मिठाई बांटी। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी ने झंडारोहण किया। डॉ जसविन्दर सिंह गोगी ने कहा कि आज का दिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समस्त देशवासियों के लिए विशेष महत्व का दिन है। आज के ही दिन 1885 में दादाभाई नौरोजी, एओ ह्यूम, फिरोजशाह मेहता, व्योमेश चंद्र बनर्जी जैसे महान सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुम्बई में कांग्रेस की स्थापना की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि पहली बैठक की अध्यक्षता वोमेशचन्द्र बनर्जी ने की थी। इसमें देश भर से कुल 72 सदस्य शामिल हुए थे। इस प्रकार उस समय के सभी राष्ट्रवादियों को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से एक अखिल भारतीय राजनीतिक मंच के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई। इस अवसर पर उपस्थित सेवा दल की प्रदेश प्रमुख हेमा पुरोहित ने कहा कि आज भी कई शक्तियां सत्ताधारी दल की सहायता से लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने के प्रयास में लगी हैं। इसलिए हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन सिंह रावत, प्रदेश महासचिव मनीष नागपाल, नवीन जोशी, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष डॉ. विजेन्द्र पाल, डॉ. प्रतिमा सिंह, आशा टम्टा, मनमोहन शर्मा, आदित्य गर्ग, सावित्री थापा, सुशीला देसाई, मंजू, लता, रेनू, अभिषेक तिवारी, राजेश पुण्डिर, डॉ. अरूण रतूडी, पार्षद मुकेश सोनकर, इलियास अंसारी, राजेश नौटियाल, सोहन सिंह रावत, गुलाबसिंह, हेमंत चंदोला, राजकुमार यादव, ललित थपलियाल, सोमपाल, सईद अहमद जमाल, संजय गौतम, गगन छाछर, गौरव वर्मा, विरेन्द्र पंवार, नितिन चंचल, शकील मंसूरी, मनीष गर्ग, नरेश बंगवाल, संदीप जैन, मनीष कुमार, अशोक कुमार, नवाब, सुरेश आर्य, विनय कुमार, विजेन्द्र चैहान, रणजीत सिंह, प्रवीन कुमार आदि उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

कड़े भूकानून की मांग को लेकर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
उत्तराखंड में जमीन की खरीद बिक्री से सम्बंधित धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत और जनभावनाओं के अनुरूप भूमि की अनियंत्रित खरीद फरोख्त को रोकने की मांग करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी के नेतृत्व में उत्तराखंड में एक कड़े भूकानून की मांग की है। जिलाधिकारी के माध्यम से इस संबंध में राज्यपाल को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

डॉ जसविन्दर सिंह गोगी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन में मांग की कि उत्तराखंड में जमीनों की अनियंत्रित खरीद फरोख्त को कड़ाई से विनियमित करने की आवश्यकता है। इस सन्दर्भ में एक कड़ा कानून तत्काल बनाने की आवश्यकता है। पर्वतीय क्षेत्र की विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्रों की भूमि का सौंदर्यबोधक महत्व होता है। अतः बड़ी संख्या में लोग इसे खरीदना चाहते हैं। कश्मीर एवं लद्दाख क्षेत्र में पहले जमीनों की खरीद संभव नहीं थी। अब भी व्यावहारिक कारणों से वहां जमीनें खरीदना दूसरे प्रान्त के लोगों के लिए संभव नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि पूरे उत्तरपूर्व भारत के पर्वतीय राज्यों को धारा 371 के माध्यम से संरक्षण है अतः वहां भी जमीनों की खरीद फरोख्त संभव नहीं है। पड़ोसी राज्य हिमाचल में पहले ही एक कड़ा भू कानून लागू है। इसके कारण गैर निवासी वहाँ भूमि नहीं खरीद सकते और न ही हिमाचल के शहरी क्षेत्र के निवासी ग्रामीण भूमि को खरीद सकते हैं। ऐसी स्थिति में समस्त हिमालयी राज्यों में केवल उत्तराखंड राज्य ही एक विकल्प बचता है, जहां आसानी से जमीनें खरीदी जा सकती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि भू कानून के पक्ष में यह भी तर्क दिया गया कि उत्तराखंड राज्य का अपना विशिष्ट और शानदार सांस्कृतिक भूदृश्य है। इसे अक्षुण्ण रखने की हम सबकी जिम्मेदारी है। विरल जनसंख्या घनत्व, बड़े क्षेत्र में वन भूमि के होने, तथा सीमित कृषि भूमि तथा आवासीय भूमि उपलब्ध होने के कारण राज्य में भूमि के क्रय विक्रय को कड़ाई से नियंत्रित करने की आवश्यकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कांग्रेस कार्यकारियों तथा पदाधिकारियों ने मांग की कि संस्कृति का जन्म भूमि से ही होता है। अतः बिना भूमि को संरक्षित किए हम अपनी विशिष्ट संस्कृति को भी नहीं सहेज पाएंगे। कांग्रेस सरकार द्वारा ही सबसे पहले गैर निवासियों के लिए भूमि खरीद को विनियमित किया गया था, लेकिन 2018 में गैर निवासियों द्वारा भूमि खरीद के प्रतिबन्धों में शिथिलीकरण किया गया। कार्यकर्ताओं ने मांग की कि शिथिलीकरण का दुरुपयोग करके जो भी खरीद फरोख्त हुई हैं, उन्हें रद्द किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसके अतिरिक्त अंधाधुंध खरीद के कारण हाल के समय में जगह-जगह कई अवांछित तत्वों के द्वारा रिसॉर्ट्स का निर्माण भी किया गया है। जिनकी संदिग्ध और अनुचित गतिविधियों के कारण स्थानीय लोगों को बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञापन में मांग की गई कि जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य के निवासियों के अतिरिक्त अन्य लोगों के लिए कड़े प्राविधानों के साथ भूमि की खरीद बिक्री को निषिद्ध करने वाला कानून तत्काल लागू किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन सिंह रावत, प्रदेश महासचिव मनीष नागपाल, नवीन जोशी, डॉ. प्रतिमा सिंह, आशा टम्टा, अभिषेक तिवारी, राजेश पुण्डिर, डॉ. अरूण रतूडी, पार्षद मुकेश सोनकर, इलियास अंसारी, सईद अहमद जमाल, संजय गौतम, गगन छाछर, गौरव वर्मा, विरेन्द्र पंवार, नितिन चंचल, शकील मंसूरी, मनीष गर्ग, नरेश बंगवाल, संदीप जैन, मनीष कुमार, अशोक कुमार, नवाब सुरेश आर्य, विनय कुमार, विजेन्द्र चैहान, रणजीत सिंह, प्रवीन कुमार आदि उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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