उत्तराखंड के गांधी स्व. इंद्रमणि बडोनी को समर्पित माधव सिंह नेगी की गढ़वाली कविता
इन्द्रमणि बड़नी जी
इना मन्खि कखन देखण,
नेता मेरा बड़ोनी जी।
अखोड़ी गौं मा जनम लीनि,
उत्तराखण्ड का गाँधी जी।
अमर राली गाथा सदानी,
शत-शत प्रणाम जी।
हमारा मसीहा ह्वेन,
इन्द्रमणि बड़ोनी जी।
घर -बण का जणगुरु,
उत्तराखण्डा गाँधी जी।
संस्कृति का पुजारी रैन,
इंद्रमणि बड़ोनी जी। (कविता जारी, अगले पैरे में देखें)
साहित्य-शिल्प का ज्ञाता,
उत्तराखण्ड का गाँधी जी।
उत्तराखण्ड बसायी तुमुन,
कन तुम्हारा विचार जी।
सरस्वती का वरद पुत्र,
नेताजी बड़ोनी जी।
रंगमंचा सल्ली ह्वेन,
उत्तराखण्डा गाँधी जी।
प्रतिभा कि खाण छाया,
गरीबों का खेवनहार जी।
इना मन्खि कखन देखण,
इन्द्रमणि बडोनी जी !!!
कवि का परिचय
माधव सिंह नेगी
प्रधानाध्यापक, राजकीय प्राथमिक विद्यालय जैली, ब्लॉक जखोली, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।