यंग साइंटिस्ट कांग्रेस में ग्राफिक एरा का दबदबा, कार्तिक, सिद्धार्थ और सरिशमा को मिला यंग साइंटिस्ट अवार्ड
देहरादून में ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के छात्र कार्तिक कुमार को उन के हर्बल मोस्किटो रिपेलेंट फार्मूले के लिए इस वर्ष का यंग साइंटिस्ट अवार्ड से नवाजा गया। इस के साथ ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर श्री सिद्धार्थ जीना को टर्बुलेंस मॉडलिंग और शिक्षिका सरिश्मा डांगी को इंटीग्रेटेड लर्निंग मॉडल्स विषय पर उन के शोधों के लिए अन्य श्रेणियों में यह अवार्ड मिला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में आयोजित इस दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय यंग साइंटिस्ट कांग्रेस में कुल 150 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। पोस्टर प्रेजेंटेशन और ओरल प्रेजेंटेशन के बाद विशेषज्ञों ने उन्हें सात कैटेगरीज में रेट किया। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में फार्मेसी के छात्र कार्तिक कुमार को पॉली हर्बल बेस मोस्किटो रिपेलेंट केक और जेल के उन के फॉर्मूले के लिए ये अवार्ड मिला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मच्छरों के कटने से फैलने वाली जानलेवा बीमारियों की रोकधाम के लिए एक्सपर्ट्स ने इसे एक महत्वपूर्ण शोध कहा। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में सीएस विभाग के रिसर्च स्कॉलर सिद्धार्थ जीना की ऑप्टिमाइजेशन ऑफ डिस्क्रिपेंसीज इन टर्बुलाइंस मॉडलिंग पर उन के शोध और शिक्षिका सरिश्मा डांगी को उनके लाइव मेमोरी फोरेंसिक इंटीग्रेटेड लर्निंग मॉडल पर किए शोध के लिए यंग साइंटिस्ट अवार्ड के लिए चुना गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अन्य कैटेगरीज में एसएसजेडीवीएस जीपीजीसी, अल्मोड़ा की भारती, एसजीआरआर यूनीवर्सिटी, देहरादून की रुचिका शर्मा, वाडिया इंस्टीट्यूट के एम. रजनीकांत सिंह और एमबीपीजी कॉलेज, हल्द्वानी की प्रिया बिष्ट को यह अवार्ड मिला।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।