क्रिकेटर ऋषभ पंत को नहीं मिल रहा आराम, परिजन परेशान, संक्रमण के डर से अब निजी सुइट में शिफ्ट करने की तैयारी

इस वक्त पंत को न केवल शारीरिक रूप से, बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें आराम की जरूरत है। दुर्घटना में लगी चोटों के कारण वह अभी भी दर्द में हैं। आगंतुकों से बात करने से उनकी ऊर्जा खत्म हो जाती है। इस ऊर्जा को उन्हें तेजी से ठीक होने के लिए उपयोग में लाना चाहिए। वहीं, आए दिन वीवीआइपी उनका हाल जानने को अस्पताल पहुंच रहे हैं। इस कारण ऋषभ पंत को आराम नहीं मिल पा रहा है। अब इसे लेकर अस्पताल के डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा कि पंत से मिलने की योजना से फिलहाल लोगों को बचना चाहिए। ऋषभ पंत को उन्हें आराम करने देना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मैक्स अस्पताल के प्रशासनिक विंग के एक स्टाफ ने कहा कि पंत के लिए आगंतुकों को फिल्टर करने के लिए कोई तंत्र नहीं है। अस्पताल में आने का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 4 बजे से शाम 5 बजे तक है। इस समय सीमा में केवल एक विजिटर मरीज से मिल सकता है। ऋषभ पंत का मामला एक हाइ-प्रोफाइल मामला है। इसके कारण अधिक लोग मिलने आ रहे हैं। इसलिए यह एक बड़ी समस्या है। यही नहीं, वहीं ऋषभ पंत के परिजनों का कहना है कि लगातार मुलाकातियों की संख्या बढ़ रही है। मुलाकात के लिए निर्धारित घंटों के बाद भी लोग उनसे मुलाकात करने आ रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
निजी सुइट में शिफ्ट किए जा सकते हैं पंत
भारत के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को संक्रमण के खतरे के चलते एक प्राइवेट सुइट (निजी स्थान या कुछ कमरों का समूह) में शिफ्ट करने की खबर सामने आई है। जानकारी दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के डायरेक्टर श्याम शर्मा ने एएनआई से बातचीत के दौरान दी है। शर्मा ने एएनआई से कहा कि संक्रमण के डर के कारण हमने उनके परिवार और अस्पताल प्रशासन को उन्हें एक निजी सुइट में शिफ्ट करने के लिए कहा है। वह बेहतर स्थिति में हैं और जल्द ही ठीक हो जाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
श्याम शर्मा शनिवार को पंत से मिलने देहरादून के मैक्स अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने कहा था कि पंत की हालत स्थिर है और उनकी सेहत में सुधार हो रहा है। साथ ही बीसीसीआई के डॉक्टर यहां के डॉक्टरों के संपर्क में हैं। जय शाह इस पर नज़र रख रहे हैं। फिलहाल वह यहां भर्ती रहेंगे. शर्मा ने आगे कहा कि पंत ने मुझे बताया कि उन्होंने अपनी कार को एक गड्ढे से बचाने की कोशिश की थी, जिसके चलते ये दुर्घटना हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बता दें कि शर्मा ने शनिवार को क्रिकेटर ऋषभ पंत की एक झलक पाने के लिए अस्पताल में आने वाले फैंस से कहा है कि वे उनसे मिलने से परहेज़ करें। शर्मा ने एएनआई से कहा कि जो लोग पंत से मिलने जा रहे हैं, उन्हें इससे बचना चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण का ख़तरा है। इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को घोषणा की कि 30 दिसंबर को रुड़की के पास एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए 25 वर्षीय भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत के इलाज के लिए राज्य सरकार हरसंभव मदद मुहैया कराएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डिवाइडर से टकराई थी पंत की कार
गौरतलब है कि शुक्रवार 30 दिसंबर की तड़के भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की लक्जरी कार हरिद्वार जिले में मंगलोर कोतवाली क्षेत्र में गुरुकुल नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के समीप मोड पर रेलिंग और खंभों से टकरा गई। डिवाइडर से टकराने के बाद आग पकड़ ली। 25 वर्ष के पंत को सिर, पीठ और पैरों में चोट आई हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है। हादसे के दौरान वहां से गुजर रही हरियाणा रोडवेज की एक बस के ड्राइवर और बाकी स्टाफ ने उन्हें जलती हुई कार में से बाहर निकाला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हालांकि, कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पंत खुद ही शीशा तोड़कर कार से बाहर निकले और कुछ देर में ही लड़खड़ाने लगे। तभी कार आग से पूरी तरह जलकर कबाड़ हो गई। इसके बाद पंत को पहले हरिद्वार स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से देहरादून में मैक्स अस्पताल में उसी दिन रेफर कर दिया गया था। इस संबंध में पहले पंत ने कहा था कि शायद उन्हें झपकी आई। फिर बाद में उन्होंने बताया कि सड़क पर गड्ढे की वजह से ये दुर्घटना हुई।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।