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July 3, 2025

अंकिता मामले मे पेश चार्ज शीट कांग्रेस के लिए आंख खोलने जैसा: मनवीर सिंह चौहान

उत्तराखंड भाजपा ने कहा अंकिता हत्या कांड को लेकर एसआईटी की कोर्ट मे पेश चार्ज शीट सरकार तथा उन लोगों की मंशा को प्रदर्शित करती है, जो इस जघन्य हत्याकांड से आहत है। वहीं उन कांग्रेसी नेताओं के लिए आँख खोलने वाला जबाब भी है जो रोजाना झूठ परोस रहे है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि रोजाना साक्ष्य व गवाह मिटाने का राग अलापने वालों को एसआईटी की ओर से पेश रिपोर्ट का अवलोकन करने की जरूरत है। इसमे जांच एजेंसी ने 97 गवाहों और फोरेंसिक सबूत रखे हैं। वहीं स्पेशल सर्विस और वीआईपी पर भी संदेह को निर्मूल किया गया है। जाँच एजेंसी ने इसमे भी गवाह रखे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता इस पर लगातार गुमराह और झूठ परोसते रहे है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चौहान ने एसआईटी की ओर से अंकिता मर्डर केस को लेकर न्यायालय में पेश फाइनल चार्जशीट पर भरोसा जताते हुए यथाशीघ्र दोषियों को सजा मिलने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट ने उन तमाम राजनैतिक व गैरराजनैतिक आशंकाओं व प्रश्नों का कानूनी जबाब दे दिया है। सबूत-गवाह मिटाने का भ्रम फैलाने वाले कांग्रेस नेताओं पर उन्होने पलटवार किया कि 500 पेज की इस चार्जशीट के अनुशार एक-दो नहीं, रिकॉर्ड 97 गवाह अंकिता को न्याय दिलाने के लिए पेश किए गए है। इसके अतिरिक्त जिन तथ्यात्मक व फोरेंसिक साक्ष्यों का जिक्र रिपोर्ट में किया गया है, वह दोषियों को अपने किये की कठोरतम सजा दिलाने के लिए प्रयाप्त हो सकते है। इसके अलावा जांच एजेंसी आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने के लिए प्रयासरत है। यह भी अतिरिक्त सुबूत हो सकते है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होने कहा प्रदेशवासी इस दुखद घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संवेदनशील रुख व सख्त कार्यवाही को लेकर पहले दिन से संतुष्ट थी, अब चार्जशीट दाखिल होने के बाद न्याय मिलने को लेकर उनका भरोसा और अधिक बढ़ गया है। चौहान ने कॉंग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जो तथ्यात्मक व फोरेंसिक साक्ष्यों से छेड़छाड़ के संगीन आरोप लगाकर लोगों की भावनाओं को भड़काने की साजिश में लगे हैं, उनको अब सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल मे तत्कालीन सीएम हरीश रावत के समय हल्द्वानी की मासूम परी से दुष्कर्म व हत्या को लेकर एफआईआर दर्ज होने में हफ्तों लग गए हों, उन्हे अंकिता मामले मे 24 घंटों में आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाना कहां हजम होने वाला है? कॉंग्रेस नेताओं की कल्पना से परे धामी सरकार का त्वरित और कठोरतम कार्यवाही करते हुए आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाना, फास्ट ट्रेक कोर्ट की संस्तुति एवं अब नार्को टेस्ट को लेकर प्रयास करना कांग्रेस पचा नही पा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के नेताओं का इतिहास तंदूर और भंवरी देवी कांड जैसे अनगिनत जघन्य महिला अपराधों से भरा हो, आज भी देश भर में जिनकी राज्य सरकारें महिला अत्याचारों में शीर्ष पर हों उनका ऐसे दुखद प्रकरणों पर ज्ञान बांटना समझ से परे है। उन्होने अफसोस जताते हुए कहा कि प्रदेश कॉंग्रेस के शीर्ष नेता अपने आलाकमान के इशारों पर एक सोची समझी साजिश के तहत देवभूमि की छवि को धूमिल करने की कोशिश में जुटे हैं। इसके लिए प्रदेश की महान जनता उन्हे कभी माफ नहीं करने वाली है।
ये है प्रकरण
बता दें कि पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर स्थित रिसोर्ट से 18 सितंबर की रात से संदिग्ध परिस्थितियों में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया था। इस मामले में रिसोर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा पुलकित आर्य है। पुलकित आर्य रिजॉर्ट का मालिक है। विनोद आर्य और उनके दूसरे बेटे अंकित आर्य को बीजेपी ने निष्कासित कर दिया था।

Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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