उत्तराखंड के यूएस नगर में भारत बंद का व्यापक असर, केजरीवाल को नजरबंद करने का आरोप, दून में कांग्रेसी गिरफ्तार
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के बंद के आह्वान पर उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में जबरदस्त बंद रहा। आवश्यक सेवाओं के तहत मेडिकल स्टोर को छूट दी गई थी, लेकिन अधिकांश दुकानें बंद रहीं। वहीं, कोटद्वार में सुबह कांग्रेसियों ने खुली दुकानों को बंद करा दिया। देहरादून में सुबह बंद का असर नहीं दिखा। सुबह ही चाय की दुकानें खुल गई थी। बस व विक्रम भी संचालित हो रहे हैं। वहीं, हरिद्वार जिले में बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। गढ़वाल के अधिकांश जिलों में बंद का कोई असर नहीं है।
बंद के दौरान जयपुर में कांग्रेस और भाजपाइयों में झड़प की खबर है। वहीं, देहरादून में बाजार बंद कराने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुबह पलटन बाजार में कुछ लोगों से झड़प भी हुई। इसके बाद काग्रेसियों ने घटाघर पर एक सड़क पर जाम लगा दिया। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद जाम खुलवा दिया गया। देहरादून में दुकानदार भी दो खेमों में बंटे रहे। कांग्रेस समर्थक दुकानदारों ने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे। वहीं, भाजपा समर्थक दुकानदार दुकान खोलकर सुबह से ही बैठे रहे।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस और किसान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पलटन बाजार में जाकर व्यापारियों से बाजार बंद रखने का निवेदन करते रहे। किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य मंत्री सुशील राठी का दावा है कि देहरादून उत्तराखंड में भारत बंद का सफल रहा।
आम आदमी पार्टी ने लगाया केजरीवाल को नजरंद करने का आरोप
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नजर बंद कर दिया है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने इसका खंडन किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता, सांसद प्रवेश वर्मा और तीनों नगर निगम मेयर धरने पर बैठ गए हैं। आप का कहना था कि गृह मंत्रालय के आदेश पर पुलिस ने दिल्ली नगर निगम के तीनों मेयरों को मुख्यमंत्री के घर के मुख्य गेट के बाहर धरने पर बिठा दिया है और इसका बहाना बनाकर पुलिस ने मुख्यमंत्री के घर के बाहर बैरिकेडिंग कर दी है। जिससे ना केजरीवाल से कोई मिलने आ सकता है और ना वो कहीं बाहर जा सकते हैं। उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सभी बैठकें भी रद्द हो गई हैं।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के बंद के आह्वान पर करीब 13 राजनीतिक पार्टियों ने समर्थन की घोषणा की है। उत्तराखंड में भी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित वाम दलों ने भारत बंद को समर्थन की घोषणा की थी। कोटद्वार में तो सुबह के समय दुकानें खुल गई थी। वहां कांग्रेस कार्यकर्ता व बंद समर्थक मौके पर पहुंचे और कुछ देर के लिए बाजार बंद करने के लिए कहा गया। इस पर बाजार बंद कर दिए गए। ऋषिकेश में भी बंद का असर नहीं दिखा। सुबह से ही यहां से वाहनों का संचालन शुरू हो गया था।
उधमसिंह नगर के रुद्रपुर, बाजपुर, खटीमा आदि क्षेत्र में भारत बंद का जबरदस्त असर रहा। इन शहरों में तो सुबह से सड़कों पर सन्नाटा छाया है। बंद समर्थक और पुलिस ही सड़कों पर नजर आई। बंद को लेकर कहीं किसी टकराव की सूचना नहीं है। वहीं, नैनीताल में व्यापारियों का बंद को समर्थन तो है, लेकिन उन्होंने बाजार बंद करने का निर्णय नहीं लिया। इस संबंध में कल ही घोषणा कर दी गई थी। फलस्वरूप आज बाजार खुले हैं।
देहरादून में आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा
भारत बंद के समर्थन में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सात दिसंबर को देहरादून में सीएम आवास कूच किया था। इस मामले में पुलिस ने आप कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि पुलिस को इससे पहले पांच दिसंबर से सात दिसंबर तक देहरादून में लगातार भाजपा के कार्यक्रमों में सड़कों पर उतरी भीड़ नजर नहीं आई।
रुद्रपुर में ऐतिहासिक बंद
भारत बंद को लेकर रुद्रपुर में भी ऐतिहासिक बंद रहा। इससे पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ के नेतृत्व में बाटा चौक पर एकत्र हुए। जहां भारत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और किसानों पर थोपा गया काला कानून वापस लेने की पुरजोर मांग की गई। इसके बाद महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जगदीश तनेजा प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष अरुण पांडे किसान नेता मोहनखेड़ा आदि के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर में घूम घूम कर बाजार बंद का जायजा लिया।
भारत बंद में रुद्रपुर के व्यापारियों के योगदान के लिए उनका धन्यवाद दिया गया प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और रुद्रपुर नगर पालिका परिषद की पूर्व चेयरपर्सन मीना शर्मा ने अपने हाथ में किसानों के प्रतीक के रूप में हल पकड़ रखा था। जो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। इस अवसर पर श्रीमती शर्मा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को किसानों के खिलाफ लाए गए काले कानून को वापस लेना ही होगा। उन्होंने कहा कि किसान देश के अन्नदाता हैं जिन का अपमान और शोषण किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
देहरादून में विभिन्न संगठनों ने गांधी पार्क में दिया धरना
किसानों के समर्थन में आज भारत बन्द के दौरान गांधी पार्क में सर्वदलीय धरने का आयोजन कर केंद्र की मोदी सरकार की कडे़ शब्दों में निन्दा की गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा है कि केन्द्र की मोदी सरकार के अडियल रवैये के खिलाफ उनके साथ समाज अन्य तबका बडी मजबूती से खड़ा है।इ स अवसर पर संयुक्त वक्तव्य जारी करते हुऐ कृषि कानून को सरकार की गैरजनतान्त्रिक, तानाशाही पूर्ण बताते हुऐ, देशहित में में तुरंत वापस लेने की मांग की गई। इस अवसर पर सीपीआई के प्रदेश सचिव समर भंडारी, सीपीएम सचिव मंडल के सुरेन्द्र सिंह सजवाण, सपा के प्रदेश अध्यक्ष सत्य नारायण सचान, यूकेडी के वरिष्ठ नेता पूर्व आयुक्त एसएस पांगती, सीपीआइ (एमएल) के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी, बसपा के महामंत्री रमेश कुमार, जनता दल एस के अध्यक्ष हरजिन्दर सिहं, कांग्रेस नेता सुरेन्द्र अग्रवाल, इन्दु नौडियाल, अनन्त आकाश, लेखराज, अशोक शर्मा नितिन मलेठा, ईशवर पाल, जीतसिंह, गिरधर पण्डित, सुभाष पंवार, राजेन्द्र चौधरी, शम्भू प्रसाद ममगई, पीसी थपलियाल आदि लोग शामिल थे ।
उत्तराखंड किसान मोर्चा ने रुड़की बस अड्डे पर दिया धरना
उत्तराखंड किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रुड़की में जगह जगह सांकेतिक जाम लगाया। इस दौरान पुलिस यातायात को दूसरे रूट पर डायवर्ट करती रही। रुड़की बस अड्डे पर भी कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान बसों को दूसरे रूट पर डायवर्ट कर दिया गया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।