जून की तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था में 13.5 फीसद की बढ़ोत्तरी, अनुमान से कम रहा आंकड़ा
कई विश्लेषकों ने तुलनात्मक आधार को देखते हुए देश की आर्थिक वृद्धि दर दहाई अंक में रहने का अनुमान जताया था। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 13 प्रतिशत, जबकि भारतीय स्टेट बैंक की एक रिपोर्ट में इसके 15.7 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी गयी थी। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस महीने मौद्रिक नीति समीक्षा में 2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर करीब 16.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। चीन की वृद्धि दर 2022 की अप्रैल-जून तिमाही में 0.4 प्रतिशत रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अनुमान के मुकाबले कम रही जीडीपी ग्रोथ
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने जीडीपी 13 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया था, वहीं भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपनी रिपोर्ट में 15.7 फीसदी वृद्धि का अनुमान व्यक्त किया था। इस महीने की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति समिति की बैठक (MPC Meeting) में कहा था कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 16.2 फीसदी के करीब रह सकती है। वहीं, मनीकंट्रोल ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को लेकर एक पोल कराया था। इसमें जीडीपी ग्रोथ 15 फीसद रहने का अनुमान था, लेकिन आज जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े इकोनॉमिस्ट्स के अनुमान से कम हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जुलाई में 4.5 फीसद कोर सेक्टर का आउटपुट
सरकार ने बुधवार को कोर सेक्टर के आउटपुट को लेकर भी आंकड़े जारी कर दिए। देश के कोर सेक्टर का आउटपुट जुलाई में धीमा रहा और 4.5 फीसद पर आ गया। पिछले साल इसी महीने ये 9.9 फीसद था।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।