Video: उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के विवादित बोल-जिस घर में तिरंगा नहीं, उस घर को विश्वास की नजर से नहीं देख पाएंगे

हालांकि इसे लेकर तर्क भी दिए गए हैं। 15 अगस्त, 1947 और 26 जनवरी, 1950 को नागपुर में आरएसएस के मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था। उसके बाद पांच दशकों के अंतराल के बाद 26 जनवरी, 2002 को राष्ट्रध्वज फहराया गया। आरएसएस के कुछ सदस्यों का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि 2002 से पहले इंडिया फ्लैग कोड ने निजी संगठनों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को फहराने पर रोक लगा दी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घर घर तिरंगा अभियान
अब पीएम नरेंद्र नोदी की अपील पर घर घर में 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक घर घर तिरंगा फहराने का अभियान चल रहा है। इसके तहत 20 करोड़ से अधिक घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए बीजेपी पूरी ताकत से जुटी है। वहीं, कांग्रेस तो भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा निकाल रही है। हालांकि ऐसे लोग भी समाज में काफी हैं, जिन्हें किसी राजनीतिक दल से कोई सरोकार नहीं है, लेकिन वे हर साल 15 अगस्त और गणतंत्र दिवस के दिन अपने घर में तिरंगा लहराते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जबरन तिरंगा खरीदने के दवाब का वीडियो वायरल
हरियाणा का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ। इसमें लोग बता रहे हैं कि राशन विक्रेता ने कार्डधारकों को तिरंगा खरीदने पर दबाव बनाया। आरोप है कि उसने 20 रुपये में तिरंगा नहीं खरीदने वालों को राशन देने से मना कर दिया। इस वीडियो के वायरल होने पर राशन विक्रेता का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का विवादित बयान
उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि भारत का जन-जन 13 से 15 अगस्त तक पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ेगा। इसके लिए हर संभव प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि कोई घर तिरंगा लगने से न छूटे। वैसे भी जिस घर में तिरंगा नहीं लगा होगा। उस घर को लोग विश्वास की नजर सहीं नहीं देख पाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महेंद्र भट्ट ने कहा कि जिस घर में तिरंगा नहीं होगा, उस पर देश विश्वास नहीं कर सकता। शक किस रूप का होगा। तिरंगा लहराने में किसको परेशानी हो सकती है। इस तिरंगे को हाथ में लेकर लोग फांसी तख्ते पर लटके हैं। ये तिरंगा आजादी के अमृत महोत्सव में बहुत राष्ट्रवाद का प्रतीक है। इसका हम आह्वान कर रहे हैं। समाज के प्रत्येक व्यक्ति, हर नागरिक से पत्रकार बंधुओं से, स्कूल के छात्रों से, सबसे मेरा निवेदन है हर घर में तिरंगा लगाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हल्द्वानी में दिया था ये विवादित बयान
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार हल्द्वानी पहुंचे महेंद्र भट्ट का पार्टी कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। देवलचौड़ स्थित होटल के निकट भट्ट के पहुंचते ही ढोल नगाड़े बजने लगे। पुष्प वर्षा की गई। आतिशबाजी से भी उनका स्वागत किया गया। भट्ट के नेतृत्व में सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने रामपुर रोड से होकर नैनीताल रोड शहीद मेजर चंद्रशेखर मिश्रा पार्क तक तिरंगा यात्रा निकाली। इसी दौरान महेंद्र भट्ट ने ये विवादित बयान दिया। महेंद्र भट्ट के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया में लोग कड़ी आलोचना कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र अंथवाल ने तो काफी कड़ी टिप्पणी कर डाली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अपने बयानों से भी रहे चर्चा में
महेंद्र भट्ट समय समय पर अपने बयानों से भी चर्चा में रहे हैं। कोरोनाकाल में उन्होंने दावा किया था कि गोमूत्र का सेवन करने से कोरोना नहीं होगा। साथ ही उन्होंने गोबर को जलाकर उसकी राख का लेप शरीर में लगाने की लोगों को सलाह भी दे दी थी। उन्होंने दावा किया था कि ऐसा करने वाले को कोरोना नहीं होगा। बीजेपी के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के विवादित बयानों के समर्थन में वह खड़े रहे। वहीं, उन्होंने दूसरे धर्म को लेकर उठने वाले विवादों के बीच अपने कई तर्क देकर चर्चाओं को जन्म दिया। इसमें हिंदू नाई की उन्होंने पैरवी भी की।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।