उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष मदन कौशिक की छुट्टी, महेंद्र भट्ट बने नए प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस ने बताया-अंदरूनी खींचतान

दिल्ली में बुधवार को भाजपा के पूर्व विधायक महेंद्र भट्ट की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई थी। तभी से इसे प्रदेश संगठन में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना से जोड़कर देखा गया। हालांकि, भट्ट ने इसे सामान्य शिष्टाचार भेंट करार दिया था। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने इसे अफवाह बताया था। कौशिक हरिद्वार से पार्टी के विधायक भी हैं। विधानसभा चुनाव के बाद से कौशिक के स्थान पर गढ़वाल मंडल के किसी ब्राह्मण नेता को संगठन की कमान सौंपे जाने की चर्चाएं गरमाती रही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, महेंद्र भट्ट दो बार विधायक रह चुके हैं। इसमें एक बार वह नंदप्रयाग विधानसभा से और दूसरी बार बदरीनाथ विधानसभा से विधायक का चुनाव जीते थे। संगठन में उनकी अच्छी खासी पैठ है। वह युवा मोर्चा और विद्यार्थी परिषद में भी पदाधिकारी रह चुके हैं। साथ ही वह आरएसएस के भी कर्मठ कार्यकर्ता हैं। भाजपा हाईकमान ने गढ़वाल और कुमाऊं का समीकरण देखते हुए महेंद्र भट्ट को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी है। पार्टी के बाकी प्रदेश पदाधिकारी भी हट गए हैं या फिर वे बने रहेंगे, ये भी साफ नहीं हो पाया है। महेंद्र भट्ट पिछले विधानसभा चुनाव में काँग्रेस के राजेंद्र भण्डारी के खिलाफ चुनाव हार गए थे। 50 वर्षीय महेंद्र भट्ट सीएम पुष्कर सिंह धामी के भी करीबी माने जाते हैं। उनको टीम भी उनके हिसाब से दी जाएगी या फिर मौजूदा कौशिक वाली टीम के साथ ही उनको आगे बढ़ना होगा, इस पर फैसला होना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अपने बयानों से भी रहे चर्चा में
महेंद्र भट्ट समय समय पर अपने बयानों से भी चर्चा में रहे हैं। कोरोनाकाल में उन्होंने दावा किया था कि गोमूत्र का सेवन करने से कोरोना नहीं होगा। साथ ही उन्होंने गोबर का लेप शरीर में लगाने की लोगों को सलाह भी दे दी थी। बीजेपी के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के विवादित बयानों के समर्थन में वह खड़े रहे। वहीं, उन्होंने दूसरे धर्म को लेकर उठने वाले विवादों के बीच अपने कई तर्क देकर चर्चाओं को जन्म दिया। इसमें हिंदू नाई की उन्होंने पैरवी भी की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस ने बताया अंदरूनी खींचतान का नतीजा
उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बदलने के मामले को पार्टी का अपना मामला बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी में अंदरूनी खींचतान चल रही थी। उसके परिणामस्वरूप अध्यक्ष को बदला गया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से सीएम धामी जितने भी कार्यक्रमों में हरिद्वार जा रहे थे, उनमें प्रदेश अध्यक्ष नजर नहीं आते थे। ऐसे में साफ है कि संगठन और सरकार के बीच कुछ खींचतान चल रही थी। उन्होंने इस संबंध में एक वीडियो संदेश भी जारी किया है। इसमें बीजेपी अध्यक्ष बदलने का कारणों को गिनाया।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।