Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

June 20, 2025

युवा कवयित्री प्रीति चौहान की कविता-तुम्हारे हर सपने पूरे नही होंगे

युवा कवयित्री प्रीति चौहान की कविता-तुम्हारे हर सपने पूरे नही होंगे।

तुम्हारे हर सपने पूरे नही होंगे
तुम्हारे हर अपने अपने नही होंगे
तुम्हारे हर फैसले सही नही होंगे
तुम्हारे हर दोस्त वफादार नही होंगे
तुमने अच्छा बुरा जिसको जैसा भी समझा है
वो हर बार तुम्हारे मुताबिक नही होंगे
तुम्हारे बढ़ते कदम हर बार मंजिल की तरफ नही होंगे
तुमसे जुड़ा हर कोई भरोसे लायक नही होंगे
मगर हाँ फिर भी……
तुम्हें सपने देखने है।
दोस्त बनाने है, भरोसा करना है।
मंजिल की तरफ कदम बढ़ाने है।
क्योकिं …
जिंदगी विराम का नाम नही हैं।
कवयित्री का परिचय
नाम-प्रीति चौहान
निवास-जाखन कैनाल रोड देहरादून, उत्तराखंड
छात्रा- बीए (तृतीय वर्ष) एमकेपी पीजी कॉलेज देहरादून उत्तराखंड।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page