Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 12, 2024

ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी ने तीसरी बार हासिल की बड़ी उपलब्धि, देश के टॉप 100 विश्वविद्यालय की सूची में शामिल, मनाया जश्न

उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय संस्थान ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने फिर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। केंद्र सरकार की देश के टॉप सौ विश्वविद्यालयों की सूची में लगातार तीसरी बार ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को शामिल किया गया है।

उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय संस्थान ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने फिर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। केंद्र सरकार की देश के टॉप सौ विश्वविद्यालयों की सूची में लगातार तीसरी बार ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को शामिल किया गया है। उत्तराखंड में आईआईटी रुड़की के अलावा ग्राफिक एरा ऐसा अकेला विश्वविद्यालय है, जिसे तीसरी बार यह गौरव मिला है। केंद्र सरकार की देश के शीर्ष विश्वविद्यालयों की आज जारी सूची देखते ही ग्राफिक एरा के शिक्षक और छात्र-छात्राएं खुशी से झूम उठे। उत्साहित छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय में देर तक नाच गाकर अपनी खुशी जाहिर की।
50 लाख से अधिक पैकेज और नई खोज से बनाई खास पहचान
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने इस सत्र में 50.17 लाख रुपये तक के पैकेज पर प्लेसमेंट और एक के बाद एक नई खोजों के जरिये राष्ट्रीय स्तर पर जो खास पहचान बनाई है, केंद्र सरकार की एनआईआरएफ रैंकिंग ने आज फिर उस पर अपनी मुहर लगा दी। दुनिया को लगातार नई खोजों के रूप में शानदार और उपयोगी उपहार देने वाला यह विश्वविद्यालय एनआईआरएफ रैंकिंग-2022 में देश भर के सौ टॉप विश्वविद्यालयों की सूची में लगातार तीसरी बार स्थान बनाने में कामयाब रहा है। उत्तराखंड राज्य में यह गौरव केवल आईआईटी रुड़की और ग्राफिक एरा को ही मिला है।
रैंकिंग में इस तरह बरकरार रखी श्रेष्ठता
केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने इस वर्ष की रैंकिंग में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को देश के टॉप सौ विश्वविद्यालयों में 74वें स्थान पर रखा है। इससे पहले वर्ष 2020 और 2021 में भी ग्राफिक एरा 100 टॉप यूनिवर्सिटीज की सूची में शामिल रहा है। इंजीनियरिंग की शिक्षा देने वाले देश के संस्थानों की सूची में ग्राफिक एरा को देश में 64वें स्थान पर रखा गया है और मैनेजमेंट की शिक्षा देने वाले संस्थानों की लिस्ट में देश भर में 65वें स्थान पर रखा गया है।
छात्रों ने मनाया जश्न, ढोल की थाप पर थिरके
एनआईआरएफ रैंकिंग में तीसरी बार ग्राफिक एरा की श्रेष्ठता पर केंद्र की मुहर लगने के बाद विश्वविद्यालय परिसर में जश्न मनाया जाने लगा। छात्र-छात्राओं ने ढोल की थाप पर नाच गाकर अपने विश्वविद्यालय की श्रेष्ठता पर सरकार की मुहर लगने पर उत्साह और खुशी नुमांया की। छात्र छात्राओं का कहना है कि इससे उनका सम्मान व महत्ता और बढ़ गई है। नाचने गाने के कई घंटे चले दौर के बीच परिसर में मिठाइयां बांटी गईं।
चेयरमैन डॉ. घनशाला का किया जोरदार स्वागत
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. कमल घनशाला के देर शाम देहरादून पहुंचने पर शिक्षकों ने इस सफलता के लिए फूलों से जोरदार स्वागत किया। चेयरमैन डॉ. कमल घनशाला ने कहा कि यह सफलता ग्राफिक एरा की शिक्षा की उच्च गुणवत्ता, उद्योग जगत की जरूरतों के अनुरूप कोर्स तैयार करने, प्लेसमेंट में नए कीर्तिमान स्थापित करने, नई-नई खोजों, लैब्स में दुनिया की सबसे नई टेक्नोलॉजी अपनाने और देश विदेश में उच्च शिक्षित फैकल्टी का परिणाम है। इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं प्लेसमेंट और छात्र-छात्राओं का अपने स्टार्ट अप शुरू करना।

फोटोः ग्राफिक एरा के लगातार तीसरी बार देश के टॉप सौ विश्वविद्यालयों की सूची में आने पर मनाए जश्न में डॉ. कमल घनशाला और राखी घनशाला विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों व छात्र छात्राओं के साथ।

डॉ. घनशाला ने कहा कि अभिभावक खून पसीने की कमाई खर्च करते हैं और बच्चों से सपने संजोते हैं, उनके सपने पूरे होना बहुत महत्वपूर्ण है। इस बार गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजॉन, एडोबी जैसी दुनिया की मशहूर कम्पनियों में ऊंचे पैकेज पर काफी प्लेसमेंट हुए हैं। अगले साल यह संख्या और बढ़ जाएगी क्योंकि गूगल और माइक्रोसॉफ्ट में काफी छात्र-छात्राएं ट्रेनिंग पर गए हुए हैं। उन्होंने इस कामयाबी के लिए शिक्षकों और छात्र-छात्राओं के साथ ही एलुमिनाई को बधाई दी। इस मौके पर ग्राफिक एरा के मैनेजमेंट बोर्ड की वरिष्ठ पदाधिकारी राखी घनशाला के साथ ही कुलपति डॉ संजय जसोला, डॉ एन एन नागराजा, डॉ जे कुमार, मेजर जनरल ओ पी सोनी समेत ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page